मध्य प्रदेश: भिंड में कथित दूषित पानी पीने से 3 की मौत और 76 बीमार, सरकार का मौतों से इनकार

मध्य प्रदेश में भिंड जिले के फूप इलाके के लोगों का दावा है कि नल का दूषित पानी पीने से 17 वर्षीय एक युवक समेत तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि राज्य सरकार केवल 76 लोगों के बाीमार होने की बात कह रही है.

(प्रतीकात्मक तस्वीर: पिक्साबे)

नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के भिंड जिले के फूप इलाके के निवासियों ने दावा किया कि नल का दूषित पानी पीने से 17 वर्षीय एक युवक समेत तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने इससे इनकार करते हुए केवल यह स्वीकार किया कि 76 लोग बीमार हुए हैं.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को जहां 52 मरीज बीमार हुए, वहीं मंगलवार को 24 और मामले सामने आए. यह घटना फूप इलाके के दो वार्डों से सामने आई, जहां मरीजों ने उल्टी और दस्त की शिकायत की.

भिंड के कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव, जिन्होंने बुधवार को प्रभावित इलाकों का दौरा किया, ने अखबार को बताया कि 13 लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं.

उन्होंने कहा, ’76 लोगों ने मितली, उल्टी और दस्त की शिकायत की. उनमें से तीन को ग्वालियर रेफर किया गया, जबकि सात अभी भी मुरैना स्वास्थ्य सुविधा केंद्र में हैं.’

उन्होंने किसी के हताहत होने की खबर से इनकार किया और कहा कि अन्य सभी मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई. श्रीवास्तव ने कहा, ‘कई बीमारियों से पीड़ित एक बुजुर्ग की मौत हो गई, लेकिन हम यह नहीं कह सकते कि उनकी मौत का कारण दूषित पानी था.’

उन्होंने कहा कि फूप में तीन एंबुलेंस तैनात की गई हैं, जबकि ग्वालियर और मुरैना की एंबुलेंस को अलर्ट पर रखा गया है. संभावना है कि इलाके में नाले के पास नए बिजली के खंभे लगाए जाने के दौरान पाइप से आने वाला पानी दूषित हो गया.

सूत्रों ने बताया कि मिट्टी खोदने के लिए इस्तेमाल की गई मशीनरी ने घरेलू जल आपूर्ति लाइन को नुकसान पहुंचाया, जिससे नाले का पानी अंदर घुस गया और पानी की लाइन दूषित हो गई. सबसे ज्यादा प्रभावित वार्ड नंबर 5, 6 और 7 के निवासी हुए, जहां सोमवार को दूषित पानी की आपूर्ति की गई थी.

मरीजों की संख्या बढ़ने पर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया. कलेक्टर ने कहा कि वे प्रभावित वार्डों की निगरानी कर रहे हैं और मरीजों को ओआरएस और जरूरी दवाएं दी गई हैं.

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, लोगों ने बताया कि वार्ड 6 निवासी बैजनाथ चौधरी (80) और वार्ड 7 निवासी मुस्कान खान (17) की रविवार रात डिहाइड्रेशन के कारण मौत हो गई. मौत का कारण जानने के लिए उनके रक्त के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं.

वार्ड 6 के निवासी गिरजाशंकर जोशी ने कहा, ‘दो दिन पहले नल से गंदा पानी आ रहा था. अब नल का पानी साफ है, लेकिन बदबूदार है और कपड़े धोने के लिए भी इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. दूषित पानी के कारण दो लोगों की मौत हो गई है.’

भिंड कलेक्टर नगर पंचायत के जल आपूर्ति प्रभारी नीरू बघेल और पटवारी ब्रजमोहन को निलंबित किया है.