यूपी: पेपर लीक विवादों के बीच सुभासपा नेता का ‘नौकरियों में जुगाड़’ का वीडियो सामने आया

परीक्षाओं में गड़बड़ी और पेपर लीक के मुद्दे पर बहस के बीच सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में एनडीए की सहयोगी सुभासपा के विधायक बेदी राम भर्ती के जुगाड़ की बात कहते दिख रहे हैं. इससे पहले बेदी राम पर सात पेपर लीक मामलों में संलिप्तता का आरोप लग चुका है.

बेदी राम और ओपी राजभर. (फोटो साभार: फेसबुक/बेदी राम)

नई दिल्ली: परीक्षाओं के आयोजन में गड़बड़ी और पेपर लीक के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) संसद के अंदर और बाहर दोनों जगह विरोध का सामना कर रही है. वहीं, अब इस मामले में उसकी सहयोगी और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) का नाम सामने आने से भाजपा की मुश्किलें और बढ़ गई हैं, खासकर, देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, सुभासपा के जखनिया विधायक बेदी राम का एक वीडियो सामने आया है, जो पैसे के बदले सरकारी पदों पर ‘भर्ती की सुविधा’ यानी नौकरी देने की अपनी क्षमता का दावा कर रहे हैं.

मालूम हो कि विधायक बेदी राम मूल रूप से जौनपुर निवासी हैं और उन्होंने 2022 विधानसभा चुनाव में गाज़ीपुर की जखनिया विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी. उन्होंने अपने चुनावी हलफनामे में खुद के खिलाफ दर्ज नौ मामलों की जानकारी दी थी, जिसमें से सात पेपर लीक से संबंधित थे. इन आरोपों के तहत उन्हें दो बार गिरफ्तार भी किया गया है.

इस मामले के संबंध में ग़ाज़ीपुर के पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो की सत्यता को सत्यापित करने के लिए एक जांच का आदेश दिया गया है, इसमें यह भी जांच की जाएगी कि इसे कब और कहां शूट किया गया था.

सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो क्लिप में बेदी राम को कथित तौर पर यह कहते हुए सुना जा सकता है कि वह ‘एक समय में 40 भर्तियां’ करते हैं.

वहीं, एक वीडियो में बेदी राम एक परीक्षा रद्द होने के बाद दो समूहों के बीच पैसे के विवाद को सुलझाते दिख रहे हैं. उन्हें कथित तौर पर यह कहते हुए सुना जा सकता है कि वह एक उम्मीदवार को परीक्षा पास कराने में मदद करने के लिए पैसे लेते हैं, और यदि कोई पेपर रद्द हो जाता है तो उनकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं है. बेदी राम स्पष्ट कहते हैं कि नतीजा आने और काम पूरा होने के बाद उनकी भागीदारी समाप्त हो जाती है.

इस संबंध में सोशल मीडिया पर गुरुवार (27 जून) को एक और वीडियो सामने आया, जिसमें कथित तौर पर सुभासपा के प्रमुख ओपी राजभर भर्ती सुनिश्चित करने में बेदी राम की ‘प्रतिभा’ की प्रशंसा कर रहे थे.

इस वीडियो में ओपी राजभर कथित तौर पर बेदी राम की पैरवी करते हुए कह रहे हैं, ‘किसी विभाग में आपके भाई, बहन, बच्चों को नौकरी चाहिए तो फार्म भरने के बाद लेटर आ जाए तो कॉल कर लेना. निश्चित ही जुगाड़ बना देंगे.’

आगे बेदी राम की ओर इशारा करते हुए कहते हैं, ‘देखने में ऐसे लग रहे हैं. इनके कम से कम कई लाख चेला लोग नौकरी कर रहे हैं. सभी को नौकरी इन्होंने दी है. आप लोग मेहनत कर रहे हों, तो आपको भी नौकरी चाहिए या नहीं. बेदी राम जी नौकरी दिलाने में माहिर हैं.’

ओपी राजभर इस समय योगी सरकार में पंचायती राज व अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हैं.

बेदी राम पर मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी के आरोप

ज्ञात हो कि यूपी में गैंगस्टर एक्ट सहित अन्य मामलों के अलावा बेदी राम पर मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी के आरोप लगे हैं.

पुलिस सूत्रों का कहना है कि बेदी राम की राजस्थान रेलवे भर्तियों, मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) परीक्षाओं और यूपी पुलिस भर्तियों में संलिप्तता का संदेह है. ये मामले 2009 और2014 के हैं.

उनके खिलाफ पहले दो मामले रेलवे परीक्षा के पेपर लीक से संबंधित हैं. बेदी राम रेलवे परीक्षाओं से जुड़े आरोपों में एक बार 2006 में और फिर 2014 में जेल भी जा चुके हैं.

विपक्ष हमलावर

इस वीडियो के सामने आने के बाद समाजवादी पार्टी और कांग्रेस दोनों ने बेदी राम के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर उनका समर्थन करने का आरोप लगाया है.

नीट मुद्दे पर संसद में विपक्ष के विरोध प्रदर्शन का हिस्सा रहे समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और कन्नौज के सांसद अखिलेश यादव ने एक्स पर एक पोस्ट में बेदी राम की कथित हरकतों को ‘शर्मनाक’ बताते हुए उनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग की.

अखिलेश ने लिखा, ‘ क्या अब और कोई सबूत चाहिए भाजपाइयों द्वारा प्रश्रय प्राप्त नेताओं के नैतिक पतन का, जो बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करते हैं. ऐसे माता-पिता जिन्होंने भाजपा को वोट दिया है, आज न केवल पछता रहे हैं बल्कि भविष्य में कभी भी भाजपा को वोट न देने की क़सम भी खा रहे हैं.’

कांग्रेस ने बेदी राम का वीडियो प्रसारित होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा है.

कांग्रेस ने एक्स हैंडल पर लिखा, ‘नरेंद्र मोदी की पार्टी का सहयोगी विधायक नीट पेपर लीक का सरगना है. यूपी के इस विधायक का नाम बेदी राम है. इसका धंधा है- देशभर में पेपर लीक करवाना और उससे पैसे बनाना. बेदी राम भाजपा का चहेता और उनका बेहद करीबी है. एनडीए विधायक बेदी राम का साफ कहना है कि मैं देश में कोई भी पेपर लीक करवा सकता हूं. बेदी राम पहले भी पेपर लीक के मामले में जेल जा चुका है… साफ़ है: पेपर लीक जहां, बीजेपी का कनेक्शन वहां.’

गौरतलब है कि परीक्षाओं में गड़बड़ी का मामला तूल पकड़ चुका है और ऐसे में ओपी राजभर और उनके विधायक बेदी राम का नाम सामने आना उत्तर प्रदेश में उनकी स्थिति और कमज़ोर करने जैसा है. हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में भी राजभर एनडीए के पक्ष में अपने समुदाय के आधार को जुटाने में विफल रहे थे. राजभर के बेटे अरविंद राजभर पार्टी के एकमात्र लोकसभा चुनाव उम्मीदवार थे, जो चुनाव हार गए.