छत्तीसगढ़ सरकार ने विधानसभा में बताया, मौजूदा वित्तीय वर्ष में कुल 61 किसानों ने आत्महत्या की.
नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ में मौजूदा वित्तीय वर्ष के आठ माह में 61 किसानों ने आत्महत्या की है. इसके अलावा पिछले ढाई सालों में राज्य में 1344 किसानों ने आत्महत्या कर ली. यह जानकारी छत्तीसगढ़ सरकार ने दी है.
छत्तीसगढ़ सरकार में गृह मंत्री रामसेवक पैकरा ने विधानसभा में दिए एक लिखित जवाब में कहा, ‘वित्तीय वर्ष 2015-16 और इस साल 30 अक्टूबर तक कुल 14,705 लोगों ने आत्महत्या की. इनमें से 1344 किसान थे.’ वे कांग्रेस विधायक अमरजीत भगत के सवाल का जवाब दे रहे थे.
मंत्री ने बताया कि कुल मामलों में 13 लोगों ने आर्थिक तंगी के चलते आत्महत्या की, जबकि 19 लोगों ने कर्ज के बोझ से परेशान होकर यह कदम उठाया.
इसके पहले 19 दिसंबर को छत्तीसगढ़ सरकार ने सदन में बताया था कि इस वित्तीय वर्ष में आठ माह में 61 किसानों ने आत्महत्या की है. विधानसभा में विपक्ष के नेता टीएस सिंहदेव के सवाल के लिखित जवाब में राजस्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय ने बताया कि वर्ष 2017-18 में 30 नवंबर तक कुल 61 किसानों द्वारा आत्महत्या करने की जानकारी मिली है.
मंत्री ने बताया कि इस अवधि में राज्य के बलौदाबाजार जिले में 14 किसानों ने, कबीरधाम जिले में 13 किसानों ने, बेमेतरा में नौ किसानों ने, राजनांदगांव जिले में नौ किसानों ने तथा दुर्ग जिले में चार किसानों ने आत्महत्या की है.
उन्होंने बताया कि राज्य के धमतरी जिले में तीन किसानों ने, रायपुर, बालोद, कांकेर और महासमुंद जिले में दो-दो किसानों ने तथा जांजगीर चांपा जिले में एक किसान ने आत्महत्या की है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)