रूस से भारतीयों की वापसी के वादों के बीच रूसी सैन्य शिविर में केरल के व्यक्ति की मौत

केरल के त्रिशूर जि़ले 36 वर्षीय संदीप पेशे से इलेक्ट्रीशियन थे औरअप्रैल में एक रेस्तरां में काम करने के लिए रूस गए थे. बताया गया है कि वे एक सैन्य कैंटीन में काम कर रहे थे जो यूक्रेन की सेना के हमलों की ज़द में आ गई.

(प्रतीकात्मक फोटो साभार: Wikimedia Commons/Anton Holoborodko/CC BY-SA 3.0 DEED)

नई दिल्ली: केरल के एक 36 वर्षीय व्यक्ति की रूस-यूक्रेन के युद्ध के बीच रूसी सैन्य शिविर में काम करते समय गोलाबारी में मौत हो गई है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मृतक के परिवार ने बताया है कि 36 वर्षीय संदीप त्रिशूर जिले के त्रिकुर पंचायत के नयारंगडी के मूल निवासी थे. वे पेशे से इलेक्ट्रीशियन थे और अप्रैल में एक रेस्तरां में काम करने के लिए रूस गए थे.

संदीप के चचेरे भाई सरन ने कहा, ‘दो दिन पहले हमें एक रूसी मलयाली संघ से एक संदेश मिला कि त्रिशूर के एक व्यक्ति की गोलाबारी में मौत हो गई है. संदेश के अनुसार, पीड़ित रूसी सैन्य कैंटीन में काम कर रहा था… संघ मृतक व्यक्ति की पहचान करना चाहता था. फिर, हमने विवरणों की पुष्टि की और पाया कि वह संदीप ही था.’

परिवार ने कहा कि हाल ही में उनका संदीप से संपर्क टूट गया था.

सरन ने कहा, ‘उन्होंने हमें बताया कि वह मॉस्को में काम करता है और उसने एक महीने का वेतन घर भेजा था. एक महीने से उन्होंने शायद ही कभी परिवार से संपर्क किया. कथित तौर पर उसे मॉस्को से बाहर ले जाया गया. हमें बाद में पता चला कि वह सैन्य कैंटीन में था, जो यूक्रेन की सेना के हमलों की ज़द में थी.’

संदीप अविवाहित के परिवार में उनके पिता चंद्रन और मां वलसाला हैं, दोनों ही खेतिहर मजदूर हैं. उन्होंने बताया कि परिवार उनके शव को राज्य में वापस लाने के लिए रूस स्थित भारतीय दूतावास के हस्तक्षेप का इंतजार कर रहा है.

मालूम हो कि रूस-यूक्रेन संघर्ष के बीच रूसी सेना में तैनात कई भारतीयों की जान गई है. इस महीने की शुरुआत में विदेश मंत्रालय (एमईए) ने संसद में बताया था कि इस युद्ध में अब तक आठ भारतीय नागरिकों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 69 को रूसी सेना से जल्द रिहाई मिलने का इंतजार है.

ज्ञात हो कि हाल ही में रूस में हरियाणा के एक युवक की भी मौत हो गई थी, जिसकी पुष्टि रूसी दूतावास ने भी की है.