जासूसी के आरोप में मौत की सज़ा पाने वाले भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव पाकिस्तान की जेल में बंद हैं.
इस्लामाबाद/दिल्ली: पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय क़ैदी कुलभूषण जाधव ने सोमवार को इस्लामाबाद स्थित विदेश मंत्रालय के कार्यालय में अपनी पत्नी और मां से मुलाकात की. मुलाकात के वक़्त भारत के उप उच्चायुक्त जेपी सिंह मौजूद थे. पाकिस्तान की मीडिया रिपोर्टों के अनुसार ये मुलाकात तकरीबन 40 मिनट तक चली.
पाकिस्तानी अधिकारियों ने बताया, जाधव और उनकी मां तथा पत्नी की मुलाकात दोपहर करीब एक बजकर पैंतीस मिनट पर शुरू हुई. यह मुलाकात विदेश मंत्रालय के आगा शाही ब्लॉक में हुई. जासूसी के मामले में दोषी ठहराए गए जाधव और उनके परिवार के बीच यह पहली मुलाकात है.
पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को 3 मार्च, 2016 को बलूचिस्तान के मश्केल क्षेत्र से गिरफ्तार करने का दावा करते हुए कहा कि वो भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के लिए जासूसी कर रहे थे.
पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसके सुरक्षा बलों ने जाधव उर्फ हुसैन मुबारक पटेल को अशांत बलूचिस्तान प्रांत से पिछले वर्ष तीन मार्च को गिरफ्तार किया था. पाकिस्तान ने कहा था कि जाधव ईरान के रास्ते वहां पहुंचे थे.
हालांकि भारत का यह कहना है कि जाधव को ईरान से अगवा किया गया है जहां वह भारतीय नौसेना से सेवानिवृत्ति होने के बाद अपने कारोबार के सिलसिले में गए थे. विदेश मंत्रालय ने मंत्रालय परिसर में मौजूद जाधव की पत्नी और मां की तस्वीर ट्वीट की है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने ट्विटर पर तस्वीर साझा करने के साथ ही लिखा है, कमांडर जाधव की मां और पत्नी पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय में आराम से बैठे हैं. हम अपनी प्रतिबद्धताओं का सम्मान करते हैं.
पाकिस्तान की ओर से विदेश मंत्रालय में भारत मामलों के निदेशक डॉक्टर फरीहा बुगती भी इस मुलाकात के दौरान मौजूद रहीं. जाधव का परिवार रविवार को ही दुबई के रास्ते इस्लामाबाद पहुंचा. इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग में करीब आधा घंटा रहने के बाद वह विदेश मंत्रालय के कार्यालय पहुंचे.
जाधव अपने परिवार के पहुंचने से पहले ही विदेश मंत्रालय में मौजूद थे.
जाधव का परिवार संयुक्त अरब अमीरात के रास्ते विमान से इस्लामाबाद आया है. अधिकारियों के अनुसार, अमीरात का यह विमान तकरीबन 40 मिनट लेट था.
पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने अप्रैल माह में जाधव को जासूसी और आतंकवाद के आरोप में मौत की सज़ा सुनाई थी. जिसके बाद मई में भारत ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) का दरवाज़ा खटखटाया था. आईसीजे ने भारत की अपील पर इस मामले में अंतिम फैसला सुनाने तक फांसी की सज़ा पर रोक लगा दी थी.
शाम को ही वापस लौट जाएगा उनका परिवार
पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव का परिवार उनसे मिलने और इस्लामाबाद में महज कुछ घंटे गुजारने के बाद सोमवार वापस भारत लौट जाएगा. स्थानीय मीडिया में इस आशय की खबरें आई हैं.
जाधव की मां और पत्नी दुबई के रास्ते सोमवार सुबह इस्लामाबाद पहुंचे. वह भारत वापस लौटने से पहले इस्लामाबाद में करीब सात घंटे रुकेंगे. नई दिल्ली-इस्लामाबाद के बीच सीधी उड़ानें बहुत कम ही हैं. दोनों शहरों के बीच जो एक स्टॉप वाली उड़ानें हैं, उसमें भी 10 घंटे का वक़्त लगता है.
डॉन न्यूज़ के अनुसार, जाधव का परिवार रविवार को ही ओमान के रास्ते भारत वापस लौट जाएगा. वह ओमान एयर से मस्कट पहुंचेंगे, जहां से एयर इंडिया के विमान से नई दिल्ली जाएंगे. इस्लामाबाद हवाई अड्डा अधिकारियों के अनुसार, ओमान एयर की उड़ान सोमवार शाम सवा छह बजे इस्लामाबाद से रवाना होगी.
मुलाकात के मद्देनज़र पाकिस्तान में सुरक्षा के पुख़्ता इंतज़ाम
अधिकारियों ने बताया कि विदेश मंत्रालय में जाधव की उनके परिवार से मुलाकात के मद्देनज़र सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं. पुलिस और अर्द्धसैनिक सुरक्षा बल, जिनमें शार्प शूटर भी शामिल हैं, उन्हें विदेश कार्यालय में तैनात किया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके.
अधिकारियों ने बताया कि कॉन्स्टीट्यूशन एवेन्यू, जहां विदेश कार्यालय स्थित है वहां तक जाने वाले मार्गों को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है. विदेश कार्यालय जाने वाले लोगों को विशेष सुरक्षा पास जारी किए गए हैं.
पाकिस्तान ने जाधव को कूटनीतिक पहुंच दी: ख़्वाज़ा आसिफ़
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख़्वाज़ा मोहम्मद आसिफ़ ने कहा है कि उनके देश ने सज़ा-ए-मौत का इंतज़ार कर रहे भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के साथ उसके परिवार की मुलाकात के दौरान एक भारतीय राजनयिक को मौजूद रहने की इजाज़त दे कर जाधव को कूटनीतिक पहुंच प्रदान की है.
भारत में अधिकारियों ने आसिफ़ के बयान को ज़्यादा महत्व नहीं दिया और कहा कि भारतीय राजनयिक सिर्फ जाधव के परिवार के साथ जा रहा है और इसे कूटनीतिक पहुंच के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए.
बहरहाल, एक पाकिस्तानी मीडिया चैनल के साथ वार्ता में आसिफ़ ने कहा कि जाधव की पत्नी और मां के साथ भारतीय उप उच्चायुक्त जेपी सिंह के जाने को कूटनीतिक पहुंच माना जा सकता है.
पाकिस्तानी विदेश मंत्री से ख़ास तौर पर पूछा गया कि जब इस मुलाकात में एक भारतीय राजनयिक मौजूद रहेगा तो क्या यह कूटनीतिक पहुंच है तो उन्होंने कहा, हां. आसिफ़ ने जियो न्यूज़ से कहा, अगर हमारी जगह भारत होता तो उसने हमें यह रियाअत नहीं दी होती. पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि क्षमा याचिका लेने का फैसला पाकिस्तान के हितों को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा.
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. मोहम्मद फैसल ने कहा कि जाधव को अपने परिवार से मिलने की इजाज़त देने का फैसला मानवीय आधार पर दिया गया है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)