नई दिल्ली: कांग्रेस ने मंगलवार को केरल के वायनाड लोकसभा सीट से प्रियंका गांधी वाड्रा को अपना उम्मीदवार घोषित किया, जिसके लिए 13 नवंबर को उपचुनाव होना है.
लोकसभा चुनावों में प्रियंका गांधी ने अपने भाई राहुल गांधी के लिए प्रचार किया था, जिन्होंने आम चुनावों के दौरान रायबरेली लोकसभा सीट के अलावा इस सीट से भी चुनाव लड़ा था. राहुल गांधी ने दोनों सीटें जीतीं, लेकिन वायनाड सीट छोड़ दी.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) ने मंगलवार को घोषणा की कि केरल की वायनाड लोकसभा सीट और 14 राज्यों की 47 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव 13 नवंबर को होंगे. उत्तराखंड की केदारनाथ विधानसभा सीट और महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा सीट पर उपचुनाव 20 नवंबर को होंगे.
सभी चुनावी नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.
52 वर्षीय प्रियंका गांधी का राजनीतिक मैदान में प्रवेश 20 साल बाद हुआ है, जब उन्हें पहली बार 2004 के लोकसभा चुनावों के दौरान उनकी मां सोनिया गांधी और राहुल के साथ देखा गया था. उनका ध्यान उत्तर प्रदेश पर रहा, जो कांग्रेस के गढ़ अमेठी और रायबरेली हैं.
इस बीच, पार्टी ने पलक्कड़ विधानसभा सीट से राहुल ममकूटथिल और त्रिशूर के चेलाक्कारा विधानसभा क्षेत्र से राम्या हरिदास को अपना उम्मीदवार बनाया है.
न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, एनी राजा, जिन्हें सीपीआई ने राहुल के खिलाफ मैदान में उतारा था, ने पार्टी नेतृत्व के सामने चुनाव लड़ने की अनिच्छा जाहिर की थी. बताया गया है कि अब पूर्व विधायक ईएस बिजिमोल को उम्मीदवार बनाने पर विचार किया जा रहा है. प्रियंका की उम्मीदवारी को देखते हुए नेतृत्व किसी महिला उम्मीदवार पर विचार करेगा.
उधर, भाजपा की ओर से शोभा सुरेंद्रन, एमटी रमेश और एपी अब्दुल्लाकुट्टी के नाम पर चर्चा चल रही है.
कांग्रेस का राज्य नेतृत्व उत्साहित है क्योंकि गांधी परिवार का एक और सदस्य इस सीट पर चुनाव लड़ेगा. सूत्रों ने बताया कि प्रियंका और राहुल एक साथ नामांकन पत्र दाखिल करने पहुंचेंगे. कांग्रेस विधायक एपी अनिल कुमार और टी. सिद्दीकी को वायनाड निर्वाचन क्षेत्र का पूरा प्रभार दिया गया है.
अनिल ने बताया कि नेतृत्व दोगुना उत्साहित है क्योंकि यहां से प्रियंका गांधी का चुनावी शुरुआत कर रही हैं. उन्होंने कहा, ‘सोनिया गांधी ने 1999 के लोकसभा चुनाव में कर्नाटक के बेल्लारी से चुनाव लड़ा था. उनके बेटे राहुल गांधी 2019 में चुनाव लड़ने के लिए वायनाड आए थे. प्रियंका का वायनाड में शानदार प्रवेश पूरे देश में हलचल पैदा करेगा.’
कांग्रेस का राज्य नेतृत्व राहुल की 2024 की जीत के अंतर को 3.64 लाख वोटों तक बढ़ाना चाहता है. शुरू में कांग्रेस इस बात को लेकर आशंकित थी कि हाल ही में हुए भूस्खलन से बचे लोग उपचुनाव पर कैसी प्रतिक्रिया देंगे. हालांकि, वायनाड के 1,000 से अधिक वार्डों में से केवल तीन भूस्खलन से प्रभावित थे.