नई दिल्ली: ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पहले मुख्यमंत्री के नाम से पर्दा उठ गया है. हफ्ते भर की अटकलों के बाद पार्टी ने मंगलवार (11 जून) को आधिकारिक तौर पर चार बार के विधायक मोहन चरण माझी को राज्य का नेतृत्व सौंपने की घोषणा की.
द हिंदू के मुताबिक, भुवनेश्वर स्थित पार्टी कार्यालय में नवनिर्वाचित भाजपा विधायकों की बैठक में आदिवासी समुदाय के प्रमुख चेहरे 52 वर्षीय माझी को सर्वसम्मति से अगला मुख्यमंत्री चुना गया. वह 16वीं ओडिशा विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक थे.
पटनागढ़ विधानसभा क्षेत्र से छह बार के विधायक केवी सिंह देव और नीमापारा विधानसभा क्षेत्र से पहली बार की विधायक पार्वती परिदा को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है.
इससे पहले, ओडिशा के नए मुख्यमंत्री के चुनाव के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षकों के रूप में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने विधायकों और सांसदों सहित वरिष्ठ नेताओं से अलग-अलग मुलाकात की. इसके बाद, दोनों वरिष्ठ मंत्री नवनिर्वाचित भाजपा विधायकों की बैठक में शामिल हुए.
शपथ ग्रहण समारोह बुधवार शाम पांच बजे होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, 90 के दशक के अंत में बतौर सरपंच अपना राजनीतिक सफर शुरू करने वाले मांझी पहली बार 2000 में क्योंझर से राज्य विधानसभा के लिए चुने गए थे.वह 2004 और 2019 में फिर से चुने गए. हालिया चुनाव में, उन्होंने बीजू जनता दल (बीजेडी) की मीना माझी को 11,577 वोटों से हराकर अपनी सीट बरकरार रखी.
बता दें कि हालिया संपन्न विधानसभा चुनावों में भाजपा ओडिशा की 147 में से 78 सीटें जीतकर पहली बार राज्य में सरकार बनाने जा रही है.