पिछले दिनों सेना की सहायक व्यवस्था की आलोचना करते वीडियो में दिखाए गए सैनिक का शव बैरक से बरामद हुआ है.
भारतीय सेना में सहायक सिस्टम का विरोध करने वाले सैनिक रॉय मैथ्यू की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. पिछले दिनों एक न्यूज़ वेबसाइट द्वारा ब्रिटिश राज के समय से सेना में चली आ रही सहायक व्यवस्था पर आलोचना करता हुआ वीडियो दिखाया गया था, रॉय मैथ्यू इस वीडियो का हिस्सा थे.
मूल रूप से केरल के रहने वाले रॉय महाराष्ट्र में नासिक के देवलाली छावनी में एक कर्नल के सहायक के रूप में तैनात थे. उनका शव एक बैरक में छत से लटका मिला. सहायक प्रणाली की आलोचना करता यह वीडियो 24 फरवरी को सामने आया था, जिसके बाद से रॉय काफ़ी परेशान थे और अगले ही दिन यानी 25 तारीख से बिना किसी सूचना के गायब थे. पुलिस को उनके गायब होने की सूचना दे दी गई थी. गुरुवार सुबह उनका शव देवलाली छावनी के एक खाली पड़े बैरक में मिला. शव की अवस्था काफी खराब थी, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि उनकी मौत लगभग तीन दिन पहले हो चुकी थी.
इस वीडियो में एक सहायक द्वारा अधिकारी के कुत्ते को घुमाते हुए दिखाया गया था, हालांकि वीडियो में इस सहायक का चेहरा छिपा दिया गया था पर मीडिया में आई रिपोर्टों के अनुसार मैथ्यू ने अपने अधिकारी को ‘सॉरी’ लिखकर भेजा था. कहा जा रहा है कि उन पर जांच हो रही थी, जिसके कारण वे दबाव में थे. पर सेना का कहना है कि वीडियो में कोई चेहरा नहीं दिखाया गया था इसलिए किसी व्यक्ति पर कोई जांच होने जैसी कोई बात ही नहीं थी. वैसे इस न्यूज़ वेबसाइट से यह वीडियो हटा दिया गया है.
एएनआई से बात करते हुए मैथ्यू की पत्नी फ़िनी रॉय ने बताया, ‘मेरी जब उनसे आख़िरी बार बात हुई तब वे रो रहे थे और उन्होंने कहा कि सभी टीवी चैनल मेरा वीडियो चला रहे हैं. मैं जानना चाहती हूं कि उनके साथ क्या हुआ.’ मैथ्यू के पिता भी यही बात दोहराते हैं, ‘न हमारे पास पैसा है न ही कोई राजनीतिक प्रभाव, हमारी मदद के लिए भी कोई नहीं है पर मैं जानना चाहता हूं कि उसके साथ क्या हुआ?’
He (Roy) called & said channels are playing my visuals & was crying;want to know what happened to him: Fini Roy, wife of soldier Roy Mathew pic.twitter.com/kGU24EzbVl
— ANI (@ANI) March 3, 2017
Don't have wealth or political influence,there's no one to help; want to know what happened to my son: Mathew, Father of soldier Roy Mathew pic.twitter.com/1zpY5ShEJT
— ANI (@ANI) March 3, 2017
सेना की ओर से दिए गए बयान में कहा गया है कि हो सकता है कि अपने वरिष्ठों की ग़लत छवि बनने और उनके बारे ग़लत संदेश प्रसारित होने के अपराधबोध से क्षुब्ध होकर रॉय ने इतना बड़ा कदम उठाया हो.
Its likely that guilt of letting down superiors/conveying false impression to unknown individual, led to extreme step: Army on Roy Mathew pic.twitter.com/ylrttRUOz0
— ANI (@ANI) March 3, 2017
पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम के बाद ही मौत की वजह पता लग सकेगी. वहीं सेना द्वारा भी मैथ्यू की मौत की जांच के आदेश दे दिए गए हैं.