गुजरात दौरे पर गए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमनाथ मंदिर में पूजा की. भाजपा ने राहुल पर सत्ता पाने के लिए घटिया बयानबाज़ी करने का आरोप लगाया.
अहमदाबाद/नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात विधानसभा चुनावों पर आत्मविश्लेषण करने के लिए पार्टी नेताओं के साथ अपनी बैठक से पहले शनिवार को गिर सोमनाथ ज़िले में सोमनाथ मंदिर में पूजा अर्चना की.
कांग्रेस नेता सौराष्ट्र में केशोद हवाई अड्डे पर उतरे और उन्होंने राज्य की राजधानी से लगभग 420 किलोमीटर दूर स्थित मंदिर में पूजा की.
राहुल अहमदाबाद में शनिवार को सौराष्ट्र, मध्य गुजरात, दक्षिण गुजरात और उत्तरी गुजरात के नेताओं के साथ क्षेत्रवार बैठकें करेंगे और उनके कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी संबोधित करने की उम्मीद है.
वह राज्य में हाल में चुनाव प्रचार के दौरान भी सोमनाथ मंदिर गए थे और मंदिर के प्रवेश रजिस्टर में उनका नाम ग़ैर-हिंदू के रूप में पाए जाने पर विवाद खड़ा हो गया था. कांग्रेस ने हालांकि इसे फ़र्ज़ी बताया था और भाजपा ने कहा था कि राहुल पहले लोगों के सामने अपनी धार्मिक आस्था घोषित करें.
ग़ैर-हिंदुओं को मंदिर में जाने की अनुमति है लेकिन इसके लिए पहले उन्हें मंदिर कार्यालय में ख़ुद को पंजीकृत कराना पड़ता है.
ग़ैर-हिंदू के लिए रजिस्टर के एक पृष्ठ की कथित फोटोकॉपी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी और इस पर राहुल और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल के नाम लिखे थे. राहुल ने इस विवाद के बाद कहा था कि वह और उनका परिवार भगवान शिव के भक्त हैं.
राहुल राजनीतिक विमर्श को निचले स्तर पर ले जा रहे हैं: भाजपा
भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर सत्ता पाने के लिए घटिया बयानबाजी में शामिल होने और राजनीतिक विमर्श का स्तर कम करने का शनिवार को आरोप लगाया.
राहुल ने एक ताज़ा वीडियो में भगवा पार्टी पर तंज़ कसते हुए कहा कि अगर भाजपा कोई फिल्म बनाएगी तो उसका नाम होगा ‘लाई हार्ड’. उनकी इस टिप्पणी के बाद भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने बयान दिया.
राव ने एक ट्वीट में कहा, ‘राहुल गांधी, क्या आप इतने निचले स्तर के राजनीतिक विमर्श में शामिल हो सकते हैं सभी तरीकों से सत्ता हासिल करने के लिए आप इतनी घटिया बयानबाज़ी में शामिल होंगे.’
उन्होंने दावा किया कि राहुल जो भी कहें, उनकी पार्टी सत्ता में नहीं लौटेगी क्योंकि लोग उसे भ्रष्ट चेहरे के रूप में जानते हैं.
नरेंद्र मोदी का गुजरात मॉडल एक झूठ: राहुल गांधी
कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बीते शनिवार को तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उनका गुजरात मॉडल एक झूठ है तथा इस तरह के झूठ एक-एक कर सामने आ रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि अब लोगों ने प्रधानमंत्री पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं.
राहुल के अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के बाद उन्होंने यह बात यहां संवाददाताओं से कही. उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि 2जी मामले में अदालत का फैसला ने हमें सही साबित किया. उन्होंने कहा कि भाजपा का पूरा ढांचा झूठ पर खड़ा है.’
पार्टी सूत्रों के अनुसार, सीडब्ल्यूसी की बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पार्टी का ध्यान इस बात की ओर दिलाया कि 2009 के आम चुनाव में कांग्रेस को शहरी क्षेत्रों में काफी वोट मिले थे. उन्होंने कहा कि यह देखना होगा कि बाद में पार्टी शहरी क्षेत्रों के मतदाताओं की पसंद क्यों नहीं बन पा रही है.
पूर्व प्रधानमंत्री का यह बयान इसलिए महत्व रखता है क्योंकि हाल में हुए गुजरात विधानसभा चुनावों में भाजपा को शहरी क्षेत्रों में अच्छे वोट मिले जबकि कांग्रेस को ग्रामीण क्षेत्रों में मतदाताओं ने अधिक पसंद किया.
राहुल ने कहा, ‘यदि आप गुजरात में मोदी मॉडल की बात करें तो यह पूरी तरह से झूठ है. जब हम गुजरात गए और लोगों से बात की तो उन्होंने कहा कि कोई मॉडल नहीं है.’
कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा, ‘यह गुजरात के लोगों के संसाधानों की चोरी है. और यही उनकी योजना है. चाहे सभी के बैंक खातों में 15 लाख रुपये डालने की बात हो या 2जी हो या मोदी मॉडल हो, वे सब योजना थी. अब एक के बाद एक सब झूठ सामने आ रहे हैं.’
उन्होंने कहा, ‘दो और बड़े झूठ हैं. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के पुत्र ने तीन माह में 50 हज़ार रुपये को 80 करोड़ रुपये में बदल दिया. यह सत्य है. हमारे प्रधानमंत्री को इस पर कुछ नहीं कहना है. राफेल सौदे को बदल दिया गया. एक व्यवसायी को पुरस्कार दिया गया. प्रधानमंत्री स्वयं निर्णय लेते हैं और रक्षा मंत्री गोवा में बैठे थे. प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया. हमने तीन सवाल पूछे थे. प्रधानमंत्री ने एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया.’
सीडब्ल्यूसी की बैठक में सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष ग़ुलाम नबी आज़ाद, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जर्नादन द्विवेदी और अहमद पटेल, मोहसिना किदवई सहित सीडब्ल्यूसी के सदस्यों एवं महासचिवों ने भाग लिया.
करीब डेढ़ घंटे तक चली बैठक को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि अच्छा समाचार यह है कि लोगों ने सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं. देश भर में लोग प्रधानमंत्री से अर्थव्यवस्था के बारे में सवाल कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘लोगों ने उनसे तब भी सवाल किए जब उन्होंने हमारे पूर्व प्रधानमंत्री का अपमान किया. लिहाज़ा भावनाएं बढ़ रही हैं तथा कांग्रेस पार्टी के प्रति सकारात्मक भावना है. इसलिए मुझे लगता है कि हमारे लिए हस्तक्षेप करने और फायदा लेने का समय है.’
उन्होंने सुझाव दिया कि सीडब्ल्यूसी की बैठक हर दो माह में एक बार बुलाई जानी चाहिए ताकि संगठन और देश के समक्ष मुद्दों पर चर्चा की जा सके.
बैठक के बारे जानकारी देते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं को बताया कि बैठक में राहुल एवं मनमोहन ने पार्टी अध्यक्ष के रूप में सोनिया गांधी के योगदान के लिए उनका आभार व्यक्त किया.
बैठक में एक प्रस्ताव पारित कर कांग्रेस जन की ओर से सोनिया का उनके मार्गदर्शन एवं नेतृत्व के लिए आभार व्यक्त किया गया.
सुरजेवाला ने बताया कि बैठक में भाग लेने वाले सीडब्ल्यूसी सदस्यों ने कहा कि 2जी के बारे में विशेष सीबीआई अदालत का फैसला आने के बाद प्रधानमंत्री मोदी, वित्त मंत्री अरुण जेटली और पूरे भाजपा की साजिश बेनकाब हो गई है. भाजपा ने सत्ता पाने के लिए ग़लत आरोप लगाकर देश और कांग्रेस पार्टी की छवि खराब की. उन्होंने कैग के पूर्व प्रमुख विनोद राय पर 2जी मामले में साजिश करने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि आदर्श सोसाइटी मामले में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता अशोक चह्वाण के पक्ष में अदालत ने फैसला देकर भाजपा के एक और झूठ को बेनकाब कर दिया है. राहुल को 11 दिसंबर को निर्विरोध कांग्रेस प्रमुख चुना गया था और उन्होंने 16 दिसंबर को अध्यक्ष पद का कार्यभार संभाला था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)