यूपी: ग़ाज़ियाबाद की आवासीय सोसायटी में उर्दू शिक्षक से अभद्रता, जबरन ‘जय श्री राम’ बोलने को कहा

मामला ग़ाज़ियाबाद स्थित क्रॉसिंग रिपब्लिक की एक आवासीय सोसायटी का है, जहां मोहम्मद आलमगीर एक फ्लैट में उर्दू पढ़ाने जाते हैं. मंगलवार को जब वह सोसायटी पहुंचे तो एक शख़्स ने उनसे सवाल-जवाब शुरू कर दिए और बाद में लिफ्ट से बाहर धकेल दिया.

(इलस्ट्रेशन: परिप्लब चक्रवर्ती/द वायर)

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक की एक आवासीय सोसायटी में मंगलवार (22 अक्टूबर) को उर्दू पढ़ाने आए एक शिक्षक से वहीं रहने वाले एक शख्स ने कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया और धक्का-मुक्की की.

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, उर्दू शिक्षक से जबरन ‘जय श्री राम’ बोलने को भी कहा गया और आखिर में उन्हें लिफ्ट से उतरने के लिए मजबूर कर दिया गया.

इस मामले में पुलिस ने कहा कि स्थानीय निवासी मनोज कुमार को बुधवार (23 अक्टूबर) को गिरफ्तार किया गया है और उन पर गलत तरीके से रोकने और जानबूझकर अपमान करने सहित भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं.

मालूम हो कि मनोज कुमार (36) एक व्यापारी हैं.

शिक्षक मोहम्मद आलमगीर ने पुलिस को बताया कि जब वो पंचशील वेलिंग्टन के ग्राउंड फ्लोर पर खड़े थे, तब मनोज कुमार नामक शख्‍स ने उन्‍हें लिफ्ट का इंतजार करते देखा और उनसे सवाल-जवाब शुरू कर दिए. आलमगीर ने बताया कि कुमार ने पहले उन्हें अजीब तरीके से देखा और फिर पूछा कि वह कहां जा रहे हैं.

इस पर आलमगीर ने जब कुमार को बताया कि वह सोसायटी की 16वीं मंजिल पर एक फ्लैट में उर्दू पढ़ाते हैं, तो कुमार ने उनसे कथित तौर पर ‘जय श्री राम’ बोलने को कहा. इसके बाद आलमगीर ने कुमार को नजरअंदाज कर दिया, लेकिन कुमार की पूछताछ जारी रही और उसका व्यवहार और अधिक आक्रामक होता चला गया.

आलमगीर ने पुलिस को अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि वह यह सब देखकर हैरान थे लेकिन उन्होंने कुछ नहीं कहा. लेकिन जब लिफ्ट पहली मंजिल पर रुकी, तो कुमार ने आलमगीर को धक्का देकर बाहर निकाल दिया.

फिर कुमार ने एक दूसरे निवासी को बुलाया और उनसे पूछा, ‘मुसलमान कब से इस सोसायटी में आने लगे हैं?’

आलमगीर ने आरोप लगाया कि दूसरे निवासी ने भी उनके साथ दुर्व्यवहार किया और 16वीं मंजिल तक जाने देने से मना कर दिया. बाद में अन्य लोगों ने हस्तक्षेप किया और ‘वर्तमान माहौल’ का हवाला देते हुए आलमगीर से वहां से चले जाने का अनुरोध किया.

आलमगीर ने कहा, ‘मैंने अपने छात्र के माता-पिता को फोन किया और कॉल खत्म होने के बाद कुमार ने एक बार फिर मुझे ‘जय श्री राम’ कहने के लिए कहा. जब मैंने कोई जवाब नहीं दिया, तो वह और अन्य निवासी मुझे ग्राउंड फ्लोर पर ले गए और आक्रामक हो गए. तभी टॉवर के सुरक्षा गार्ड और एक अन्य निवासी आए. उन्होंने मेरा नंबर लिया और मुझे तुरंत वहां से जाने को कहा.’

एसीपी वेव सिटी लिपि नागायच ने कहा कि आलमगीर की शिकायत पर कुमार के खिलाफ बीएनएस की धारा 351 (3) (आपराधिक धमकी), 126 (2) (गलत तरीके से रोकने के लिए सजा), 352 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान), 351 (2) (आपराधिक धमकी के लिए सजा) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.

एसीपी ने आगे कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और आरोपी की पहचान मनोज कुमार के रूप में की गई है, जो उसी टॉवर में रहता है. उन्होंने आगे कहा कि कुमार ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि घटना के समय वह शराब के नशे में था.

नागायाच ने बताया, ‘आरोपी मनोज ने कहा है कि जब उन्होंने शिक्षक को देखा, तो उन्होंने कुछ सवाल पूछे, लेकिन जब शिक्षक ने जवाब नहीं दिया, तो वह आक्रामक हो गए. उन्हें अदालत में पेश किया गया और जेल भेज दिया गया है. अन्य आरोपियों की भी पहचान की जाएगी.’