नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक और मध्य प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने राज्य पुलिस पर कॉल डिटेल हासिल कर दबाव बनाने का गंभीर आरोप लगाया है.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, खुरई विधायक भूपेंद्र सिंह ने यह आरोप बुधवार (6 नवंबर) को ज़िला योजना समिति की बैठक के दौरान लगाया, जहां उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला भी मौजूद थे और विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे.
बैठक में सिंह ने कहा कि स्थानीय पुलिस अधिकारी नियमों को ताख पर रख पुलिस अधीक्षक और पुलिस महानिरीक्षक की अनुमति के बिना कुछ लोगों के कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) निकाल रहे हैं.
इस संबंध में सूत्रों ने अखबार को बताया कि डिप्टी सीएम शुक्ला ने मामले की गंभीरता को स्वीकार करते हुए जांच का वादा किया है.
बैठक के दौरान सिंह ने ये भी कहा कि लोग इस बारे में चिंताओं को लेकर उनसे संपर्क कर रहे हैं और कह रहे हैं कि उनके द्वारा किए गए फोन कॉल के आधार पर पुलिस उन पर आरोप लगा रही है.
उन्होंने कहा, ‘सागर में स्थानीय स्तर पर कॉल डिटेल रिकॉर्ड के दुरुपयोग का एक गंभीर मुद्दा हमारे ध्यान में आया है. यह हमारे संज्ञान में लाया गया कि लापता व्यक्तियों या आपराधिक जांच के मामलों में पुलिस को केवल एसपी और आईजी की अनुमति से ही सीडीआर तक पहुंच सकती है… लेकिन निवासियों से शिकायतें आ रही है कि सीजीआर के आधार पर कुछ व्यक्तियों को धमकी दी गई है और उनसे जबरन वसूली भी की गई है. ऐसा दावा है कि उनके सीडीआर को बिना उचित (प्रक्रिया) के एक्सेस किया जा रहा है.’
जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि अपराध की जांच के लिए सीडीआर का उपयोग किया जाता है और यदि इसमें कोई अनियमितता हुई है, तो उस पर गौर किया जाएगा.
एडिशनल एसपी संजीव उइके ने कहा कि इस मामले में जांच की जाएगी. फिलहाल, मामला सामने आया है लेकिन कोई भी पीड़ित पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के लिए आगे नहीं आया है.
एएसपी ने आगे ये भी कहा कि वह सिंह से मिलकर इस मुद्दे पर चर्चा करने की योजना बना रहे हैं. इस मामले की जांच की जाएगी और अगर कोई दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भाजपा पर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘अगर एक पूर्व गृह मंत्री इस राज्य में असुरक्षित महसूस करता है, तो संदेश साफ है कि यह माफिया-नियंत्रित शासन है.’
उन्होंने कहा, ‘पूर्व गृह मंत्री खुद कह रहे हैं कि उन्हें धमकियां मिल रही हैं. हम बार-बार यह बता रहे हैं कि यह मोहन यादव की सरकार नहीं है, न ही यह भाजपा की सरकार है, और न ही यह जनता की सरकार है… यह सरकार ड्रग और भू माफियाओं की है. दुख की बात है कि यहां जनता का शासन नहीं, बल्कि जंगल राज है.’