पाकिस्तान: सेना ने आईएसआई के पूर्व प्रमुख को गिरफ़्तार किया, कोर्ट मार्शल होगा

पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने भूमि विकास मामले और रिटायरमेंट के बाद पाकिस्तान सेना अधिनियम के कई उल्लंघनों के संबंध में आईएसआई के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज़ हमीद की गिरफ़्तारी का आदेश दिया था. पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार है, जब आईएसआई के किसी पूर्व प्रमुख का कोर्ट मार्शल किया जा रहा है.

फाइल फोटो: लेफ्टिनेंट जनरल (सेवा निवृत्त) फैज़ हमीद. (फोटो साभार: pakistandaily.com)

नई दिल्ली: पाकिस्तानी सेना ने इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) फैज़ हमीद को गिरफ्तार कर लिया है. फैज़ हमीद के खिलाफ सेना ने कोर्ट मार्शल की कार्यवाही भी शुरू कर दी है. हालांकि, पाकिस्तान के इतिहास में यह पहली बार है, जब आईएसआई के किसी पूर्व प्रमुख का कोर्ट मार्शल किया जा रहा है.

रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने फैज़ हमीद को भूमि विकास मामले और उनकी सेवानिवृत्ति के बाद पाकिस्तान सेना एक्ट के कई उल्लंघनों के संबंध में गिरफ्तारी का आदेश दिया था.

पाकिस्तानी दैनिक ‘डॉन’ ने आईएसपीआर (इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस) के प्रेस बयान के हवाले से बताया कि पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए पाकिस्तानी सेना ने लेफ्टिनेंट जनरल फैज़ हमीद (सेवानिवृत्त) के खिलाफ टॉप सिटी मामले में की गई शिकायतों की जांच के लिए एक विस्तृत कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी शुरू की थी, जिसके परिणामस्वरूप, फैज़ हमीद के खिलाफ पाकिस्तान सेना एक्ट के प्रावधानों के तहत सख़्त अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की गई है.

बयान में आगे ये भी कहा गया है कि फ़ैज़ हमीद की ओर से सेवानिवृत्ति के बाद पाकिस्तान आर्मी एक्ट के उल्लंघन की कई घटनाएं भी सामने आई हैं, जिसके बाद उन्हें फ़ील्ड जनरल कोर्ट मार्शल की प्रक्रिया शुरू करते समय हिरासत में ले लिया गया.

मालूम हो कि लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) हमीद को बेहद शक्तिशाली माना जाता था, जब उन्होंने 2019 से 2021 तक आईएसआई का नेतृत्व किया था. उन्होंने यह प्रतिष्ठित माने जाने वाला पद तब संभाला था, जब आईएसआई प्रमुख और वर्तमान सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल असीम मुनीर को समय से पहले पद से हटा दिया गया था. तब यह कहा गया था कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान मुनीर से खुश नहीं थे.

आखिरकार, हमीद और सेना के बीच संबंधों में खटास आने के बाद सेना ने उन्हें पद से हटा दिया. हमीद को हटाने के कदम का इमरान खान ने कड़ा विरोध किया था.

हमीद को बाद में टॉप सिटी मामले में आरोपी बनाया गया, जब हाउसिंग कंपनी के मालिक मोईज़ अहमद खान ने हमीद पर अपने अधिकार का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था. यह मामला पिछले साल 8 नवंबर को सुर्खियों में आया था.

खान ने 12 मई, 2017 को दायर अपनी याचिका में कहा था कि हमीद के कहने पर आईएसआई अधिकारियों ने उनके कार्यालयों और आवास पर छापा मारा और सोना, हीरे, पैसे समेत अन्य कीमती सामान जब्त कर लिया.

याचिकाकर्ता खान ने यह भी कहा था कि हमीद और उनके भाई सरदार नजफ दोनों ने इस मुद्दे को सुलझाने के लिए व्यक्तिगत रूप से उनसे मुलाकात की थी. खान ने ये भी आरोप लगाया था कि आईएसआई ने उनसे चार करोड़ पाकिस्तानी रुपये की वसूली की है.

मामले की सुनवाई करने वाली सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की बेंच ने मामले को जांच के लिए रक्षा मंत्रालय के पास भेज दिया था.

इस साल अप्रैल में सेना ने हमीद के खिलाफ लगे आरोपों की जांच के लिए सेना के एक मेजर की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय जांच समिति गठित की थी. इस बीच, हमीद अपनी वास्तविक सेवानिवृत्ति तिथि से चार महीने पहले नवंबर 2022 में समय से पहले सेवानिवृत्त हो गए थे. वह तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा के करीबी थे.

गौरतलब है कि आईएसआई प्रमुख के पद को पाकिस्तानी सेना में सबसे शक्तिशाली माना जाता है. पाकिस्तान के 76 साल के अस्तित्व में आधे से अधिक समय तक आईएसआई ने सत्ता चलाई है.