माकपा महासचिव सीताराम येचुरी का निधन

माकपा महासचिव और पूर्व राज्यसभा सांसद सीताराम येचुरी दिल्ली स्थित एम्स के आईसीयू में इलाजरत थे. उन्हें फेफड़ों का संक्रमण था.

सीताराम येचुरी. [1952-2024] (इलस्ट्रेशन: परिप्लब चक्रवर्ती/द वायर)

नई दिल्ली: सीपीआई(एम) के महासचिव और पूर्व राज्यसभा सांसद सीताराम येचुरी का गुरुवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. वे 72 वर्ष के थे.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, उन्हें दिल्ली एम्स की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती कराया गया था. उन्हें फेफड़ों में संक्रमण की समस्या थी.

पार्टी ने एक बयान जारी करते हुए कहा है, ‘हमें बहुत दुख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि सीपीआईएम महासचिव, हमारे प्रिय कॉमरेड सीताराम येचुरी का 12 सितंबर को दोपहर 3.03 बजे एम्स (नई दिल्ली) में निधन हो गया. वह फेफड़ों के संक्रमण से जूझ रहे थे… उनके अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि की जानकारी बाद में दी जाएगी.’

दिल्ली एम्स के मीडिया विभाग द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि येचुरी के परिवार ने उनका शरीर अस्पताल को शिक्षण और रिसर्च के उद्देश्य से दान कर दिया है.

ज्ञात हो कि येचुरी 1974 में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) में शामिल हुए और अगले ही साल 1975 में सीपीआई(एम) के सदस्य बन गए. उन्हें आपातकाल के दौरान कुछ महीने बाद गिरफ्तार कर लिया गया था. 1978 तक येचुरी को एसएफआई के अखिल भारतीय संयुक्त सचिव के रूप में चुन लिया गया था. वे संगठन के अध्यक्ष भी बने.

येचुरी ने राजनीति का ककहरा पार्टी के दिवंगत नेता हरकिशन सिंह सुरजीत के मार्गदर्शन में सीखा था. साल 2005 में वे पश्चिम बंगाल से राज्यसभा के लिए चुने गए थे.

येचुरी ने वर्ष 2015 में सीपीआई (एम) के महासचिव के तौर पर पदभार संभाला था. उन्होंने प्रकाश करात की जगह ली थी.

बीते लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ में सीपीआई (एम) के प्रतिनिधि के तौर पर येचुरी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.

येचुरी के परिवार में उनकी पत्नी सीमा चिश्ती- जो द वायर की संपादक भी हैं, एक बेटी और बेटा हैं.

विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने येचुरी के निधन पर शोक जाहिर करते हुए सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दी है.