नई दिल्ली: महाराष्ट्र भाजपा विधायक रवि राणा के एक बयान से विवाद पैदा हो गया है. अमरावती में भाजपा नेता ने कहा है कि अगर बहनें आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को वोट नहीं देंगी तो सरकार लाडली बहना योजना के तहत दिए जाने वाले 1,500 रुपये वापस ले लेगी.
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले घोषित इस योजना के लिए 25,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं.
रवि राणा भाजपा नेता नवनीत राणा के पति हैं. उन्होंने अमरावती में यह टिप्पणी तब की जब वह योजना के लिए प्रमाण पत्र वितरित कर रहे थे. राणा ने कहा कि अगर एनडीए सरकार सत्ता में लौटी, तो सरकार इस योजना के तहत राशि 1,500 रुपये से बढ़ाकर 3,000 रुपये कर देगी.
राणा ने कहा, लेकिन अगर बहनें उन्हें वोट देने में विफल रहीं, तो वह यह राशि वापस ले लेंगे.
एनडीए को इससे पहले लोकसभा चुनावों में झटका लगा था, जब महाराष्ट्र की 48 में से 30 सीटें महाराष्ट्र विकास अघाड़ी-‘इंडिया’ (एमवीए-इंडिया) ने जीत ली थीं. एनडीए गठबंधन के हिस्से सिर्फ 17 सीटें ही आई थीं.
राणा के बयान को लेकर विधानसभा में विपक्ष के नेता कांग्रेस के विजय वडेट्टीवार ने राणा और महायुति सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि वे राज्य की महिलाओं को धोखा देने की कोशिश कर रहे हैं. आगामी चुनावों में 1,500 रुपये के बदले में उनके वोट खरीदने का प्रयास किया जा रहा है.
डेक्कन हेराल्ड की रिपोर्ट के अनुसार नेता प्रतिपक्ष ने पूछा, ‘राणा ने जो कहा है वह मुख्यमंत्री और उनके प्रतिनिधियों के मन की बात है, क्या उन्हें लगता है कि हमारी बहनें महज 1,500 रुपये में अपना वोट बेच देंगी.’