जेएनयू में कॉन्डोम की संख्या बताने वाले भाजपा विधायक ने कहा, गो-तस्करी करने वाले मारे जाएंगे

राजस्थान के अलवर में बीते शनिवार को गो-तस्करी के आरोप में एक व्यक्ति को पीटा गया, जिस पर भाजपा विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने कहा कि ऐसा करने वाले यूं ही मरेंगे.

भाजपा विधायक ज्ञानदेव आहूजा. (फोटो साभार: www.rajassembly.nic.in)

राजस्थान के अलवर में बीते शनिवार को गो-तस्करी के आरोप में एक व्यक्ति को पीटा गया, जिस पर भाजपा विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने कहा कि ऐसा करने वाले यूं ही मरेंगे.

भाजपा विधायक ज्ञानदेव आहूजा. (फोटो साभार: www.rajassembly.nic.in)
भाजपा विधायक ज्ञानदेव आहूजा. (फोटो साभार: www.rajassembly.nic.in)

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के राजस्थान में विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने कहा है कि गोकशी और गो-तस्करी करने वाले मारे जाएंगे. अलवर में शनिवार को एक कथित गो-तस्कर की गिरफ्तारी को लेकर भाजपा विधायक ने यह बयान दिया है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को ज़ाकिर ख़ान नाम के एक व्यक्ति को गो-तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि उससे पहले उसे स्थानीय नागरिकों ने जमकर पीटा था.

राजस्थान के अलवर ज़िले से विधायक आहूजा ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘मेरा तो सीधा-सीधा कहना है कि अगर गोकशी या गो-तस्करी करोगे तो यूं ही मरोगे.’

एनडीटीवी के अनुसार शनिवार को पुलिस बैरिकेड लगाकर गाय को गैरकानूनी तरीके से ले जाने वालों को रोकने की कोशिश कर रही थी. इस बीच पुलिस ने एक ट्रक को रोकने की कोशिश की थी लेकिन ट्रक बैरिकेड तोड़कर आगे निकल गया. इसके बाद स्थानीय लोगों ने ट्रक पर हमला कर दिया. ट्रक पर तीन लोग सवार थे. दो लोग भागने में सफल रहे और ज़ाकिर पकड़ा गया. कथित तौर पर भीड़ ने उसकी पिटाई की थी.

हालांकि पिटाई का आहूजा ने खंडन करते हुए कहा कि भीड़ उस ट्रक का पीछा कर रही, जिसमें ज़ाकिर गाय ले जा रहा था. आगे जाकर वो ट्रक पलट गया जिसकी वजह से वह घायल हो गया.

विधायक आहूजा विवादित बयान देने का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले राजस्थान के अलवर ज़िले के रामगढ़ सीट से विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने कहा था, ‘जेएनयू में 2,000 देसी और विदेशी शराब की बोतलें, 50,000 हड्डियां, 3,000 कॉन्डोम, एबॉर्शन के लिए इस्तेमाल होने वाले 500 इंजेक्शन, सिगरेट के 10,000 से अधिक टुकड़े, बीड़ी के 4,000 से अधिक टुकड़े, 2,000 चिप्स और नमकीन की थैलियां और ड्रग्स पीने के लिए इस्तेमाल होने वाले सिल्वर रंग के 100 कागज़ रोजाना बरामद होते हैं. यहां होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम में युवक और युवतियां नग्न होकर नाचते हैं.’

गौरतलब है कि राजस्थान का अलवर शहर गोरक्षा के नाम पर कथित तौर पर लोगों को पीटे जाने और उन्हें मार डालने को लेकर लगातार चर्चा में बना हुआ है. इस साल अप्रैल में गाय ले जा रहे पहलू ख़ान की हत्या कथित गोरक्षकों ने दिल्ली-जयपुर हाईवे पर पीट-पीट कर दी थी.

नवंबर में अलवर-भरतपुर सीमा पर कथित गोरक्षकों द्वारा उमर ख़ान की हत्या कर दी गई. पुलिस का कहना था कि उमर मवेशी तस्करी कर रहे थे.

समाचार वेबसाइट एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस साल राजस्थान गोवंशीय पशु (वध का प्रतिषेध और अस्थाई प्रवर्जन या निर्यात का विनियमन) अधिनियम के तहत सबसे ज़्यादा मामले अलवर में दर्ज किए गए हैं.

इतना ही नहीं मवेशी तस्करी पर रोक लगाने के लिए राजस्थान पुलिस को गोरक्षा चौकियों की स्थापना का निर्देश भी दिया गया है.