नई दिल्ली: महाराष्ट्र के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के खराब प्रदर्शन के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सहयोगी दलों के बीच उठापटक जारी है.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, राज्य के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी अजित पवार गुट) के प्रमुख अजित पवार ने रविवार (21 जुलाई) को कहा कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र में नगर निकाय चुनाव बिना किसी गठबंधन के अकेले लड़ेगी.
उन्होंने एनसीपी की पुणे इकाई को संबोधित करते हुए कहा, ‘हमने लोकसभा चुनाव गठबंधन में लड़ा और विधानसभा चुनाव भी गठबंधन में लड़ेंगे. मैं घोषणा करना चाहता हूं कि पार्टी निकाय चुनाव स्वतंत्र रूप से लड़ेगी.’
उन्होंने आगे कहा कि एनसीपी अपनी ताकत के दम पर निकाय चुनाव लड़ेगी, इसलिए स्थानीय नेताओं और कैडर को अपने-अपने क्षेत्र में पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करना चाहिए.
मालूम हो कि अजित पवार का ये ऐलान ऐसे समय में सामने आया है जब हाल ही में पार्टी के पिंपरी चिंचवाड़ में स्थानीय नेता पार्टी छोड़कर शरद पवार गुट में शामिल हो गए हैं. पिंपरी-चिंचवाड़ की एनसीपी इकाई के अध्यक्ष और तीन अन्य नेताओं ने अजित पवार का साथ छोड़ा है.
फिलहाल, अजित पवार के सामने नवंबर 2024 में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों में अपनी राजनीतिक क्षमता साबित करने की चुनौती है. हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में उनकी पार्टी का खराब प्रदर्शन रहा था.
हालांकि, स्थानीय निकाय, जिनमें नगर पालिका परिषद, नगर पंचायत और जिला परिषद के चुनाव शामिल हैं, की तारीख अभी तक तय नहीं हुई है.
पवार ने कहा कि पिंपरी चिंचावाड़ में कुछ स्थानीय नेताओं ने यह सोचकर पार्टी छोड़ दी कि अन्य राजनीतिक दलों के साथ एनसीपी के गठबंधन के कारण उनके विकास में दिक्कत आ रही हैं.
उन्होंने कहा, ‘स्थानीय नेता चले गए लेकिन पार्टी का अधिकांश कैडर अभी भी एनसीपी के साथ बने हुए हैं.’
उन्होंने कहा कि एनडीए गठबंधन में शामिल होने का निर्णय पूरी तरह से राज्य के समग्र विकास के इरादे से लिया गया है.
इस बीच, एनसीपी अजित पवार गुट की पुणे इकाई के प्रमुख दीपक मानकर ने स्थानीय नेताओं के पार्टी छोड़ने की अटकलों से इनकार किया. उन्होंने यह भी कहा कि जब राज्य और केंद्र में एक ही गठबंधन की सरकार होगी तो राज्य में और अधिक विकास होगा.
उन्होंने बिहार में नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू का उदाहरण देते हुए कहा कि ये लोग अपने राज्य के विकास को सुनिश्चित करने के लिए एनडीए का हिस्सा बने हैं. इसी तरह महाराष्ट्र के विकास को सुनिश्चित करने के लिए राज्य और केंद्र में शासन करने वाले दलों का आपस में गठबंधन होना जरूरी है.’
अजित पवार ने अपने भाषण में पार्टी कैडर को मजबूत करने की बात करते हुए कहा कि पार्टी नेताओं को ऐसा काम या व्यवहार नहीं करना चाहिए, जिससे पार्टी की बदनामी हो.
उन्होंने कहा, ‘हमारा चुनाव अभियान सकारात्मक होना चाहिए. किसी को भी हमारे व्यवहार या रुख से सहानुभूति हासिल करने में कामयाबी नहीं मिलनी चाहिए.’