नई दिल्ली: गाज़ा पर शनिवार (14 दिसंबर) को हुए इज़रायली हवाई हमले में कम से कम 22 फ़िलिस्तीनी लोगों की मौत हो गई है. इस हमले में सेंट्रल गाज़ा स्थित दीर अल-बलाह शहर के मेयर और एक पत्रकार भी मारे गए हैं.
रॉयटर्स के मुताबिक, फ़िलिस्तीनी चिकित्सकों का कहना है कि सेंट्रल गाजा पट्टी में 10 लोग दीर अल-बलाह के निकाय भवन के पास हवाई हमले में मारे गए, जहां वे राहत सामग्री लेने के लिए पहुंचे थे. हमले में घोयल हुए लोगों को पैदल, रिक्शा और निजी कारों की सहायता से अस्पताल पहुंचाया गया.
इस हमले को लेकर इज़रायली सेना ने दावा किया है कि हमले में मारे गए लोग शरणार्थियों की आड़ में छिपे हुए हथियारबंद लड़ाके थे. इज़रायली सेना ने कहा है कि अल-जारू, जो दीर अल-बलाह के मेयर भी थे, इस हमले का निशाना थे, क्योंकि उन्होंने हमास के चरमपंथियों की सहायता की थी. वहीं, गाज़ा में एक अलग हमले में चार और लोग मारे गए.
मालूम हो कि इससे पहले इज़रायली विमानों ने एक राहत शिविर के पास चरमपंथियों और हथियार भंडार को निशाना बनाया था. इज़रायली सेना का कहना है इसी जगह से बंदूकधारियों ने शुक्रवार (13 दिसंबर) को इज़रायल में रॉकेट दागे थे. सेना ने कहा कि शनिवार को गाजा से इज़राइल की ओर एक और रॉकेट दागा गया था.
सेना के अनुसार, गाजा शहर में विस्थापित लोगों के लिए बने एक पूर्व शर्णार्थी शिविर पर एक अलग हमले में हमास लड़ाकों को निशाना बनाया गया. फ़िलिस्तीनी चिकित्सकों ने कहा है कि उस हमले में कम से कम सात लोग मारे गए, जिसमें एक महिला और उनका बच्चा भी शामिल थे.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स इस बात की पुष्टि नहीं कर सका कि मारे गए लोगों में से कोई लड़ाका था या नहीं. क्योंकि हमास अपने हताहतों की संख्या का खुलासा नहीं करता है, और फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय मृतकों को लेकर लड़ाकों और गैर-लड़ाकों के बीच अंतर नहीं करता है.
इज़रायली सेना ने कहा है कि उसने नागरिकों को नुकसान के जोखिम को कम करने के लिए सावधानी बरती है.
पत्रकार की हत्या
स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, दुबई अल मशहद टेलीविजन के लिए काम करने वाले स्थानीय पत्रकार मोहम्मद बालौशा की गाजा सिटी में एक अलग हवाई हमले में मौत हो गई. एक प्रवक्ता ने कहा कि सेना रिपोर्ट पर गौर कर रही है. पत्रकारों की सुरक्षा करने वाली समिति के अनुसार, गाजा में एक साल से अधिक समय से चले आ रहे युद्ध में कम से कम 137 पत्रकार और मीडियाकर्मी मारे गए हैं.
गौरतलब है कि बीते साल 7 अक्टूबर, 2023 से ये संघर्ष जारी है, जब हमास द्वारा इजरायल पर हमला किया गया था, जिसमें 1,200 लोगों की मौत हो गई थी. कई लोगों को बंधक बनाकर गाजा ले जाया गया था, जिसमें ज्यादातर नागरिक थे.
इसके बाद इज़रायल ने जवाबी कार्रवाई शुरू की थी. इजरायल के हवाई, समुद्री और ज़मीनी आक्रमण में गाज़ा में 44 हज़ार से अधिक लोगों की मौत हो गई है, जिसमें ज्यादातर नागरिक थे. हमलों के चलते गाजा की लगभग पूरी आबादी विस्थापित हो गई और अधिकांश क्षेत्र खंडहर हो गए हैं.
हाल के सप्ताहों में मिस्र, कतर और संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा संघर्ष विराम के प्रयासों में तेजी आई है.
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी के कार्यालय ने बताया कि राष्ट्रपति ने शनिवार को गाजा में युद्धविराम पर अमेरिकी अधिकारियों के साथ चर्चा की.