बिहार: नीतीश कुमार के महिला विरोधी बोल, सदन में विधायक से बोले- ‘महिला हो, कुछ जानती नहीं हो’

बिहार विधानसभा में मानसून सत्र के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने भाषण में आरक्षण संबंधी मुद्दे पर बोल रहे थे, तभी विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल की विधायक रेखा पासवान ने हस्तक्षेप करने की कोशिश की तो वह अपना आपा खो बैठे.

नीतीश कुमार. (फोटो साभार: सोशल मीडिया वीडियो स्क्रीनग्रैब)

नई दिल्ली: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर विधानसभा में महिला विरोधी आपत्तिजनक टिप्पणी की है. उन्होंने बुधवार (24 जुलाई) को अपने भाषण के दौरान राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की विधायक रेखा पासवान को अंगुली दिखाते हुए कहा, ‘अरे महिला हो, कुछ जानती नहीं हो.’

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मानसून सत्र के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सदन में आरक्षण संबंधी मामले पर अपनी बात रख रहे थे. उन्होंने बताया कि आरक्षण की सीमा बढ़ाने को लेकर राज्य सरकार ने पटना हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है.

उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र से आरक्षण बढ़ाने की मांग को संविधान की 9वीं अनुसूची में शामिल करने का अनुरोध किया है ताकि उसे कानूनी और संवैधानिक मान्यता प्रदान की जा सके.

इस पर राजद की मसौढ़ी विधायक रेखा पासवान हस्तक्षेप करने के लिए अपनी सीट से उठीं और कुछ बोलने लगीं, जिस पर सीएम ने सदन में आपा खो दिया और रेखा पासवान की ओर हाथ दिखाते हुए ऊंची आवाज में बोले, ‘अरे महिला हो, कुछ जानती नहीं हो… इन लोगों (राजद) ने किसी महिला को आगे बढ़ाया था क्या? 2005 के बाद हमने महिलाओं को आगे बढ़ाया है. बोल रही हो, फालतू बात… इसलिए कह रहे हैं, चुपचाप सुनो.’

उनके इतना कहते ही सदन में हंगामा और बढ़ गया. बाद में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने नीतीश का बचाव करते हुए कहा कि उनके भाषण को राजनीतिक उद्देश्य के लिए इस्तेमाल करने के बजाय पूरा सुना जाना चाहिए.

विपक्ष ने मुख्यमंत्री के इस बयान की कड़ी आलोचना करते हुए इसे महिला विरोधी और अशोभनीय बताया है.

सदन में नीतीश कुमार के दिए इस बयान की क्लिप साझा करते हुए विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘महिला हो कुछ जानती हो? महिलाओं पर ओछी, गैर वांछित, असभ्य, अशिष्ट एवं निम्नस्तरीय टिप्पणियां करना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आदत में शुमार हो चुका है. प्रदेश के लिए यह अत्यधिक गंभीर व चिंतनीय विषय है.’

तेजस्वी ने आगे कहा,  ‘सीएम ने कुछ दिन पहले भी आदिवासी वर्ग की भाजपा की महिला विधायक पर भी सुंदरता संबंधित भद्दी टिप्पणी की थी. आज अनुसूचित जाति की दो बार से महिला विधायक रेखा पासवान पर टिप्पणी की. सृष्टि के सबसे बड़े ज्ञाता, ध्याता, व्याख्याता और रचयिता तो आदरणीय नीतीश जी बन चुके है. इनको छोड़ कर किसी को कुछ पता नहीं, किसी को कुछ आता-जाता नहीं.’

मालूम हो कि हाल ही में जदयू नेता ललन सिंह ने भी राबड़ी देवी पर विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा कि बजट जैसी चीज राबड़ी देवी की समझ से बाहर है. उन्हें हस्ताक्षर करना आता नहीं, बजट पर क्या बोलेंगी. बता दें कि ललन सिंह मुंगेर के सांसद और केंद्रीय मंत्री हैं.

गौरतलब है कि इससे पहले भी नीतीश कुमार के कई बयानों को लेकर सियासी बवाल हो चुका है. पिछले साल नवंबर 2023 में बिहार विधानसभा में जातिगत गणना के दौरान हुए आर्थिक सर्वेक्षण पर अपनी रिपोर्ट पेश करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं के लिए विवादित बयान दिया था. उन्होंने महिला और पुरूष के शारीरिक संबंधों, आर्थिक सर्वेक्षण में महिलाओं की बढ़ रही साक्षरता और प्रजनन दर को लेकर टिप्पणी की थी, जिसे विपक्ष ने अश्लील और अपमानजनक बताया था.