मध्य प्रदेश पुलिस का दावा- सांप्रदायिक उन्माद फैलाने के इरादे से 60 गाय-बैलों की हत्या की गई

पिछले सप्ताह सिवनी ज़िले के पिंडरई गांव के पास वैनगंगा नदी में गर्दन कटी 18 गायों के शव मिले थे, जबकि ज़िले के धूमा थाना क्षेत्र के अंतर्गत काकरतला वन क्षेत्र में 19 और 20 जून को 28 गायों और बैलों के शव मिले थे. बाद में ज़िले में ऐसे और भी शव मिले थे.

(प्रतीकात्मक फोटो साभार: विकिमीडिया कॉमंस)

नई दिल्ली: मध्य प्रदेश पुलिस ने पिछले सप्ताह सिवनी जिले में गायों सहित 60 से अधिक गोवंशों की हत्या के सिलसिले में 24 लोगों को गिरफ्तार किया है.

समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया है कि पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से आठ नागपुर के हैं, जहां सांप्रदायिक उन्माद फैलाने के इरादे से इन जानवरों को मारने की साजिश रची गई थी.

बताया गया है कि सिवनी के पिंडरई गांव के पास वैनगंगा नदी में गर्दन कटी 18 गायों के शव मिले थे, जबकि जिले के धूमा थाना क्षेत्र के अंतर्गत काकरतला वन क्षेत्र में 19 और 20 जून को 28 गायों और बैलों के शव मिले थे. बाद में जिले में ऐसे और शव मिले थे.

पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘पुलिस ने अब तक इस मामले में कुल 24 लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों को पैसे के बदले में गोवंश की हत्या का काम सौंपा गया था और सिवनी के स्थानीय निवासी भी इस अपराध में शामिल पाए गए हैं.’

अधिकारी ने आगे कहा, ‘भोपाल स्थित पुलिस मुख्यालय भी मामले की निगरानी कर रहा है, क्योंकि घटना का उद्देश्य सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ना था. पुलिस मुख्यालय ने अपने कर्मियों को इस अमानवीय कृत्य में शामिल लोगों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.’

उन्होंने बताया कि इस संबंध में प्रारंभ में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मध्य प्रदेश गोवंश वध प्रतिषेध अधिनियम 2004 और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 के तहत मामला दर्ज किया गया था. पुलिस ने सबसे पहले सुराग के आधार पर वाहिद खान और उसके छह साथियों को गिरफ्तार किया.

अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान गिरफ्तार आरोपियों ने खुलासा किया कि खान ने नागपुर के इसरार अहमद के निर्देश पर मोटी रकम के बदले गोवंश की हत्या की व्यवस्था की थी.

उन्होंने बताया कि इसरार और उनके साथी 17 जून को सिवनी पहुंचे और फिर उन्होंने सना-उर-रहमान, अब्दुल करीम और रफीक खान को भी पैसे का लालच देकर इस काम में शामिल कर लिया.

पुलिस महानिरीक्षक (जबलपुर जोन) अनिल सिंह कुशवाह ने पहले बताया था कि सिवनी में कुल 62 गोवंशों, 19 गाय और 43 बैल , की हत्या की गई थी.

उन्होंने बताया कि जांच से पता चला है कि इन पशुओं की हत्या का उद्देश्य सांप्रदायिक उन्माद भड़काना था.

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, पुलिस जांच में पता चला है कि नागपुर निवासी इसरार ने मुख्य आरोपी खान (28) को अग्रिम राशि के रूप में 30,000 रुपये का भुगतान किया था. खान के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) लगाया गया है.

पीटीआई ने बताया है कि पुलिस ने इसरार को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ के दौरान उसने बताया है कि उसने अपने साथियों की मदद से गायों की हत्या की योजना बनाई थी.

पिछले सप्ताह गायों और बैलों के शव मिलने के बाद यह संदेह जताया गया था कि इन पालतू पशुओं को तस्करों ने मारा है, क्योंकि जिले में गो तस्करी को रोकने के लिए पुलिस द्वारा कड़ी कार्रवाई की जा रही थी.

सिवनी की सीमा महाराष्ट्र के नागपुर से लगती है, जहां मध्य प्रदेश की तरह ही गोहत्या पर कानूनी प्रतिबंध है.

दैनिक भास्कर ने गिरफ्तार 22 आरोपियों के नामों का खुलासा किया है, जो इस प्रकार हैं:  इसरार, वाहिद, शादाब खान, अब्दुल अजीज, वसीउल्ला अब्दुल लतीफ अंसारी, मोहम्मद वकील अहमद, मोइनुद्दीन पिता मोहम्मद इसराइल, मोइनुद्दीन पिता सलाउद्दीन अंसारी, निसार अहमद उर्फ कलंदर, रफीक अहमद वली मोहम्मद, रफीक, अब्दुल करीम, संतोष करवेती, रामदास उइके, अनिल पड़वार, सना उर रहमान, इरफान, अहसान, प्रहलाद, वीरसिंह, मुंशीलाल और सोनू ऊर्फ इतुआ.