गुजरात में जिग्नेश मेवाणी और अल्पेश ठाकोर ने जीत दर्ज की

हार्दिक पटेल बोले, यह कैसी जीत है जिसमें मुट्ठी भर लोगों को छोड़कर पूरा प्रदेश बेबस है. यह हैरान करने वाली बात है. मेरा गुजरात परेशान है.

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अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवाणी. (फोटो साभार: फेसबुक)

हार्दिक पटेल बोले, यह कैसी जीत है जिसमें मुट्ठी भर लोगों को छोड़कर पूरा प्रदेश बेबस है. यह हैरान करने वाली बात है. मेरा गुजरात परेशान है.

अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवाणी. (फोटो साभार: फेसबुक)
अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवाणी. (फोटो साभार: फेसबुक)

अहमदाबाद: दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने गुजरात विधानसभा चुनावों में बनासकांठा जिले की वडगाम सीट पर भाजपा के उम्मीदवार विजय चक्रवर्ती को 19696 मतों से हरा कर जीत हासिल की.

दूसरी ओर, पिछड़े वर्ग के नेता तौर पर उभरे युवा नेता अल्पेश ठाकोर को राधनपुर सीट से जीत हासिल हुई है. उन्होंने भाजपा के सोलंकी ठाकोर को करीब 15000 वोटों से हराया है.

गुजरात में दलितों और पिछड़ों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में मोर्चा खोलने वाले जिग्नेश मेवाणी और अल्पेश ठाकोर ने पहली बार राजनीति में कदम रखा है. दोनों नेताओं ने पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने जनता से खुलकर अपील की थी कि भाजपा को हराने के वोट करें.

जीत के बाद जिग्नेश मेवाणी ने कांग्रेस को धन्यवाद देते हुए एक ट्वीट किया. ट्वीट में इस्तेमाल फोटो में जिग्नेश मेवाणी के साथ राहुल गांधी मौजूद हैं और साथ में कांग्रेस और राहुल गांधी को समर्थन देने के लिए धन्यवाद दिया गया है. इस फोटो के साथ जिग्नेश ने लिखा, ‘मुश्किलें जरूर हैं, मगर हमें ठहरना नही है… कह दो बीजेपी से, जमके लड़ेंगे 2019 अब दूर नहीं है.’ हालांकि बाद में उन्होंने अपना ये ट्वीट हटा दिया.

जिग्नेश मेवाणी का ट्वीट जिसे उन्होंने बाद में हटा लिया.
जिग्नेश मेवाणी का ट्वीट जिसे उन्होंने बाद में हटा लिया.

कांग्रेस के समर्थन से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने वाले मेवाणी को 95497 वोट मिले. यह सीट अनुसूचित जाति के उम्मीदवार के लिए आरक्षित थी. चक्रवर्ती को 75801 वोट मिले. जीत हासिल करने के बाद मेवाणी ने प्रचार अभियान में उनकी मदद करने वाले सभी गैरसरकारी संगठनों और राजनीतिक दलों का धन्यवाद दिया.

गुजरात में दलित आंदोलन का चेहरा माने जाने वाले मेवाणी ने सोशल मीडिया पर एक संदेश डालकर दावा किया था कि उन्होंने युवाओं और कई आंदोलनकारियों के कहने पर चुनावी जंग में उतरने का फैसला किया.

राज्य की भाजपा सरकार के आलोचक कहे जाने वाले मेवाणी पिछले साल ना में स्वयंभू गोरक्षकों द्वारा सात दलित युवकों की कथित रूप से पिटाई के बाद चर्चाओं में आए थे.

जीत के बाद जिग्नेश मेवाणी ने ट्वीट किया, ‘धन्यवाद. जनता के सभी मुद्दों को लेकर विधानसभा में सिर्फ बात ही नहीं, अगर जरूरत पड़ी तो आंदोलन भी करेंगे, इंकलाब जिंदाबाद.’

उधर पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने परिणामों पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया, ‘यह कैसी जीत है जिसमें मुट्ठी भर लोगों को छोड़कर पूरा प्रदेश बेबस है. यह हैरान करने वाली बात है. मेरा गुजरात परेशान है.’

https://twitter.com/HardikPatel_/status/942704419799519232

भाजपा की जीत सुनिश्चित हो जाने के बाद हार्दिक ने ट्वीट किया, मैं बीजेपी को उसकी जीत के लिए अभिनंदन नहीं दूंगा, क्योंकि ये जीत बेईमानी से हुई है.

गुजरात की जनता जागृत हुई है लेकिन और जागृत होना जरूरी है. ईवीएम के साथ छेड़छाड़ हुई है, यह हक़ीक़त है.’

एक अन्य ट्वीट में हार्दिक ने लिखा, ‘जनता के अधिकारों की लड़ाई जारी रहेंगी, आरक्षण,किसान और युवाओं की लड़ाई हम ईमानदारी से और सत्य के आधार पर लड़ेंगे, जो लड़ेगा वही जीतेगा. इंक़लाब ज़िंदाबाद.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)