महाराष्ट्र: पैसे लेकर सेना में भर्ती करवाने का फर्ज़ीवाड़ा सामने आया, एक गिरफ़्तार

बताया गया है कि आरोपी ने सेना के उच्च अधिकारियों से जान-पहचान का हवाला देकर कई लोगों को सेना में नौकरी दिलाने का झांसा दिया और लाखों रुपये वसूले. अब तक कम से कम 10 लोगों के साथ ऐसी ठगी की जानकारी सामने आई है.

(प्रतीकात्मक फोटो साभार: फेसबुक/ADGPI - Indian Army)

नई दिल्ली: महाराष्ट्र से फर्जी सेना भर्ती से जुड़ा एक और मामला सामने आया है. इस संबंध में सेना की मिलिट्री इंटेलिजेंस (एमआई) ने कैंप पुलिस, अहमदनगर के सहयोग से विशेष सूचना के आधार पर एक व्यक्ति विजय बिष्ट को स्थानीय बाज़ार से गिरफ्तार किया है.

द हिंदू की खबर के अनुसार, इस मामले में एफआईआर भी दर्ज की गई है. आरोपी विजय बिष्ट ने कई लोगों को सेना में रसोइया, डिफेंस सिविलियंस आदि के पद पर नौकरी देने का झांसा देकर 8,30,000 रुपये वसूले हैं.

आरोपी का कहना था कि उसकी सेना के उच्च अधिकारियों से जान-पहचान है.

अखबार को एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ के दौरान अपना अपराध कबूल कर लिया है. विजय बिष्ट के अनुसार, उसने 2023 से सेना में भर्ती के नाम पर पैसों की ठगी शुरू की थी.

अधिकारी ने कहा कि इस घोटाले में और कितने लोग शामिल थे, इसकी विस्तृत जानकारी समय आने पर सामने आ जाएगी.

मालूम हो कि इस तरह के फर्ज़ीवाड़े में अब तक कम से कम 10 लोगों के साथ ठगी होने की जानकारी सामने आई है, ये संख्या जांच के साथ आगे बढ़ने की भी संभावना है.

एक जानकार सूत्र ने अखबार को बताया कि सेना में रसोइया, माली, ड्राइवर जैसे पदों की पेशकश कर पैसे ऐंठना एक पुराना और अच्छा तरीका बन गया है. पिछले दो वर्षों में कम से कम 25 ऐसे ही मामले सामने आए हैं, जिनमें एफआईआर दर्ज हुई है.

सूत्र ने आगे कहा, ‘ऐसे कई उदाहरण हैं, जहां भर्ती रैलियों या कोचिंग संस्थानों में व्यक्तियों को टारगेट बनाया गया है.’

गौरतलब है कि भारतीय सेना भर्ती के लिए विज्ञापन जारी करती है और कैंपेन चलाती है. इसमें कहा जाता है कि सेना में शामिल होने का एकमात्र तरीका भर्ती रैलियां हैं. इन भर्तियों के लिए पहले शारीरिक फिटनेस की जांच की जाती थी और फिर लिखित परीक्षा आयोजित होती थी.

हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में रैलियों से भीड़ कम करने के लिए इस तरीके को पलट दिया गया, जिससे कई बार कानून और व्यवस्था की स्थिति पैदा हो जाती थी. अब सबसे पहले लिखित परीक्षा होती है और इसमें पास होने वालों को फिजिकल फिटनेस टेस्ट के लिए बुलाया जाता है.