नई दिल्ली: अनुच्छेद 370 को निरस्त करने की पांचवी वर्षगांठ पर इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, घाटी के कई राजनेताओं ने कहा है कि उन्हें उनके घरों में हिरासत में लिया गया, और कई अन्य को अपने परिसर नहीं छोड़ने की ‘सलाह’ दी गई थी.
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की स्थानीय इकाई के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने श्रीनगर में जश्न मनाते हुए एक जुलूस निकाला और कहा कि ‘कश्मीर को 5 अगस्त को आजादी मिली थी.’
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने बताया कि पार्टी के मुख्य प्रवक्ता तनवीर सादिक और युवा अध्यक्ष सलमान सागर को उनके घरों में हिरासत में में लिया गया.
पार्टी ने एक बयान में कहा, ‘सरकार ने एक बार फिर अन्यायपूर्ण तरीके से हमारे नेताओं को नजरबंद कर दिया है. श्रीनगर में पार्टी मुख्यालय, नवा-ए-सुबह को अलग-थलग कर दिया गया है. मुख्यधारा की लोकतांत्रिक गतिविधियों का यह दमन प्रशासन के अंदर बसे डर को प्रदर्शित करता है और पिछले पांच वर्षों में विकास के उनके दावों के खोखलेपन को उजागर करता है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पार्टी ने कहा, ‘5 अगस्त, 2019 को लिए गए एकतरफा और अलोकतांत्रिक निर्णय नई दिल्ली द्वारा जम्मू-कश्मीर के लोगों से किए गए वादों के साथ विश्वासघात हैं. ये निर्णय जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए अस्वीकार्य हैं, जैसा कि क्षेत्र में हाल के संसदीय चुनाव परिणामों से पता चलता है.’
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने भी अपने घर के दरवाजे बंद होने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट कीं.
उन्होंने पोस्ट के साथ लिखा, ‘अगर कश्मीर उतना ही सामान्य है जितना भारत सरकार दावा करती है, तो जम्मू-कश्मीर पुलिस हमें हर साल 5 अगस्त को अवैध रूप से नजरबंद क्यों करती है? अहंकार इतना है कि एसएचओ नौगाम ने हमें हमारे ही घर में बंद कर दिया और चाबियां छीन लीं. पुलिस वाले हैं या नए जमाने के जेलर? आप तय करें.’
If Kashmir is as normal as GOI claims it to be why does @JmuKmrPolice place us under illegal house arrest on 5th August every year ? The arrogance is such that SHO Nowgam has locked us up inside our own house & taken the keys away. Cops or new age jailers? You decide. pic.twitter.com/2GAAMZ8L0i
— Iltija Mufti (@IltijaMufti_) August 5, 2024
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के नेताओं ने दावा किया है कि सोमवार (5 अगस्त) को मध्य श्रीनगर स्थित पीडीपी कार्यालय पर भी ताला लगा दिया गया.
श्रीनगर में भाजपा के जश्न का जिक्र करते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने एक्स पर कहा, ‘मुट्ठी भर भाजपा नेताओं को आज जश्न मनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, जबकि जो लोग जम्मू-कश्मीर के साथ जो किया गया उसके खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराते हैं, उन्हें घरों में बंद कर दिया जाता है.’
पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने 5 अगस्त को कश्मीरी लोगों के पूर्ण रूप से अशक्त होने की एक बदसूरत याद करार दिया.
उन्होंने कहा, ‘पांच साल बाद भी यहां कोई निर्वाचित विधानसभा नहीं है. यह दुख की बात है कि देश में कोई इतनी शक्तिशाली आवाजें नहीं हैं जो यह सवाल पूछ सकें कि जम्मू-कश्मीर को ऐसे अपमानजनक व्यवहार का निशाना बनाने के लिए क्यों चुना गया?’
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि 5 अगस्त, 2019 इतिहास में न केवल जम्मू-कश्मीर के लिए एक काले दिन के रूप में, बल्कि भारतीय लोकतंत्र पर एक कलंक के रूप में दर्ज किया जाएगा.
उन्होंने कहा, ‘यह वह दिन था, जब एक अर्ध-स्वायत्त राज्य को अशक्त तथा खंडित कर दिया गया था और हमारे लिए विशेष और पवित्र हर चीज़ को लूट लिया गया था. और तब से, राज्य को चुप रहने की धमकी दी गई है, जिसे देश के बाकी हिस्सों में ‘शांति और सामान्य स्थिति’ के रूप में प्रचारित किया जाता है.