क्या मीडिया के लिए हरियाणा सरकार ने की थीं घोषणाएं: साक्षी मलिक

ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान साक्षी मलिक ने दावा किया कि पदक जीतने के बाद हरियाणा सरकार ने उनसे किए गए वादों पर अमल नहीं किया.

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ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान साक्षी मलिक ने दावा किया कि पदक जीतने के बाद हरियाणा सरकार ने उनसे किए गए वादों पर अमल नहीं किया.

Sakshi Malik PTI
बीते साल हुए सम्मान समारोह में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से पुरस्कार लेतीं साक्षी मलिक. (फाइल फोटो: पीटीआई)

ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान साक्षी मलिक ने एक ट्वीट के साथ हरियाणा सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया है. शनिवार को किए गए एक ट्वीट में साक्षी ने लिखा, ‘पदक का वादा मैंने पूरा किया, हरियाणा सरकार अपना वादा कब पूरा करेगी.’ उनका ये ट्वीट हिंदी में था.

इसके अलावा अंग्रेजी में भी उन्होंने एक ट्वीट किया, जिसके मुताबिक, ‘मेरे ओलंपिक पदक जीतने के बाद हरियाणा सरकार द्वारा घोषणाएं क्या मीडिया के लिए ही थीं?’

पिछले साल हुए रियो ओलंपिक में साक्षी मलिक ने 58 किलोग्राम फ्रीस्टाइल भार वर्ग में भारत की ओर से कांस्य पदक जीता था. इसी के साथ ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान होने का गौरव उन्होंने हासिल किया था.

बता दें कि ओलंपिक में ऐतिहासिक जीत दर्ज़ करने के बाद जब साक्षी भारत लौट रहीं थी तो उनके साथ हरियाणा के खेल और युवा मामलों के मंत्री अनिल विज भी थे. विज राज्य के प्रतिनिधि के तौर रियो ओलंपिक में मौजूद थे. उन्होंने साक्षी के भारत लौटने पर उन्हें सम्मानित करने की घोषणा की थी.

दिल्ली लौटने के बाद साक्षी सीधे राज्य के झज्जर ज़िले के बहादुरगढ़ गई थीं. यहां खिलाड़ियों के लिए एक स्वागत समारोह का आयोजन किया गया था. इसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अपनी कैबिनेट के कुछ सदस्यों के साथ मौजूद थे.

एनडीटीवी स्पोर्ट्स की रिपोर्ट के अनुसार, हरियाणा सरकार ने ओलंपिक शुरू होने से पहले ही स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ियों को छह करोड़ रुपये, रजद पदक विजेताओं को चार करोड़ और कांस्य पदक विजेता खिलाड़ियों को 2.5 करोड़ रुपये देने की घोषणा की थी.

बहरहाल, उस समारोह में राज्य के रोहतक शहर से ताल्लुक रखने वाली साक्षी के पदक जीतने के बाद राज्य सरकार ने 3.5 करोड़ रुपये का सम्मान (इसमें पुरस्कार राशि और कुछ प्रोत्साहन राशि शामिल है) राज्य की इस प्रतिभावान एथलीट को देने की घोषणा की थी. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने उन्हें 2.5 करोड़ रुपये का चेक भी दिया गया था.

इस बारे में हरियाणा के खेल और युवा मामलों के मंत्री अनिल विज ने कहा, उन्हें 2.5 करोड़ रुपये का चेक दिया गया था, तब उन्होंने कहा कि उन्हें एडी यूनिवर्सिटी में नौकरी भी चाहिए. हमने उनके लिए वहां एक पद बनाया है.