नई दिल्लीः महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अजीत पवार गुट के सदस्य बाबा सिद्दीकी की शनिवार (12 अक्टूबर) शाम मुंबई के बांद्रा में गोली मारकर हत्या कर दी गई. गोली लगने के बाद उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
बांद्रा (पश्चिम) से तीन बार विधायक रहे सिद्दीकी अपने बेटे बांद्रा (पूर्व) विधायक जीशान के कार्यालय में थे, जहां उन पर गोली चलाई गई.
एनसीपी के सूत्रों ने द वायर को बताया कि उन्हें नजदीक से तीन गोलियां मारी गईं.
इस हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है. गैंग के एक सदस्य ने फेसबुक पोस्ट में कहा , ‘जो भी सलमान खान या दाऊद इब्राहिम गैंग की मदद करेगा, वह इसके लिए तैयार रहे.’
लॉरेंस बिश्नोई सिद्धू मूसेवाला की हत्या और सलमान खान के मुंबई स्थित घर पर गोलीबारी का कथित मास्टरमाइंड है.
अभी एक हफ्ते पहले ही एनसीपी के अजित पवार गुट के एक अन्य नेता सचिन कुर्मी की मुंबई के बायकुला में चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी.
कांग्रेस के साथ करीब पांच दशक बिताने वाले सिद्दीकी दिवंगत अभिनेता और कांग्रेस नेता सुनील दत्त के करीबी सहयोगियों में से एक थे. दत्त के निधन के बाद सिद्दीकी ने पूर्व कांग्रेस सांसद और उनकी बेटी प्रिया दत्त के साथ काम करना जारी रखा था.
हालांकि, इस साल फरवरी में सिद्दीकी कांग्रेस छोड़ कर एनसीपी (अजीत पवार गुट) में शामिल हुए. बाद में उनके बेटे जीशान को अगस्त में कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया.
कांग्रेस छोड़ते समय, सिद्दीकी ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा था, ‘मैं एक युवा किशोर के रूप में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुआ था और यह 48 वर्षों तक चलने वाली एक ख़ास यात्रा रही. आज मैं तत्काल प्रभाव से कांग्रेस पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा देता हूं. ऐसा बहुत कुछ है जिसे मैं व्यक्त करना चाहता हूं, लेकिन जैसा कि कहा जाता है कि कुछ चीजें अनकही ही रह जाएं तो बेहतर है. मैं उन सभी को धन्यवाद देता हूं जो मेरी इस यात्रा का हिस्सा रहे हैं.’
कांग्रेस में कई लोगों ने पार्टी छोड़ने के उनके फैसले को उनके खिलाफ लंबित मामलों से जोड़ा था.
2017 से 2018 के बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन पर और उनकी कंपनी पर 500 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया था. ईडी ने उनकी कई संपत्तियों पर छापेमारी की.
सिद्दीकी की हत्या पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री और वर्तमान में एनसीपी (शरद पवार गुट) विधायक अनिल देशमुख ने कहा कि यह घटना बहुत चौंकाने वाली है और राज्य में कानून व्यवस्था के बारे में गंभीर सवाल उठाती है.’
उन्होंने एक्स पर कहा, ‘अगर महाराष्ट्र में सत्ताधारी नेता सुरक्षित नहीं हैं तो सोचिए आम लोगों की क्या हालत होगी.’
शिवसेना से राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा, ‘महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति अच्छी रही है. इसलिए बड़े उद्योग मुंबई में आए हैं. बाबा सिद्दीकी को राज्य की ओर से सुरक्षा प्रदान की गई थी, फिर भी उनकी हत्या कर दी गई. इसका क्या मतलब है? यह मुख्यमंत्री की विफलता है… जिस तरह से आपने (सीएम) पुलिस का इस्तेमाल किया है, यही कारण है कि अब पुलिस और कानून का कोई डर नहीं है. दिनदहाड़े कभी भी हत्याएं हो रही हैं… अब तक हम कहते आए हैं कि राज्य के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस पूरी तरह से विफल हैं. उन्हें इस्तीफा देना चाहिए. लेकिन अब, राज्यपाल को हस्तक्षेप करना चाहिए और फडणवीस को पद से हटाना चाहिए.’
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक्स पर कहा, बाबा सिद्दीकी का निधन चौंकाने वाला और दुखद है. इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं. यह भयावह घटना महाराष्ट्र की ध्वस्त कानून-व्यवस्था को उजागर करती है. सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और न्याय मिलना चाहिए.