सीरिया: ‘असद का शासन खत्म’, इस्लामिक चरमपंथी विद्रोहियों ने आज़ादी की घोषणा की

रविवार (8 दिसंबर) की सुबह सेना के उच्च अधिकारियों को यह सूचना दी गई कि राष्ट्रपति बशर अल-असद के 24 साल लंबे शासन का अंत हो गया है. यह खबर विद्रोही ताकतों के उस भीषण हमले के बाद आई, जिसने पूरे विश्व को चौंका दिया है.

दमिश्क जेल से चरमपंथियों द्वारा रिहा किये गये लोगों के वीडियो स्क्रीनशॉट.

नई दिल्ली: 24 साल से सीरिया की सरकार चला रहे राष्ट्रपति बशर अल-असद का शासन खत्म हो गया है. न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक़, सीरिया की सेना ने इस बाबत घोषणा भी कर दी है.

दूसरी तरफ़ सीरिया सरकार के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह कर रहे इस्लामी चरमपंथी गुट हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएएस) ने दावा किया है कि ‘बशर अल-असद देश छोड़कर भाग गए हैं और सीरिया अब आज़ाद हो गया है.’

चरमपंथियों का कहना है कि इस घोषणा के बाद लोगों ने राजधानी दमिश्क और अलेप्पो की सड़कों पर जश्न मनाया. हालांकि, असद के देश छोड़ भागने की अब तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.

अब देश के बड़े शहर विद्रोहियों के कब्जे में

गुरुवार (6 दिसंबर) को एचटीएएस ने दावा किया था कि सीरिया के शहर हामा पर कब्ज़ा लिया और सीरिया की राजधानी दमिश्क के रास्ते होम्स के नज़दीक पहुंच गए. विद्रोही समूह के नेता अबू मोहम्मद अल-जुलानी ने कहा था कि वे मौजूदा बशर अल-असद सरकार को उखाड़ फेंकना चाहते हैं और एक नई सरकार बनाना चाहते हैं. पिछले हफ़्ते विद्रोही बलों ने सीरिया के दूसरे सबसे बड़े शहर अलेप्पो पर कब्ज़ा कर लिया था.

सरकार समर्थक रेडियो स्टेशन शम एफएम के अनुसार, दमिश्क अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को खाली करा लिया गया है और सभी उड़ानें रोक दी गई हैं. इसके अलावा विद्रोहियों ने सैदनाया सैन्य जेल में घुसकर हजारों कैदियों को रिहा कर दिया है.

अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, होम्स के हजारों निवासी पहले ही शहर छोड़कर पश्चिमी तट की ओर जा चुके हैं, जहां अल-असद का अभी भी नियंत्रण है. अल-जजीरा ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक के हवाले से कहा कि 27 नवंबर से चल रही लड़ाई के कारण सीरिया में कम से कम 3,70,000 लोग विस्थापित हुए हैं. रिपोर्ट के अनुसार, विस्थापितों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं.

दमिश्क स्थित रूसी दूतावास ने भी रूसी नागरिकों को सीरिया छोड़ने का निर्देश दिया है, हालांकि रूस ने बशर अल-असद का समर्थन किया है और उसे सैन्य सहायता भी प्रदान की है.

भारत की सलाह

6 दिसंबर को भारत के विदेश मंत्रालय ने सीरिया में भारतीयों के लिए यात्रा सलाह जारी की. विदेश मंत्रालय ने 6 दिसंबर को सभी भारतीय नागरिकों को अगली अधिसूचना तक सीरिया की यात्रा से बचने की सलाह दी है.

विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा है कि जो भारतीय इस समय सीरिया में हैं, उन्हें दमिश्क में भारतीय दूतावास के आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर +963 993385973 (व्हाट्सएप पर भी) और ईमेल आईडी पर अपडेट के लिए संपर्क में रहना चाहिए.

विदेश मंत्रालय के परामर्श में कहा गया है, ‘जो लोग जा सकते हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे यथाशीघ्र उपलब्ध कमर्शियल फ्लाइट्स से चले जाएं, साथ ही अन्य लोगों से अनुरोध है कि वे अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आवाजाही को कम करें.’