बिहार: मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए गिरिराज सिंह की ओर बढ़ने पर पार्षद की पिटाई

बिहार के बेगूसराय में स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के जनता दरबार के दौरान लखमीनिया पंचायत के वार्ड पार्षद मोहम्मद सैफी ने उनसे अपनी पंचायत के बारे में कुछ सवाल पूछे थे. जवाब से असंतुष्ट सैफी ने सिंह के साथ बहस शुरू कर दी. घटना के बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में भी लिया था.

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गिरिराज सिंह के जनता दरबार की एक तस्वीर. (फोटो साभार: @girirajsinghbjp)

नई दिल्लीः बिहार के बेगूसराय में शनिवार (31 अगस्त) को जनता दरबार कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाने और आक्रामक तरीके से उनकी ओर बढ़ने वाले वार्ड पार्षद के साथ भाजपा सांसद के समर्थकों ने मारपीट की और पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, बेगुसराय पुलिस ने कहा कि यह घटना बलिया ब्लॉक में जनता दरबार कार्यक्रम के दौरान हुई. लखमीनिया पंचायत के वार्ड पार्षद मोहम्मद सैफी ने गिरिराज सिंह से अपनी पंचायत के बारे में कुछ सवाल पूछे थे.

स्थानीय सांसद के जवाब से असंतुष्ट सैफी ने गिरिराज सिंह से बहस शुरू कर दी और उनसे कहा, ‘आप हमारे सांसद हैं, और आपको हमारी समस्याएं सुननी होंगी.’ 

जब सिंह कार्यक्रम स्थल से बाहर निकलने के लिए उठे तो सैफी उनके नजदीक जाने के लिए आगे बढ़े. पुलिस ने कहा कि सुरक्षाकर्मियों द्वारा रोके जाने पर उन्होंने गिरिराज सिंह के खिलाफ ‘मुर्दाबाद’ के नारे लगाने शुरू कर दिए.

एक वायरल वीडियो में कुछ लोगों को सैफी के साथ मारपीट करते हुए देखा जा सकता है. सैफी पहले आम आदमी पार्टी (आप) से जुड़े थे. बाद में, पुलिस ने उन्हें पूछताछ के लिए हिरासत में लिया और फिर छोड़ दिया.

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, बेगुसराय के पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार ने कहा, ‘जब मोहम्मद सैफी जबरन केंद्रीय मंत्री के पास जाने की कोशिश कर रहे थे, तो हमने उन्हें रोका. वह मंत्री के खिलाफ नारे लगा रहे थे. हमने कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के कारणों से उन्हें हिरासत में ले लिया.’ 

गिरिराज सिंह ने बाद में आरोप लगाया कि वह व्यक्ति ‘आक्रामक रूप से उनकी ओर बढ़ते हुए’ उनके खिलाफ ‘मुर्दाबाद’ के नारे लगा रहा था. 

गिरिराज सिंह ने कहा, ‘ऐसा लग रहा था जैसे वह मुझे मारना चाहता था. लेकिन तेजस्वी और अखिलेश जैसे नेता एक दाढ़ी वाले व्यक्ति के कृत्य पर कुछ नहीं कहेंगे.’ इससे उनका आशय था कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव और समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मुसलमानों के ख़िलाफ़ कुछ नहीं करेंगे.

गिरिराज सिंह की टिप्पणी के जवाब में राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ‘हालांकि यह पता लगाना पुलिस का काम है कि क्या हुआ था, लेकिन भाजपा नेता की ओर से हर चीज को हिंदू-मुस्लिम के चश्मे से देखना ठीक नहीं लगता. एक वार्ड पार्षद का अपने स्थानीय सांसद से बहस कर लेना आम बात भी हो सकती है.’