नई दिल्ली: अमेरिका ने भारतीय प्रवासियों को देश से बाहर निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. मंगलवार (4 फरवरी) को अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने रिपोर्ट दी है कि एक अमेरिकी सैन्य विमान भारत के लिए रवाना हुआ है, जिसमें अमेरिका से निकाले गए प्रवासी सवार हैं.
रॉयटर्स ने लिखा है, ‘एक अमेरिकी अधिकारी ने सोमवार (3 फरवरी) को बताया कि एक अमेरिकी सैन्य विमान प्रवासियों को भारत वापस भेज रहा है. …पहचान ज़ाहिर न करने की शर्त पर बात करने वाले अधिकारी ने बताया कि C-17 विमान प्रवासियों के साथ भारत के लिए रवाना हो चुका है, वहां पहुंचने में कम से कम 24 घंटे लगेंगे.’
C-17 विमान भारतीय समयानुसार सुबह 3 बजे रवाना हुआ है. सीएनबीसी ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया कि C-17 सैन्य विमान से भारत भेजे जा रहे लगभग 200 अवैध प्रवासी भारतीय हैं.
यह डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा सत्ता में आने के बाद अमेरिका से निकाले जा रहे अवैध प्रवासियों का पहला भारतीय समूह है. पिछले साल विशेष विमानों के जरिये लगभग 1,100 अवैध प्रवासियों को भारत भेजा गया था.
कितने भारतीय प्रभावित होंगे?
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, कम से कम 20,407 ‘बिना दस्तावेज’ वाले भारतीय ट्रंप प्रशासन के निशाने पर हो सकते हैं. इनमें से 17,940 भारतीय ‘अंतिम निष्कासन आदेश’ के तहत भारत भेजे जा सकते हैं, ये वो लोग हैं जिन्हें पहले ही देश छोड़ने का आदेश दे दिया गया था.
इसके अलावा 2,467 प्रवासी भारतीय अमेरिका की इमिग्रेशन और कस्टम्स एन्फोर्समेंट (ICE) एजेंसी के प्रवर्तन और निष्कासन संचालन (ERO) के तहत हिरासत में हैं, उन्हें भी भेजा जा सकता है.
प्यू रिसर्च सेंटर के आंकड़ों के अनुसार, 2022 में अमेरिका में करीब 7,25,000 भारतीय अवैध प्रवासियों के रूप में रह रहे थे, जो अमेरिका में तीसरी सबसे बड़ी ‘अनधिकृत प्रवासी’ आबादी का हिस्सा थे.
भारत सरकार का रुख़
इस बारे में भारत का रुख यह है कि वह अमेरिका से अवैध प्रवासियों को जांच के बाद स्वीकार करने के लिए तैयार है. पिछले महीने विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मुलाकात के दौरान यही संदेश दिया था.
जयशंकर ने कहा था, ‘अवैध प्रवास का संबंध अक्सर अन्य गैर-कानूनी गतिविधियों से होता है. यह न तो वांछनीय है और न ही हमारी छवि के लिए लाभदायक. यदि हमारे किसी नागरिक को अमेरिका में अवैध रूप से पाया जाता है और उनकी नागरिकता की पुष्टि हो जाती है, तो हम उन्हें भारत वापस लाने के लिए तैयार हैं.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत के बाद ट्रंप ने भी कहा कि मोदी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वे सही कदम उठाएंगे — इसका मतलब है कि भारत अमेरिका से अवैध प्रवासियों को वापस लेने के लिए तैयार है.
भारत के अलावा कहां-कहां के नागरिक वापस भेजे जा रहे हैं?
अब तक इसी तरह के अमेरिकी सैन्य विमानों ने अमेरिका से ग्वाटेमाला, पेरू और होंडुरास के लिए प्रवासियों को पहुंचाया है. यह ट्रंप द्वारा अमेरिका में अवैध प्रवासियों को बाहर करने के लिए लागू की गई प्रवासी विरोधी नीतियों के तहत हो रहा है.
इस मामले पर दिल्ली में अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने कहा है, ‘अमेरिका अपनी सीमाओं को सख्ती से लागू कर रहा है, आव्रजन कानूनों को कड़ा कर रहा है और अवैध प्रवासियों को हटा रहा है. इन कदमों का साफ संदेश है: अवैध प्रवास का जोखिम उठाना बेकार है.’
बता दें कि जब से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दोबारा सत्ता में आए हैं, उनकी नई सरकार ने प्रवासी विरोधी एजेंडा को प्राथमिकता दी है.
ट्रंप प्रशासन देश में अवैध या बिना दस्तावेज वाले प्रवासियों को निशाना बना रहा है. न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, अब तक जिन सैन्य विमानों ने लैटिन अमेरिका के लिए उड़ान भरी है, उनमें वे लोग सवार थे जिन्हें जो बाइडेन सरकार के दौरान हिरासत में लिया गया था.