नई दिल्ली: भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक से अयोग्य घोषित किए जाने के कुछ ही घंटों के बाद बुधवार (7 अगस्त) को केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने लोकसभा में बताया कि भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने अंतर्राष्ट्रीय कुश्ती महासंघ के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया है.
अपने छह मिनट के भाषण में ढाई मिनट उन्होंने फोगाट को अयोग्य घोषित किए जाने से पहले की घटनाओं और इस मसले से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में बताया, जबकि बाकी के लगभग चार मिनट यह विवरण देने में बिताए कि फोगाट को ओलंपिक की तैयारी के लिए भारत सरकार ने कितनी वित्तीय सहायता प्रदान की. इस पर विपक्ष ने विरोध भी जताया.
मंडाविया ने कहा, ‘जहां तक उनकी तैयारियों और उन्हें सहायता प्रदान करने का सवाल है, भारत सरकार ने उनकी जरूरतों के हिसाब से उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की. उन्हें निजी स्टाफ भी प्रदान किया गया जो अपने-अपने क्षेत्र में विशेषज्ञ हैं. उन्हें हंगरी के विख्यात कोच वोलर अकोस और फिजियो अश्विनी पाटिल प्रदान किए गए जो हमेशा उनके साथ मौजूद रहते थे.’
वह आगे बोले, ‘इसके अतिरिक्त ओलंपिक के लिए व्यक्तिगत सहायक स्टाफ जैसे विभिन्न स्पारिंग पार्टनर (कुश्ती का अभ्यास करने के लिए एक साथी), स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग विशेषज्ञ के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की गई. इनमें कोच वोलर अकोस, वेन पैट्रिक लोम्बार्ड (स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग विशेषज्ञ), अश्विनी जीवन पाटिल (फिजियोथेरेपिस्ट), मयंक सिंह गरिया (स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग विशेषज्ञ), शुभम और अरविंद (स्पारिंग पार्टनर) उनके साथ थे.’
मंडाविया ने कहा कि इनको पेरिस ओलंपिक चक्र के लिए कुल 70, 45, 775 रुपये की वित्तीय सहायता दी गई है. उन्होंने जुलाई में स्पेन में ग्रैंड प्रिक्स, जून में बुडापेस्ट में यूडब्ल्यूडब्ल्यू सेकंड रैंकिंग सीरीज़ और हंगरी में टाटा ओलंपिक सेंटर में प्रशिक्षण सहित विभिन्न प्रशिक्षण प्रतियोगिताओं और शिविरों का भी ज़िक्र किया.
उन्होंने बताया, ‘2020 टोक्यो ओलंपिक के लिए उन्हें 1,13,98,224 रुपये की वित्तीय सहायता दी गई थी. और पेरिस ओलंपिक के लिए उन्हें टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप) के तहत 53,35,746 रुपये और एसीटीसी के तहत 17,10,029 रुपये की सहायता दी गई… यानी कुल 70,45,775 रुपये हमारी एथलीट को दिए गए.’
खेल मंत्री द्वारा अपने भाषण के दौरान फोगाट को दी गई वित्तीय सहायता का ब्यौरा देने का विपक्ष ने जोरदार विरोध किया, लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने उन्हें कोई भी पूरक प्रश्न करने की अनुमति नहीं दी, जिसके बाद उन्होंने सदन से वॉकआउट कर लिया.
राज्यसभा में भी विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खरगे को सदन में फोगाट से जुड़ा मुद्दा उठाने की अनुमति न दिए जाने पर इंडिया गठबंधन के सांसदों ने सदन से वॉकआउट कर लिया.
जम्मू-कश्मीर विनियोग विधेयक पर चर्चा के दौरान खरगे ने सदन में फोगट की अयोग्यता का मुद्दा उठाने की कोशिश की, लेकिन राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने उन्हें ऐसा करने की अनुमति नहीं दी.
विपक्षी सदस्यों ने ‘देश की बेटी को न्याय दो’ के नारे लगाए, जिसके बाद उन्होंने सदन से वॉकआउट कर दिया.
भारतीय खेल इतिहास के लिए आज का दिन ‘ब्लैक डे’ है।
इसे लेकर INDIA गठबंधन के सांसदों ने विनेश फोगट के लिए न्याय की मांग करते हुए संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। pic.twitter.com/xzQOcxiXjs
— Congress (@INCIndia) August 7, 2024
संसद भवन के बाहर इंडिया गठबंधन के सांसदों ने नारे लगाए और विरोध प्रदर्शन किया.
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