बहराइच हिंसा: पांच आरोपियों की गिरफ़्तारी, पुलिस की गोली लगने से दो आरोपी घायल

उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बयान में कहा है कि जब पुलिस सुराग के आधार पर हत्या में इस्तेमाल हथियारों की बरामदगी के लिए गई तो बहराइच हिंसा के आरोपी मोहम्मद सरफराज़ और मोहम्मद तालिब ने गोलियां चलाना शुरू कर दीं. जवाबी कार्रवाई में दोनों घायल हो गए.

मुठभेड़ के बाद घायल आरोपियों को अस्पताल ले जाया गया. ज़िला अस्पताल के बाहर की एक तस्वीर. (फोटो साभार: एएनआई)

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुरुवार को बहराइच हिंसा मामले को दो आरोपियों को गोली मार दी.

समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया है कि घायल आरोपियों की पहचान सरफराज और तालिब के रूप में हुई है, जो नेपाल भागने की कोशिश कर रहे थे.

बता दें कि उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले की सीमा नेपाल से लगी हुई है.

बहरहाल, पुलिस ने इस दौरान मामले से जुड़े पांच आरोपियों को गिरफ्तारी की बात कही है, जिनमें से दो को गोली लगी है. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून और व्यवस्था) अमिताभ यश ने इस संबंध में जानकारी दी है.

वहीं, उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बयान में कहा कि जब पुलिस सुराग के आधार पर हत्या में इस्तेमाल हथियारों की बरामदगी के लिए गई तो दोनों आरोपियों ने वहां रखे हथियारों से गोली चलानी शुरू कर दीं. जवाबी कार्रवाई में दोनों आरोपी घायल हो गए.

सरकार ने बताया कि आरोपी गंभीर रूप से घायल हैं और उनका इलाज किया जा रहा है. साथ ही बताया कि बहराइच हिंसा में हुई हत्या में इस्तेमाल हथियार की बरामदगी कर ली गई है.

बहराइच की पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने कहा, ‘पाच लोगों की गिरफ्तारी की गई है. उनमें से दो लोग पुलिस फायरिंग में घायल हो गए… एक घायल का नाम मोहम्मद सरफराज है और दूसरे का मोहम्मद तालिब.’

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कांग्रेस ने पुलिस के साथ आरोपियों की मुठभेड़ पर सवाल उठाते हुए इसे फर्जी मुठभेड़ करार दिया है.

उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा, ‘सरकार लंबे समय से फर्जी पुलिस मुठभेड़ें कर रही है. वह सिर्फ अपनी विफलता को छिपाने का प्रयास कर रहे हैं.’

वहीं, कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि जो दंगाई लोग पूरे एक बाजार को आग लगाने और महिलाओँ के साथ अभद्रता करने के आरोपी हैं उन्हें भी जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.

समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, ‘ये घटनाएं सरकार की नाकामी की वजह से हो रही हैं. सरकार नाकामी छिपाने के लिए एनकाउंटर कर रही है.’

दूसरी ओर, भाजपा सांसद सैयद जफर इस्लाम ने कहा है कि मुठभेड़ में नियमों के दायरे में हुई. उन्होंने इसे पुलिस की बड़ी उपलब्धि बताया है और कहा है कि इसकी सराहना की जानी चाहिए.

मालूम हो कि बीते 13 अक्टूबर को बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के जुलूस के दौरान भड़की हिंसा में 22 वर्षीय गोपाल मिश्रा की गोली लगने से मौत हो गई थी.

मिश्रा की मौत के बाद कई दुकानों और वाहनों को उग्र भीड़ ने आग लगा दी थी. घटना से संबंधित दर्ज 11 मामलों में अब तक 55 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. इससे पहले पुलिस ने बुधवार को दानिश उर्फ शाहीर खान को गिरफ्तार किया था, जो हत्या के 6 आरोपियों में से एक है.

मामले में पहली एफआईआर रविवार रात को हरदी पुलिस थाने में दर्ज की गई थी, जिसमें छह लोगों को नामजद और चार को अज्ञात आरोपी बनाया गया था.

दर्ज 11 मामलों में से दो-दो मामले क्रमश: 13 और 14 अक्टूबर को दर्ज किए गए थे, जबकि 7 मामले 15 अक्टूबर को दर्ज किए गए थे.

बहरहाल, बहराइच में तीन दिन से बंद इंटरनेट अब चालू हो चुका है.