नई दिल्ली: बशर अल-असद और उनके परिवार ने रूस में शरण ली है. एक दिन पहले सीरिया की सेना कमान द्वारा घोषणा की गई थी कि विद्रोही हमले के बाद राष्ट्रपति बशर अल-असद के शासन का अंत हो गया है. सशस्त्र विद्रोहियों ने कहा था कि सीरिया ‘आज़ाद’ हो गया है.
अब खबर आ रही है कि अपदस्थ राष्ट्रपति रूस की राजधानी मॉस्को पहुंच गए हैं, जहां उन्होंने अपने परिवार के साथ शरण ली है.
इंटरफैक्स, टीएएसएस और रिया नोवोस्ती सहित कई समाचार एजेंसियों ने क्रेमलिन के सूत्र के हवाले से बताया कि रूस ने असद परिवार को मानवीय आधार पर शरण दिया है.
क्यों कमजोर पड़ गए सीरिया के राष्ट्रपति?
सीरिया के गृहयुद्ध में रूस के साथ ईरान, अमेरिका और तुर्की ने भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है.
विशेषज्ञों के अनुसार इस्लामी चरमपंथी गुट हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएएस) का हालिया आक्रमण ऐसे समय हुआ है, जब असद के तीन प्रमुख सहयोगी – रूस, ईरान और लेबनान अन्य मसलों में उलझे हुए हैं-रूस का ध्यान यूक्रेन पर है, ईरान को इजरायल के हमलों से झटका लग रहा है, और लेबनान की हिजबुल्लाह अतिरिक्त लड़ाकों को भेजने में हिचकिचा रहा है.
इस घटना ने वैश्विक राजनीति को हिला दिया है. इस्लामी चरमपंथियों के नेतृत्व में सशस्त्र विद्रोहियों ने सैन्य जेलों के दरवाज़े भी खोल दिए हैं, जिनमें सैदनाया भी शामिल है. 14 साल के गृहयुद्ध के दौरान इन जेलो में अनुमानतः 1,00,000 लोगों को रखा गया था – जिनमें से अधिकांश पर कोई भी मुकदमा नहीं चला.
सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो भरे पड़े हैं जिनमें कैदियों को जेल से भागते हुए दिखाया गया है.
द गार्जियन के मुताबिक, राजधानी दमिश्क से मिले वीडियो में दर्जनों महिलाओं और छोटे बच्चों को जेलों में बंद दिखाई दे रहे हैं. विद्रोहियों ने इन लोगों को आज़ाद कर दिया है.
अमेरिकी सेना ने ‘आईएसआईएस शिविरों और कार्यकर्ताओं’ पर किए कई हमले
डीडब्ल्यू की रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम एशिया और अन्य क्षेत्रों की कमान संभालने वाले अमेरिकी सेंट्रल कमांड (CENTCOM-सेंटकॉम) ने कहा है कि उसके सैनिकों ने रविवार को मध्य सीरिया में ज्ञात आईएसआईएस शिविरों और आतंकवादियों को निशाना बनाकर दर्जनों सटीक हवाई हमले किए.
सेंटकॉम ने दावा किया कि इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना भी है कि आईएसआईएस मौजूदा स्थिति का फायदा उठाकर मध्य सीरिया में अपना संगठन मजबूत करने की कोशिश न करे.
युद्ध पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों के अनुसार, मंनबिज क्षेत्र और शहर पर नियंत्रण के लिए लड़ाई जारी है. तुर्की समर्थित एचटीएस समूह कुर्द लड़ाकों के खिलाफ बढ़त बना रहा है, जिन्हें तुर्की आतंकवादी मानता है. लेकिन ये लड़ाके हाल के वर्षों में सीरिया में आईएसआईएस के खिलाफ लड़ाई में पश्चिमी सहयोगियों के प्रमुख भागीदार रहे हैं.