नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद जिला के लोनी से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक नंद किशोर गुर्जर ने शनिवार (4 जनवरी) को आरोप लगाया कि योगी आदित्यनाथ सरकार के शासन में उत्तर प्रदेश में प्रतिदिन 50,000 गायों की हत्या की जा रही है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, गुर्जर ने गाजियाबाद में संवाददाताओं से कहा, ‘हमारी सरकार में प्रतिदिन 50,000 गायें काटी जा रही हैं. ये अधिकारी गायों के कल्याण के लिए आए पैसे को खा रहे हैं. इसका मतलब है कि हर जगह लूट मची है और इस सबके मुखिया मुख्य सचिव हैं. ये मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचना चाहिए.’
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, गुर्जर ने इस प्रेस वार्ता में ये भी कहा कि राज्य में विधायकों की चिंताओं को नजरअंदाज किया जा रहा है. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या यह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जानकारी में हो रहा है.
इस दौरान उन्होंने हाल ही में सामने आए एक वीडियो का भी जिक्र किया, जिसमें लोनी में दो हेड कांस्टेबलों को वसूली करते हुए पकड़ा गया था.
उन्होंने कहा, ‘अगर इन भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई, तो भाजपा अगले विधानसभा चुनाव में 375 सीटें (कुल 403 में से) जीत सकती है.’
हालांकि, उन्होंने चेतावनी भी दी कि यदि भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं लगाई गई, तो चुनाव में कई भाजपा उम्मीदवारों की जमानत भी जब्त हो सकती है.
इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस ‘अंदरूनी कलह’ के लिए भाजपा की आलोचना करते हुए सोशल मीडिया मंच एक्स पर विधायक के वीडियो का एक अंश पोस्ट किया. उन्होंने दावा किय कि भाजपा के भीतर चल रहे इस कलह के कारण सार्वजनिक हितों से समझौता किया जा रहा है.
उन्होंने आगे कहा, ‘अधिकारी इस झगड़े की आग में अपनी रोटी सेंक रहे हैं. इस लड़ाई का कारण भ्रष्टाचार से होने वाली कमाई है, जिस पर हर कोई एकाधिकार करना चाहता है.’
उप्र भाजपा सरकार में दो राजधानियों के बीच आपस में ही आरोपों की तलवारें खिंचीं हैं। किसी भाजपाई मंत्री के या किसी भाजपाई विधायक के ही कंधे पर बंदूक रखकर, कोई भाजपाई ही कहीं दूर से निशाना साध रहा है। सत्ता की इस रस्साकशी में जनता और सरकारी कामकाज पिस रहा है। अधिकारी इनके घर्षण की… pic.twitter.com/v6tFDnxLgr
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 4, 2025
मालूम हो कि ये आरोप तकनीकी शिक्षा मंत्री आशीष पटेल के उस आरोप के एक दिन बाद सामने आए हैं, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने उन्हें धमकी दी है.
समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधित्व करने वाली सिराथू से विधायक और अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल ने आशिष पटेल पर तकनीकी शिक्षा विभाग में विभागाध्यक्षों की नियुक्ति में अनियमितता का आरोप लगाते हुए भ्रष्टाचार की बात कही थी.
इसके जवाब में आशीष पटेल ने आरोपों से इनकार करते हुए इसे ‘बड़ी साजिश’ का हिस्सा बताया. उन्होंने यह भी कहा कि वह तब तक पद नहीं छोड़ेंगे, जब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें हटा नहीं देते या इस्तीफा देने के लिए नहीं कहते.
इस बीच अखबार ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में गोहत्या के संदेह में भीड़ द्वारा एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. मृतक के पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि उन्हें गंभीर रूप से पीटा गया था, जिसके चलते उनके फेफड़े और लीवर को काफी नुकसान पहुंचा था.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के अनुसार, ये घटना सोमवार (30 दिसंबर) की सुबह की है.
अधिकारियों ने कहा कि पीड़ित की पहचान 35 वर्षीय शाहे दीन के रूप में हुई है, जिसने एक निजी अस्पताल में भर्ती कराए जाने के लगभग 21 घंटे बाद दम तोड़ दिया. यह हमला मझोला पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में मंडी समिति परिसर में सुबह 3:30 बजे के आसपास हुआ था.
गोहत्या के शक में शाहे दीन को भीड़ ने पकड़ कर उन पर हमला किया था, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें बचाया और अस्पताल पहुंचाया. तमाम कोशिशों के बावजूद मंगलवार (31 जनवरी) रात करीब 12.30 बजे उनकी मौत हो गई.