अब उत्तराखंड में कांवड़ मार्ग के खाद्य विक्रेताओं से दुकानों पर अपना नाम लिखने को कहा गया

उत्तराखंड पुलिस ने हरिद्वार में कांवड़ यात्रा के दौरान सड़क किनारे ठेलों सहित खाने-पीने की दुकानों को अपने मालिकों का नाम प्रदर्शित करने के लिए कहा है. इससे पहले, इस तरह के आदेश उत्तर प्रदेश पुलिस भी जारी कर चुकी है.

कांवड यात्रा की प्रतीकात्मक तस्वीर. (फोटो साभार: एएनआई)

नई दिल्ली: उत्तराखंड के हरिद्वार में पुलिस ने कांवड़ यात्रा के दौरान सड़क किनारे ठेलों सहित खाने-पीने की दुकानों को अपने मालिक का नाम प्रदर्शित करने के लिए कहा है, ताकि यात्रा के दौरान अक्सर होने वाले विवादों से बचा जा सके. गौरतलब है कि इससे पहले उत्तर प्रदेश के जिलों में पुलिस द्वारा इसी तरह के आदेश जारी किए जा चुके हैं.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोभाल ने कहा, ‘कांवड़ यात्रा के दौरान दुकानों पर मालिक का नाम न लिखे जाने के कारण अक्सर विवाद उत्पन्न हो जाते हैं. कई बार यात्री इस पर आपत्ति जताते हैं. इसे दूर करने के लिए मार्ग पर पड़ने वाले सभी दुकानों, रेस्टोरेंट, होटल, ढाबों और रेहड़ी-पटरी वालों का हरिद्वार पुलिस द्वारा सत्यापन किया जाएगा. हम मालिकों के नाम स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करने पर भी जोर दे रहे हैं. क्यूआर कोड में भी इसका उल्लेख होगा.’

उन्होंने बताया कि जिले में हितधारकों के साथ कई बैठकों के बाद यह निर्णय लिया गया. जिला पुलिस द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, एसएसपी हरिद्वार ने राजपत्रित अधिकारियों को दिए गए कार्यों की समीक्षा के लिए गुरुवार को एक बैठक आयोजित की.

बैठक के दौरान अधिकारियों को हाईवे पर स्थित होटलों, ढाबों और खाद्य पदार्थों की दुकानों का निरीक्षण करने और रेट लिस्ट को क्यूआर कोड में शामिल करने का निर्देश दिया गया. साथ ही हाईवे पर उचित क्षमता, पार्किंग और बिजली आपूर्ति व्यवस्था के साथ दुकानें स्थापित करने का भी निर्देश दिया गया. पुलिस बल की तैनाती, आवश्यक सामान और उपकरण, ड्रोन की उपलब्धता और ऑपरेटर के संपर्क विवरण पर चर्चा की गई.

एक अन्य बयान में भगवानपुर थाने ने कहा कि आगामी यात्रा के मद्देनजर होटल और ढाबा मालिकों/संचालकों के साथ बैठक आयोजित की गई और उन्होंने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया.

बैठक में जारी दिशा-निर्देशों में होटलों और ढाबों में मांस, अंडे, लहसुन और प्याज के उपयोग पर रोक लगाना, शराब और नशीले पदार्थों के सेवन पर प्रतिबंध लगाना, खाद्य पदार्थों की रेट लिस्ट को प्रमुखता से प्रदर्शित करना और भुगतान के लिए ऑपरेटर के नाम का क्यूआर कोड सुनिश्चित करना शामिल है.

मालूम हो कि उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में पुलिस ने कांवड़ यात्रियों के बीच भ्रम की स्थिति को रोकने के लिए जिले में कांवड़ यात्रा मार्ग के किनारे स्थित होटल, ढाबों और खाद्य सामग्री बेचने वाली अन्य दुकानों को अपने मालिकों और कर्मचारियों के नाम अपनी-अपनी दुकानों के बाहर लिखने के लिए कहा है.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भक्तों के ‘सम्मान’ के लिए इस वर्ष राज्य में कांवड़ यात्रा के मार्गों पर खुले में मांस की बिक्री और खरीद पर प्रतिबंध लगा दिया है.