नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मथुरा में रविवार (30 जून) की शाम एक रिहायशी इलाके में स्थित 2.5 लाख लीटर क्षमता वाली पानी की टंकी भरभराकर गिर गई. इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई, वहीं एक दर्जन के करीब लोग घायल हैं.
फिलहाल मलबे में अन्य कई लोगों के दबे होने की संभावना है. खबर लिखे जाने तक घटनास्थल पर बचाव कार्य जारी है.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ये घटना उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद द्वारा विकसित कृष्ण विहार कॉलोनी की है, जहां रविवार शाम करीब छह बजे ये हादसा हुआ.
अधिकारियों ने अख़बार को बताया कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि बच्चों समेत कुछ और टैंक के मलबे में अभी दबे होने की आशंका हैं.
इस घटना में आसपास के कई घर भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं. सेना भी घटनास्थल पर सहायता के लिए पहुंची थी.
STORY | 2 killed, 12 injured as water tank collapses in Mathura
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— Press Trust of India (@PTI_News) June 30, 2024
इस संबंध में जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि घायलों को जिला अस्पताल ले जाया गया हैं. अग्निशमन सेवाओं, पुलिस, राजस्व, नगरपालिका और स्वास्थ्य विभाग की टीमों के साथ बचाव अभियान जारी है. इसके अलावा घटना की गंभीरता को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) को भी बुलाया गया है.
Mathura, Uttar Pradesh: “Yesterday, due to the collapse of a water tank, two women lost their lives. Consider them, the Chief Minister is providing support and our team is assessing the damage to all affected houses and evaluating the cost of repairs. FIRs have already been filed… pic.twitter.com/jXItuclz01
— IANS (@ians_india) July 1, 2024
अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट योगेन्द्र पांडे ने दो मौतों की पुष्टि की है, लेकिन इसके बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी है. उन्होंने कहा कि मलबा हटाने का काम अभी भी जारी है, जिसमें कई लोग फंसे हुए हैं.
मथुरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कुमार पांडे ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, ‘यह घटना कृष्णा विहार इलाके में हुई, जहां अधिक बारिश के कारण टैंक ढह गया. जिले की बचाव टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और बचाव अभियान फौरन शुरू किया गया. जिला मजिस्ट्रेट और मैंने तत्काल एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को भी बुलाया.’
#IGRangeAgra @DeepakKumarIPS2 द्वारा जनपद मथुरा के थाना कोतवाली क्षेत्र में पानी की टंकी गिरने से घटित दुःखद घटना के घटनास्थल का निरीक्षण कर, राहत एवं बचाव कार्य की समीक्षा की गई, साथ ही घायलों के शीघ्र एवं समुचित उपचार/प्रबंध हेतु सम्बंधित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। pic.twitter.com/tfGMp9Q4S6
— IG Range Agra (@igrangeagra) June 30, 2024
जिलाधिकारी ने बताया कि पानी टंकी 2021 में बनकर तैयार हुई थी और महज़ तीन साल के भीतर ही इसके ढहने की जांच कराई जाएगी. गंगाजल पेयजल परियोजना के तहत जल निगम द्वारा निर्मित इस टंकी की लागत 6 करोड़ रुपये है.
मालूम हो कि इस पानी की टंकी के निर्माण का ठेका जल निगम की अतिरिक्त निर्माण इकाई ने आगरा की एसएम कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया था. 2018 में इसका निर्माण शुरू हुआ था और 2021 में यह बनकर तैयार हुई थी. इलाके के लोगों ने टंकी की जर्जर स्थिति को लेकर पहले भी शिकायत की थी, लेकिन तब उनकी सुनवाई नहीं हुई.
नागरिकों ने ज़ाहिर की थी चिंता
अमर उजाला की खबर के अनुसार, कृष्ण विहार में रहने वाले कमल शर्मा ने बताया कि उन्होंने इस टंकी को लेकर सुप्रीम कोर्ट में रिट दाखिल की थी. उसमें शिकायत थी कि घनी आबादी के बीच इस टैंक को बनाया गया है और इसके निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है.
उन्होंने कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट ने रिट को सुनने के बाद अधिकारियों को इसे लेकर कार्रवाई के लिए कहा था. बावजूद इसके अधिकारियों ने कोई सुनवाई नहीं की. इस टैंक से पानी की सप्लाई भी ठीक से शुरू नहीं हुई है की लीकेज की समस्या सामने आने लगी थी. लीकेज के चलते टैंक के पिलर भी कमजोर हो रहे थे. इसे लेकर कई बार अधिकारियों से शिकायत की गई थी. इसके बाद भी अधिकारियों ने सुनवाई नहीं की और यह हादसा हो गया.’
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को लेकर मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं. मृतकों के घरवालों को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हज़ार रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है.