मध्य प्रदेश: धार्मिक आयोजन के दौरान दीवार गिरने से नौ बच्चों की मौत

घटना सागर ज़िले की है. नौ बच्चों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि दो का स्थानीय अस्पताल में इलाज जारी है. मुख्यमंत्री मोहन यादव के मुताबिक, दुर्घटना भारी बारिश के चलते हुई.

हादसे के बाद घटनास्थल की एक तस्वीर. (फोटो साभार: एएनआई)

नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के सागर जिले में रविवार (4 अगस्त) को एक धार्मिक कार्यक्रम में दीवार गिरने से नौ बच्चों की मौत हो गई. दो बच्चे घायल बताए जा रहे हैं. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना रहली विधानसभा क्षेत्र के शाहपुर गांव में सुबह करीब 8:30 बजे हुई. मुख्यमंत्री मोहन यादव के मुताबिक, भारी बारिश के कारण घर की दीवार गिर गई.

जिला कलेक्टर दीपक आर्य ने बताया कि नौ बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई और कम से कम दो अन्य का स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है. दीवार ढहने के बाद घटनास्थल से अधिकांश मलबे को हटा लिया गया है. स्थानीय अधिकारियों ने घटना की जांच शुरू कर दी है.

सीएम यादव ने अधिकारियों को घायल बच्चों को ‘उचित उपचार’ प्रदान करने का निर्देश दिया. सीएम ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा है, ‘सागर जिले के शाहपुर में आज सुबह जर्जर मकान की दीवार गिरने से नौ बच्चों की दुखद मृत्यु से मन अत्यंत व्यथित है. भगवान से करबद्ध प्रार्थना है कि दिवंगत बच्चों की आत्मा को शांति प्रदान करें. हादसे में घायल अन्य बच्चों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं. जिन परिवारों ने मासूम बच्चों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं. मृतक बच्चों के परिजनों को शासन की तरफ से 4-4 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी.’

यादव ने आगे लिखा है, ‘सागर जिले के अंतर्गत नगर परिषद शाहपुर में जर्जर मकानों को चिह्नित करते हुए नोटिस भी जारी किए गए थे किंतु संबंधित अधिकारियों द्वारा स्थानीय प्रशासन को अवगत नहीं कराया गया. इस लापरवाही में दोषी पाए गए नगर परिषद शाहपुर के प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी एवं उपयंत्री को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है. सभी प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित किया जाता है कि प्रदेश भर में जर्जर भवनों को चिह्नित करके विधि सम्मत कार्रवाई की जाए, जिससे इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति अब नहीं हो. कर्तव्य से लापरवाही को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.’

मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है, ‘रीवा में स्कूल की दीवार गिरने और सागर में घर की दीवार गिरने से बच्चों की मौत की घटना शासन-प्रशासन की घोर लापरवाही का नतीजा है. मध्य प्रदेश में स्कूलों की स्थिति खराब है, शिक्षक नहीं हैं. बिना भवन के स्कूलों की भरमार है. 50 लाख बच्चे स्कूल छोड़ चुके हैं. प्रदेश में 32 हजार करोड़ रुपए का शिक्षा बजट भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा है क्योंकि कर्ज, क्राइम और करप्शन ही मोहन सरकार का ध्येय बन चुका है.’

बता दें कि इस घटना से एक दिन पहले शनिवार (3 अगस्त) को मध्य प्रदेश के रीवा में एक जर्जर घर की दीवार गिरने से चार स्कूली छात्रों और एक महिला की मौत हो गई थी. इस घटना में एक अन्य छात्रा और उसकी मां को भी चोटें आई हैं. भारी बारिश के कारण छात्र स्कूल से जल्दी घर लौट रहे थे, जब स्कूल से 20 मीटर की दूरी पर स्थित घर की दीवार उन पर गिर गई.

इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए सीएम ने कहा था, ‘रीवा में दीवार गिरने से चार बच्चों की मृत्यु की खबर अत्यंत ही दुखद है. ग्राम गढ़ में निजी विद्यालय के समीप दीवार गिरने से 5 से 8 साल तक आयु के मासूम असमय काल के गाल में समा गए. ईश्वर से करबद्ध प्रार्थना है कि दिवंगत बच्चों की आत्मा को शांति प्रदान करें. हादसे में घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना है. जिन परिवारों ने मासूम बच्चों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं. मृतक बच्चों के परिजनों को शासन की तरफ से 2-2 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी.’