नई दिल्ली: कुवैत में एक बहुमंजिली इमारत में आग से मारे गए 45 भारतीयों के शवों लेकर शुक्रवार (14 जून) को भारतीय वायु सेना का एक विमान कोच्चि पहुंच गया है. हालात का जायजा लेने कुवैत पहुंचे विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्द्धन सिंह भी इस विमान में सवार थे.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, केंद्र सरकार ने कथित तौर पर आग दुर्घटना में मारे गए केरलवासियों के शवों को वापस लाने की व्यवस्था में समन्वय के लिए केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज को कुवैत जाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया.
डेक्कन हेराल्ड के अनुसार, केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने दावा किया कि केंद्र सरकार द्वारा उन्हें कुवैत जाने की अनुमति नहीं दी गई. जॉर्ज ने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य कुवैत की एक इमारत में आग लगने की दुखद घटना से प्रभावित केरलवासियों के लिए राहत प्रयासों में समन्वय करना था.
जॉर्ज ने बृहस्पतिवार (13 जून) रात संवाददाताओं से कहा, ‘हमने केंद्र सरकार से कुवैत जाने की अनुमति मांगी थी, ताकि हम इस घटना से प्रभावित अपने लोगों के साथ खड़े हो सकें और वहां की गतिविधियों में समन्वय कर सकें. हमें अनुमति नहीं दी गई.’
गौरतलब है कि गुरुवार (14 जून) को राज्य सरकार ने घायलों के इलाज और मृतकों के शवों को वापस लाने सहित राहत कार्यों में मदद के लिए जॉर्ज को कुवैत भेजने का फैसला किया था. जॉर्ज, विदेश मंत्रालय से अनुमति की उम्मीद में हवाई अड्डे पर कथित रूप से घंटों इंतजार करती रहीं.
उल्लेखनीय है कि आग लगने की इस घटना में 45 भारतीयों की मौत हो गई है. इसमें सबसे ज्यादा 23 मृतक केरल से हैं. जान गंवाने वाले अन्य 22 लोगों में तमिलनाडु के 7, आंध्र प्रदेश-उत्तर प्रदेश के 3-3 और बिहार, ओडिशा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, झारखंड, हरियाणा, पंजाब और पश्चिम बंगाल के 1-1 लोग हैं. एक मृतक किस राज्य का है, यह सामने नहीं आया है.
यह घटना कुवैत सिटी के दक्षिण में स्थित मंगाफ इलाके में हुई थी, जहां प्रवासी श्रमिकों की काफी आबादी है. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जिस छह मंजिला इमारत में आग लगी, उसमें करीब 200 श्रमिक रह रहे थे.