केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद का जवाब, मैं पाकिस्तान से कहना चाहता हूं कि भारतीय भारत के लोकतंत्र को स्वयं चलाने में समर्थ हैं. यह टिप्पणी कांग्रेस को राहत देने के लिए दी गई लगती है.
इस्लामाबाद/नई दिल्ली: गुजरात विधानसभा चुनाव में पाकिस्तानी दखल के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आरोप के एक दिन बाद पाकिस्तान ने सोमवार को कहा कि गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव प्रचार के दौरान भारतीय नेताओं को अपनी घरेलू राजनीति में पाकिस्तान को नहीं घसीटना चाहिए. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस अवांछित टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा कि यह कांग्रेस पार्टी को राहत देने के लिए की गई टिप्पणी ज्यादा लगती है.
मोदी ने रविवार को एक चुनावी रैली में दावा किया था कि पाकिस्तान ने गुजरात चुनावों में दखल की कोशिश की. गुजरात में दूसरे चरण का चुनाव 14 दिसंबर को होना है.
मोदी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया करते हुए पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने ट्वीट किया, अपनी चुनावी बहस में भारत अब पाकिस्तान को घसीटना बंद करे और ऐसे मनगढ़ंत षड्यंत्रों के बजाय अपने दम पर जीत हासिल करें जो बिल्कुल निराधार एवं गैरजिम्मेदार हैं.
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान सेना के पूर्व महानिदेशक डीजी सरदार अरशद रफीक की उस कथित अपील पर भी सवाल किए थे जिसमें उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल को गुजरात का मुख्यमंत्री बनाने की अपील की थी.
मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने अपने घर पर एक बैठक की, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, एक पूर्व उपराष्ट्रपति, भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त और पाकिस्तान के एक पूर्व विदेश मंत्री ने शिरकत की थी.
गुजरात में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, एक तरफ पाकिस्तान की सेना के पूर्व डीजी गुजरात चुनाव में दखल दे रहे हैं और दूसरी ओर पाकिस्तान के लोग मणिशंकर अय्यर के घर पर बैठक कर रहे हैं. इस बैठक के कारण गुजरात के लोग, निचले समुदाय के लोग, गरीब जनता और मोदी का अपमान हुआ. क्या आपको नहीं लगता कि ऐसे कार्यक्रम संदेह पैदा करते हैं.
पाकिस्तान की टिप्पणी की निंदा करते हुए केंद्रीय मंत्री प्रसाद ने कहा कि यह कांग्रेस पार्टी को राहत देने के लिए की गई टिप्पणी ज्यादा लगती है. प्रसाद ने कहा कि भारतीय अपने देश के लोकतंत्र को स्वयं चलाने में पूरी तरह सक्षम है.
प्रसाद ने पत्रकारों से कहा, आज पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बहुत ही रोचक बयान जारी किया है जिसमें पाकिस्तान ने उसे भारतीय चुनावों में घसीटने की निंदा की है और सलाह दी है कि भारतीयों को अपने आप से चुनाव लड़ना चाहिए.
प्रसाद ने कहा, मैं पाकिस्तान से कहना चाहता हूं कि भारतीय भारत के लोकतंत्र को स्वयं चलाने में समर्थ हैं जैसा कि वह करते आए हैं. भारत के प्रधानमंत्री एक चुनकर आए लोकप्रिय प्रधानमंत्री हैं और भाजपा भी लोकप्रिय है. भारत के चुनावी मामलों में बाहर के किसी भी हस्तक्षेप का पूरी तरह से नापसंद किया जाता है.
उन्होंने कहा कि भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देने में पाकिस्तान के हाथ की बात जगजाहिर है. इसलिए वह हमें ज्ञान देना बंद करें और हमें भारत के लोकतंत्र पर गर्व है.
गौरतलब है कि मोदी ने अपने भाषण में दावा किया था कि कांग्रेस से निलंबित नेता मणिशंकर अय्यर के उन्हें नीच बुलाए जाने से एक दिन पहले उनके आवास पर एक गुपचुप बैठक हुई. इसमें पाकिस्तान के उच्चायुक्त, पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री, भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति और देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी शामिल हुए थे.