लद्दाख: पूर्वी लद्दाख में अचानक आई बाढ़ से टी-72 टैंक दुर्घटनाग्रस्त, पांच सैनिकों की मौत

सेना के बयान के मुताबिक, मिलिट्री ट्रेनिंग गतिविधि के दौरान पूर्वी लद्दाख में सासेर ब्रांग्सा के नज़दीक श्योक नदी में अचानक जल स्तर बढ़ने की वजह से सेना का एक टैंक फंस गया, जिस पर सवार सभी जवानों ने अपनी जान गंवा दी.

प्रतीकात्मक तस्वीर. (फोटो साभार: X/@adgpi)

नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख में एक नदी पार करते समय टी-72 टैंक के बह जाने से एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर (जेसीओ) सहित पांच भारतीय सेना के जवानों की मौत हो गई है.

डेक्कन हेराल्ड के मुताबिक, ये हादसा शुक्रवार (28 जून) को उस समय हुआ जब ये सैनिक टैंक के साथ नदी पार करने का प्रयास कर रहे थे.

इस हादसे के संबंध में सेना ने एक बयान जारी कर कहा, ’28 जून 2024 की रात को एक मिलिट्री ट्रेनिंग गतिविधि के दौरान पूर्वी लद्दाख में सासेर ब्रांग्सा के नज़दीक श्योक नदी में अचानक जल स्तर बढ़ने की वजह से सेना का एक टैंक फंस गया था. बचाव दल तुरंत घटनास्थल पर पहुंचा लेकिन तेज़ी से बढ़ते जलस्तर की वजह से वह अपने अभियान में कामयाब नहीं हो सका और टैंक चालक दल के सभी सदस्यों ने अपनी जान गंवा दी.’

सेना ने आगे कहा, ‘भारतीय सेना को पूर्वी लद्दाख में ऑपरेशनल तैनाती के दौरान पांच बहादुर सैन्यकर्मियों को खोने का अफसोस है. बचाव अभियान जारी है.’

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जवानों की मौत पर दुख जताते हुए सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, ‘हम अपने इन बहादुर सैनिकों की देश के प्रति अनुकरणीय सेवा को कभी भूल नहीं पाएंगे. इन सैनिकों के परिजनों के साथ दुख की इस घड़ी में साथ खड़े हैं. पूरा देश इस घड़ी में उनके साथ खड़ा है.’

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी एक बयान में जवानों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की.

उन्होंने कहा, ‘लद्दाख़ में टी-72 टैंक को नदी पार कराते समय एक जेसीओ सहित 5 भारतीय सेना के बहादुरों की जान जाने से बहुत व्यथित हूं. इस दर्दनाक त्रासदी का शिकार हुए सेना के जवानों के परिवारों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना हैं.’

खरगे ने आगे कहा, ‘दुख की इस घड़ी में, राष्ट्र हमारे बहादुर सैनिकों की अनुकरणीय सेवा को सलाम करने के लिए एक साथ खड़ा है.’