झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन 30 अगस्त को भाजपा में शामिल होंगे

झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन इस साल की शुरुआत में पार्टी प्रमुख हेमंत सोरेन की जेल में रहने के दौरान मुख्यमंत्री का पद संभाला था. असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने सोरेन से मुलाक़ात के बाद उनके भाजपा में शामिल होने की पुष्टि की है.

चंपई सोरेन ने अमित शाह और हिमंता बिस्वा शर्मा से मुलाकात की. (फोटो साभार: X/@himantabiswa)

नई दिल्ली: महीनों की अटकलों के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन, जिन्होंने इस साल की शुरुआत में पार्टी प्रमुख हेमंत सोरेन की जेल में रहने के दौरान मुख्यमंत्री का पद संभाला था, भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगे.

रिपोर्ट के अनुसार, चंपई ने कल (26 अगस्त) भाजपा नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा से मुलाकात की.

झारखंड में इस साल नवंबर या दिसंबर में चुनाव होने वाले हैं और शर्मा उस राज्य के लिए पार्टी के चुनाव प्रभारी हैं.

शर्मा ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘वे आधिकारिक तौर पर 30 अगस्त को रांची में (भाजपा) में शामिल होंगे.’

चंपई ने झारखंड कैबिनेट और झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी में अपने पदों से अभी तक इस्तीफा नहीं दिया है.

उन्होंने 2 फरवरी से 3 जुलाई के बीच राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया था, जब हेमंत सोरेन को कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया था. वह उन नेताओं में से एक थे जिन्होंने लोकसभा चुनावों के दौरान विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन में पार्टी की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

4 जुलाई को हेमंत सोरेन ने जमानत मिलने के कुछ दिनों बाद झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली.

समाचार एजेंसी पीटीआई ने चंपई के हवाले से कहा है, ‘मैंने झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन के फैसले के अनुसार इस्तीफा दे दिया है. हमारा गठबंधन मजबूत है.’

हालांकि, हाल ही में चंपई इस बात से असहजता व्यक्त कर रहे थे कि उन्हें उनके पद से कैसे हटाया गया. उन्होंने सोशल मीडिया पर खरसावां और सरायकेला जैसी विभिन्न विधानसभा सीटों का दौरा करने की फुटेज पोस्ट की थी, जहां उनका काफी प्रभाव है.

छह बार के विधायक चंपई सोरेन 1991 से सरायकेला से जीतते आ रहे हैं. 1995 में वह पहली बार निर्दलीय के तौर पर विधायक बने थे.