नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने मंगलवार को नीति आयोग का पुनर्गठन किया, जिसमें विशेष आमंत्रित सदस्यों की संख्या 5 से बढ़ाकर 11 कर दी गई.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, 11 आमंत्रित सदस्यों में भाजपा के सहयोगी दलों के 5 मंत्री- एचडी कुमारस्वामी (जेडीएस), जीतन राम मांझी (हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा), राजीव रंजन सिंह (जदयू), केआर नायडू (टीडीपी) और चिराग पासवान (एलजेपी-रामविलास)- शामिल हैं.
अधिसूचना के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीति आयोग के अध्यक्ष बने रहेंगे और अर्थशास्त्री सुमन के. बेरी इसके उपाध्यक्ष बने रहेंगे. वैज्ञानिक वीके सारस्वत, कृषि अर्थशास्त्री रमेश चंद, बाल रोग विशेषज्ञ वीके पॉल और मैक्रो-अर्थशास्त्री अरविंद विरमानी भी सरकारी थिंक-टैंक के पूर्णकालिक सदस्य बने रहेंगे. बीवीआर सुब्रह्मण्यम भी सीईओ बने रहेंगे.
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने पूर्ववर्ती नरेंद्र सिंह तोमर की जगह पदेन सदस्य के रूप में कार्यभार संभाला है. अन्य पदेन सदस्यों में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल हैं.
अन्य विशेष आमंत्रित सदस्यों में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (सड़क परिवहन और राजमार्ग), जेपी नड्डा (स्वास्थ्य), वीरेंद्र कुमार (सामाजिक न्याय और अधिकारिता), जुएल ओराम (आदिवासी मामले), अन्नपूर्णा देवी (महिला और बाल विकास) और राव इंद्रजीत सिंह (सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन) शामिल हैं.
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और अश्विनी वैष्णव, जो पहले विशेष आमंत्रित सदस्य थे, इस बार सूची में नहीं हैं. गडकरी, वीरेंद्र कुमार और राव इंद्रजीत सिंह पहले भी विशेष आमंत्रित सदस्य थे.
जिन सहयोगियों को शामिल किया गया है, उनमें कुमारस्वामी के पास भारी उद्योग और इस्पात विभाग; मांझी के पास सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम; राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के पास मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी; और नायडू के पास नागरिक उड्डयन और चिराग पासवान के पास खाद्य प्रसंस्करण उद्योग विभाग है.