भाजपा विधायकों की बैठक में लिया गया निर्णय. मंडी ज़िले के सेराज से विधायक ठाकुर और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा मुख्यमंत्री पद के प्रमुख दावेदार बने हुए थे.
शिमला: भाजपा से पांच बार के विधायक जयराम ठाकुर को पार्टी विधायक दल का नेता चुना गया जिसके बाद उनका मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया है.
रविवार को भाजपा विधायकों की बैठक में यह निर्णय लिया गया. सुरेश भारद्वाज और महेंद्र सिंह ने ठाकुर के नाम का प्रस्ताव किया और अन्य सदस्यों ने उनके नाम का अनुमोदन किया.
पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल शनिवार रात मुख्यमंत्री पद की दौड़ से बाहर हो गए. वहीं, मंडी ज़िले के सेराज से विधायक ठाकुर और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा मुख्यमंत्री पद के प्रमुख दावेदार बने हुए थे.
नवनिर्वाचित विधायकों के बीच आम सहमति नहीं बन पाने के कारण दो केंद्रीय पर्यवेक्षकों- केंद्रीय मंत्री निर्मला सीमारमण और नरेंद्र सिंह तोमर को इस मुद्दे को केंद्रीय नेतृत्व के साथ दोबारा विचार-विमर्श करने के लिए शिमला से दिल्ली लौटना पड़ा.
केंद्रीय पर्यवेक्षकों का दो सदस्यीय दल राज्य में 21 और 22 दिसंबर को मौजूद था और उन्होंने राज्य भाजपा की कोर कमेटी के सदस्यों, सांसदों और कुछ विधायकों की राय ली थी.
गौरतलब है कि हाल ही में हुए हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 68 सीटों में से 44 सीटों पर जीत दर्ज कर कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर दिया है.
जयराम ठाकुर मंडी क्षेत्र के मज़बूत नेता माने जाते हैं. इस क्षेत्र से राज्य का मुख्यमंत्री बनने वाले वे पहले व्यक्ति है. इस बार के विधानसभा चुनाव में मंडी क्षेत्र की 10 सीटों में से भाजपा ने नौ सीटों पर कब्ज़ा जमाया है.
ठाकुर इससे पहले की भाजपा सरकार में मंत्री रह चुके हैं और साल 2006 से 2009 के बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं. उन्हें प्रशासनिक और सांगठनिक कामों का अनुभव है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)