यूपी: बीमार पति को ले जा रही महिला से एम्बुलेंस में यौन उत्पीड़न का प्रयास, लूटपाट

मामला 29 अगस्त की रात का है, जब एक महिला लखनऊ से अपने बीमार पति को लेकर सिद्धार्थनगर लौट रही थीं. आरोप है कि रास्ते में एंबुलेंस के चालक और सहयोगी ने महिला से बलात्कार की कोशिश की. विफल होने पर उन्होंने बीमार पति को बाहर फेंक दिया, जिनकी बाद में इलाज के दौरान मौत हो गई.

(प्रतीकात्मक फोटो साभार: फेसबुक)

नई दिल्ली: देशभर में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हो रहे विभिन्न प्रदर्शनों के बीच उत्तर प्रदेश के बस्ती में बीमार पति के साथ एंबुलेंस में जा रही एक महिला से यौन उत्पीड़न किए जाने का मामला सामने आया है.

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, महिला ने लखनऊ में इंदिरानगर के गाजीपुर पुलिस थाना क्षेत्र से एंबुलेंस किराए पर ली थी. यहीं उनके पति को इलाज के लिए भर्ती कराया था. महिला अपने भाई के साथ पति को लेकर वापस अपने पैतृक गांव सिद्धार्थनगर जा रहीं थीं, जब रास्ते में एंबुलेंस चालक और उनके सहयोगी ने उनके भाई को बंधक बनाकर महिला से बलात्कार की कोशिश की.

बताया गया है कि बलात्कार की कोशिश में असफल होने के बाद दोनों ने महिला के बीमार पति का ऑक्सीजन मास्क हटाकर उन्हें एम्बुलेंस से बाहर फेंक दिया. इस दौरान महिला कुछ किलोमीटर तक मदद के लिए चिल्लाती भी रहीं और उनसे लूटपाट भी हुई.

महिला ने अखबार को बताया कि एंबुलेंस कर्मियों द्वारा उनके पति को बाहर फेंकने के बाद उन्होंने डायल 112 को इस पूरी वारदात के बारे में सूचना दी, जिसके बाद पुलिस पहुंची और महिला के पति को सीएचसी हर्रिया में भर्ती कराया गया, जहां से आगे उन्हें गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. वहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.

पीड़ित महिला ने आगे बताया कि एंबुलेंसकर्मियों ने उनसे 10,000 रुपये और गहने- पायल, मंगलसूत्र भी लूट लिए.

महिला ने बताया कि लखनऊ मेडिकल कॉलेज में सीट खाली न होने की वजह से उन्हें अपने पति को इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. इसके बाद इलाज में ज्यादा खर्च होने की वजह से 2 दिन बाद उन्होंने अपने पति को वहां से डिस्चार्ज करने का अनुरोध किया, जिसके बाद अस्पताल में किसी ने उन्हें प्राइवेट एंबुलेंस का नंबर उपलब्ध कराया, जिसमें उनके साथ ये वारदात हुई.

इस संबंध में बस्ती पुलिस अधिक्षक गोपाल चौधरी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर जानकारी देते हुए कहा कि पुलिस इस मामले में सभी आरोपों की जांच कर रही है.

उन्होंने बताया कि निजी एंबुलेंस चालकों द्वारा महिला से अभद्रता के बारे में समाचार पत्रों के माध्यम से जानकारी मिली है. महिला का कहना है कि 29 अगस्त की रात वे अपनी बहन और बहनोई के साथ लखनऊ से सिद्धार्थनगर जा रही थीं. इस दौरान जब एंबुलेंस छावनी थाना क्षेत्र में पहुंचीं, तो कुछ विवाद हो गया, जिसके बाद एंबुलेंस वाले ने इनको उतार दिया.

एसएसपी ने आगे कहा, ‘इन लोगों के पुलिस को सूचना देने के बाद पुलिस तत्काल प्रभाव से वहां पहुंची और मरीज़ को हर्रया सीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां से मौके पर इनके द्वारा इस तरह की किसी घटना के बारे में नहीं बताया गया न ही कॉल रिकॉर्ड में इस तरह की कोई बात बताई गई. जब इन्हें अस्पताल में ले जाया गया, तो वहां पर डॉक्टरों से भी इस तरह की किसी घटना के बारे में कुछ नहीं बताया गया. पुलिस महिला द्वारा लगाए गए अन्य आरोपों की जांच कर रही है.

वहीं, एडीसीपी जितेंद्र दुबे ने बताया कि महिला की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है.