नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक विधायक ने छात्रों को सलाह दी है कि वे ‘मोटरसाइकिल की पंक्चर जोड़ने की दुकानें’ खोलें, क्योंकि डिग्री हासिल करने से कुछ हासिल नहीं होगा. विडंबना यह है कि यह बयान उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र गुना में ‘पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस’ के उद्घाटन के अवसर पर दिया.
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को इंदौर में आयोजित एक समारोह में राज्य के 55 जिलों में पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस का ई-उद्घाटन (वर्चुअली) किया, जिसमें गुना सहित संबंधित जिलों में अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए गए.
गुना में आयोजित कार्यक्रम में भाजपा विधायक पन्नालाल शाक्य ने कहा, ‘मेरा आप सब से निवेदन है कि केवल एक बोध वाक्य पकड़ लेना. ये कॉलेज की डिग्री से कुछ होने वाला नहीं है. मोटरसाइकिल की पंक्चर की दुकान खोल लेना, जिससे कम से कम अपना जीवन यापन चलता रहे.’
रविवार को इंदौर में आयोजित विशाल पौधारोपण अभियान का संदर्भ देते हुए, जिसके दौरान 24 घंटे के अंतराल में 11 लाख से अधिक पौधे रोपे गए, शाक्य ने कहा कि लोग पेड़ तो लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें पानी देने में (सिंचित करने) दिलचस्पी नहीं रखते हैं.
शाक्य ने कहा कि सबसे पहले मानव शरीर को बनाने वाले पंचतत्व (पृथ्वी, वायु, जल, सौर ऊर्जा और आकाश से मिलकर बने पांच तत्व) को बचाने की कोशिश करनी चाहिए.
उन्होंने नदियों और नालों के किनारे सरकारी जमीन पर बड़े पैमाने पर अतिक्रमण की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘प्रदूषण और पर्यावरण को लेकर चिंता है, लेकिन कोई भी इस दिशा में काम नहीं कर रहा है.’
शाक्य ने कहा, ‘आज हमने जो पेड़ लगाए हैं, हम उन्हें कब तक बचाएंगे और उन्हें बढ़ने देंगे.’ शाक्य ने कहा कि लोग साइड इफेक्ट की परवाह किए बिना कुछ भी खा रहे हैं.
इस बीच, उनकी टिप्पणी पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा पर निशाना साधा है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि पहले प्रधानमंत्री ने बेरोज़गारी को ख़त्म करने के उपाय के रूप में पकौड़े बेचने की खूबी बताई थी. अब और उनके विधायक कॉलेज की डिग्री को ‘बेकार’ कहकर ख़ारिज़ कर रहे हैं और छात्रों से पंक्चर की दुकानें खोलने को कह रहे हैं.’
हमें भाजपा को उसके आर्थिक मैसेजिंग में टॉप क्लास के अनुशासन के लिए श्रेय देना चाहिए। पहले स्वयंभू नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री ने बेरोज़गारी को ख़त्म करने के उपाय के रूप में पकौड़े बेचने की खूबी बताई थी। अब और उनके विधायक कॉलेज की डिग्री को ‘बेकार’ कहकर ख़ारिज़ कर रहे हैं और… pic.twitter.com/Oqb5pg9bFO
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) July 15, 2024
मालूम हो कि पन्नालाल शाक्य का विवादों से पुराना नाता है. आरएसएस कार्यकर्ता शाक्य को 2023 के विधानसभा चुनावों में गुना सीट से भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया था और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों के मुकाबले उन्हें तरजीह दी थी. इससे पहले, उन्होंने पार्टी से आग्रह किया था कि ‘वह बिकाऊ नेताओं को टिकट न दे, और टिकाऊ नेताओं को चुने.’
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों पर तरजीह देते हुए 2023 के विधानसभा चुनावों में गुना सीट से भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुना गया था. उन्होंने पार्टी से ‘बिकाऊ नेताओं को टिकट न देने’ और ‘टिकाऊ’ नेताओं को चुनने का आग्रह किया था.
शाक्य 2017 में तब चर्चा में आए थे जब उन्होंने दावा किया था कि क्रिकेटर विराट कोहली देशभक्त नहीं हैं क्योंकि उन्होंने भारत में शादी नहीं की. कोहली ने बॉलीवुड अभिनेत्री अनुष्का शर्मा से इटली में शादी की थी.
2018 में उन्होंने एक और विवाद खड़ा कर दिया था जब उन्होंने कहा था कि मध्य प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं क्योंकि ‘लड़कियों के बॉयफ्रेंड होते हैं.’ उन्होंने कहा था कि यदि लड़कियां बॉयफ्रेंड बनाना बंद कर दें, तो उन पर अत्याचार नहीं होंगे. शाक्य ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर भी टिप्पणी करते हुए कहा था कि यह विदेशी परंपरा है. हमारे भारतीय दर्शन में महिला का बहुत सम्मान होता है और महिला दिवस हम एक वर्ष में चार बार मनाते हैं. चार बार उनकी पूजा करते हैं.
इसके अलावा, वर्ष 2018 में शाक्य ने कहा था कि महिलाएं बांझ रहें लेकिन ऐसे बच्चे न पैदा करें जिनमें संस्कार न हों. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा था कि कुछ महिलाएं इस तरह के नेताओं को जन्म देती हैं जो समाज में विकृति पैदा करते हैं.