नई दिल्ली: देश के कई राज्यों में लगातार हो रही तेज़ बारिश और नदियों के जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है. असम में बाढ़ से स्थिति गंभीर बनी हुई है और आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की ओर से जारी शुक्रवार (12 जुलाई) रात की रिपोर्ट में कहा गया कि बाढ़ से राज्य में सात और लोगों की मौत हो गई है. वहीं, 23 जिलों में 12 लाख से अधिक लोग बाढ़ की चपेट में आ गए हैं.
इस साल बाढ़, भूस्खलन, तूफान और बिजली गिरने से जान गंवाने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर 106 हो गई है.
रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि ब्रह्मपुत्र और तीन अन्य प्रमुख नदियां राज्य के विभिन्न हिस्सों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैंं.
एएसडीएमए की रिपोर्ट के अनुसार, धुबरी जिले में सबसे अधिक 3.18 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. इसके बाद कछार में लगभग 1.5 लाख लोग और गोलाघाट में 95,000 से अधिक लोगों को प्राकृतिक आपदा के कारण समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. वर्तमान में, 2,95,651 विस्थापित लोगों ने 18 जिलों के 316 राहत शिविरों में शरण ले रखी है.
एएसडीएमए ने बताया कि वर्तमान में राज्य के 2,406 गांव जलमग्न हैं और 32,924.32 हेक्टेयर फसल नष्ट हो गई. असम के कई जिलों में बाढ़ के पानी से तटबंध, सड़कें, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
मालूम हो कि बीते दिनों पूर्वोत्तर के कई राज्यों में भारी बारिश के चलते खराब स्थिति देखने को मिली.
नगालैंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनएसडीएमए) ने जनता से मानसून के मौसम के दौरान मछली पकड़ने या पिकनिक से बचने की अपील की.
वहीं, मणिपुर में लगातार हो रही बारिश के कारण वहां की सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं, जिससे बाढ़ का गंभीर संकट पैदा हो गया है. ख़बरों के मुताबिक, बाढ़ में दो लोगों की जान जा चुकी हैं.
इस बीच, अरुणाचल प्रदेश में ईटानगर को जोटे से जोड़ने वाला राज्य का पहला और एकमात्र राजमार्ग कई स्थानों पर भूस्खलन के कारण बंद रहा.
एक अन्य रिपोर्ट में द अरुणाचल टाइम्स ने बताया कि लगातार बारिश के कारण सीमावर्ती जिला अंजॉ देश के बाकी हिस्सों से कट गया है.
बिहार में बिजली गिरने से 12 जिलों में 21 लोगों की मौत
वहीं, बिहार में भी लगातार हो रही बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है. कई नदियां उफान पर हैं और भागलपुर में गंगा और कोसी के कटाव में कई घर बह गए हैं.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) से शुक्रवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि पिछले 24 घंटों में बिहार में बिजली गिरने से 12 जिलों में 21 लोगों की मौत हो गई है.
विज्ञप्ति के अनुसार, मधुबनी जिले में छह मौतें हुईं, इसके बाद औरंगाबाद में चार, पटना में दो और रोहतास, भोजपुर, कैमूर, सारण, जहानाबाद, गोपालगंज, सुपौल, लखीसराय और मधेपुरा जिलों में एक-एक मौत हुई.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन मौतों पर शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की.
नीतीश कुमार ने आम लोगों से खराब मौसम के दौरान सतर्क रहने को कहा है. साथ ही बिजली गिरने और खराब मौसम के प्रभाव से खुद को बचाने के लिए राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किए गए सुझावों को मानने की भी अपील की है.
मुख्यमंत्री ने लोगों से बिजली गिरने से बचने के लिए खराब मौसम के दौरान घर के अंदर रहने का आग्रह किया है.
गौरतलब है कि मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटे के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश, दिल्ली-एनसीआर और उत्तर और पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है.
मौसम विभाग ने सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में रेड अलर्ट जारी किया है. वहीं, उत्तर प्रदेश बिहार के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. जबकि कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र और गोवा में दिन के दौरान भारी बारिश की चेतावनी दी है.