प्रवासियों को स्वीकार करने के समझौते के बाद अमेरिका ने कोलंबिया पर लगाए प्रतिबंध रोके

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सभी शर्तों को स्वीकार करने के बाद कोलंबिया पर प्रतिबंधों और टैरिफ को रोक दिया है, जिसमें अमेरिका से निर्वासित प्रवासियों को स्वीकार करना भी शामिल है. कोलंबिया द्वारा प्रवासियों को ले गए दो अमेरिकी विमानों को उतरने की अनुमति न देने पर ट्रंप ने प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी.

डोनाल्ड ट्रंप. (फोटो साभार: फेसबुक)

नई दिल्ली: ह्वाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सभी शर्तों को स्वीकार करने, जिसमें अमेरिका से निर्वासित प्रवासियों की फ्लाइट्स को स्वीकार करना भी शामिल है, के बाद कोलंबिया पर प्रतिबंधों और टैरिफ को रोक दिया है.

इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को कहा था कि वह कोलंबिया पर दंडात्मक टैरिफ और यात्रा प्रतिबंध लगाने का आदेश दे रहे हैं, साथ ही अन्य जवाबी कदम भी उठाएंगे.

इनमें अमेरिका में आने वाले सभी कोलंबियाई सामानों पर 25% टैरिफ लगाना शामिल था, जो एक सप्ताह में 50% तक बढ़ जाता, साथ ही कोलंबियाई सरकारी अधिकारियों पर यात्रा प्रतिबंध और वीजा रद्द करना, तथा आपातकालीन राजकोषीय, बैंकिंग और वित्तीय प्रतिबंध शामिल थे.

यह कदम कोलंबिया द्वारा कम से कम दो अमेरिकी निर्वासन फ्लाइट को उतरने की अनुमति देने से इनकार करने के बाद उठाया गया था.

ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, ‘ये तो बस शुरुआत हैं. हम कोलंबियाई सरकार को संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में जबरन घुसे अपराधियों को स्वीकार करने और वापस भेजने के संबंध में अपने कानूनी दायित्वों का उल्लंघन करने की अनुमति नहीं देंगे.’

हालांकि, द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, ह्वाइट हाउस ने रविवार देर रात कहा कि कोलंबिया ने राष्ट्रपति ट्रंप की सभी शर्तों पर सहमति जताई है.

ह्वाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलीना लेविटे ने कहा, ‘कोलंबिया सरकार ने राष्ट्रपति ट्रंप की सभी शर्तों पर सहमति व्यक्त की है, जिसमें अमेरिका से वापस आए कोलंबिया के सभी अवैध प्रवासियों को, अमेरिकी सैन्य विमानों सहित बिना किसी सीमा या देरी के स्वीकार करना शामिल है.’

उन्होंने कहा कि जब तक कोलंबिया इस समझौते का सम्मान नहीं करता, तब तक इस समझौते के आधार पर पूर्णतः तैयार आईईईपीए (अंतरराष्ट्रीय आपातकालीन आर्थिक शक्ति अधिनियम) टैरिफ और प्रतिबंधों को तब तक रिज़र्व रखा जाएगा और उस पर हस्ताक्षर नहीं किए जाएंगे.

उन्होंने कहा कि विदेश विभाग द्वारा जारी वीजा प्रतिबंध तथा सीमा शुल्क एवं सीमा सुरक्षा विभाग द्वारा बढ़ाई गई जांच तब तक प्रभावी रहेंगे, जब तक कि कोलंबियाई निर्वासितों को लेकर गया पहला विमान सफलतापूर्वक वापस नहीं आ जाता.

उन्होंने कहा कि इन घटनाओं से दुनिया को यह स्पष्ट हो गया है कि अमेरिका का फिर से सम्मान किया जा रहा है.

ज्ञात हो कि इससे पहले दिन में कोलंबिया के राष्ट्रपति पेट्रो ने कोलंबियाई प्रवासियों को ले जा रहे अमेरिकी सैन्य विमानों को प्रवेश देने से मना कर दिया था.

प्रवासियों के साथ ‘गरिमापूर्ण’ व्यवहार किया जाना चाहिए: कोलंबियाई राष्ट्रपति

इससे पहले रविवार को कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने कहा था कि अमेरिका से निर्वासित प्रवासियों को ले जाने वाली फ्लाइट्स को तब तक स्वीकार नहीं किया जाएगा, जब तक कि ट्रंप प्रशासन ऐसे प्रोटोकॉल स्थापित नहीं कर देता, जिसमें लोगों के साथ ‘गरिमापूर्ण’ व्यवहार किया जाता हो.

पेट्रो ने कहा, ‘एक प्रवासी अपराधी नहीं है और उसके साथ उस सम्मान के साथ व्यवहार किया जाना चाहिए जिसका एक इंसान हकदार होता है. इसीलिए मैंने कोलंबियाई प्रवासियों को ले जा रहे अमेरिकी सैन्य विमानों को वापस कर दिया.’

पेट्रो ने कहा था कि उनका देश नागरिक विमानों से आने वाले कोलंबियाई लोगों का स्वागत करेगा और उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार नहीं किया जाएगा.

बाद में कोलंबिया ने कोलंबियाई नागरिकों की मानवीय वापसी की सुविधा के लिए एक राष्ट्रपति विमान भेजने की पेशकश की थी.

पेट्रो ने एक्स पर एक पोस्ट में ट्रंप की आलोचना करते हुए कहा था, ‘आपकी नाकाबंदी मुझे डराती नहीं है.’

दक्षिण अमेरिकी देश के संबंध में ट्रंप की पिछली व्यापार घोषणाओं के बाद पेट्रो ने अमेरिकी वस्तुओं पर 50% टैरिफ लगाने की धमकी दी. इसके बाद कोलंबिया ने कहा कि वह पेट्रो की धमकी के बाद अमेरिकी वस्तुओं पर 25% टैरिफ लगाएगा.

अमेरिका ने कोलंबियाई लोगों के लिए वीजा जारी करना निलंबित किया

पेट्रो द्वारा फ्लाइट्स को स्वीकार करने से इनकार करने के बाद अमेरिकी सचिव रुबियो ने तुरंत बोगोटा में अमेरिकी दूतावास के वाणिज्य दूतावास अनुभाग में वीजा जारी करने को निलंबित करने का आदेश दिया.

अमेरिकी विदेश विभाग ने एक बयान में कहा कि रुबियो उन व्यक्तियों और उनके परिवारों पर यात्रा प्रतिबंध लगा रहा है, जो अमेरिकी प्रत्यावर्तन उड़ान संचालन में हस्तक्षेप के लिए जिम्मेदार हैं, और कहा कि यह अमेरिका फर्स्ट एजेंडा को लागू करना और प्राथमिकता देना जारी रखेगा.

बयान में यह भी कहा गया था कि जब तक कोलंबिया अपने नागरिकों की वापसी को स्वीकार करने के अपने दायित्व को पूरा नहीं कर लेता, तब तक ये उपाय लागू रहेंगे.

अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के रिपब्लिकन स्पीकर माइक जॉनसन ने कहा था कि कांग्रेस उन देशों पर प्रतिबंध लगाने के लिए तैयार है जो अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे अपने नागरिकों को स्वीकार नहीं करते हैं.

ग्वाटेमाला, होंडुरास में विमान उतर रहे हैं

ट्रंप के अभियान वादों में से एक अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश करने वालों पर नकेल कसना भी था.

अमेरिका से निकाले गए प्रवासियों को ले जा रहे दो वायुसेना के सी-17 कार्गो विमान शुक्रवार को सुबह ग्वाटेमाला पहुंचे. उसी दिन होंडुरास में कुल 193 लोगों को लेकर दो निर्वासन उड़ानें आईं.

एडवोकेसी समूह विटनेस एट द बॉर्डर के आंकड़ों के अनुसार, कोलंबिया ने 2020 से 2024 तक अमेरिका से 475 निर्वासन फ्लाइट स्वीकार कीं, जो ग्वाटेमाला, होंडुरास, मैक्सिको और अल साल्वाडोर के बाद पांचवें स्थान पर है. इसने 2024 में 124 निर्वासन फ्लाइट स्वीकार कीं.