बिहार: पुलिस हिरासत में युवक की मौत, परिवार ने मारपीट का आरोप लगाया

मुज़फ्फ़रपुर जिले के कलवारी गांव निवासी शिवम झा (22) को बाइक चोरी करने और पैसे लूटने के संदेह में गिरफ्तार किया गया था. कथित तौर पर उनका शव गुरुवार सुबह पुलिस लॉकअप में पाया गया. पुलिस ने कहा कि उनकी मौत आत्महत्या से हुई. वहीं, परिवार ने पुलिस के दावों को खारिज़ करते हुए आरोप लगाया कि उनकी ‘पीट-पीटकर हत्या’ कर दी गई.

(प्रतीकात्मक फोटो साभार: एक्स)

नई दिल्ली: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में गुरुवार (6 फरवरी) को चोरी के आरोप में गिरफ्तार किए गए 22 वर्षीय युवक की पुलिस हिरासत में मौत हो गई.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले में तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. पुलिस ने कहा कि संदिग्ध की मौत आत्महत्या से हुई, लेकिन मृतक के परिवार ने आरोप लगाया कि उन्हें पीट-पीटकर मार दिया गया.

मालूम हो कि कलवारी गांव निवासी शिवम झा (22) को बाइक और पैसे लूटने के संदेह में सोमवार (3 फरवरी) को गिरफ्तार किया गया था. कथित तौर पर उनका शव गुरुवार सुबह पुलिस लॉकअप में पाया गया.

मुजफ्फरपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सुशील कुमार ने कहा, ‘सीसीटीवी फुटेज के आधार पर ऐसा प्रतीत होता है कि लॉक-अप में बंद शिवम झा ने सुबह करीब 3.30 बजे वेंटिलेटर की रेलिंग से मफलर से फांसी लगा ली. शुरुआती जांच में ओडी (ऑन ड्यूटी) अधिकारी, गार्ड (एक कांस्टेबल) और एसएचओ सुधाकर पांडे की ओर से चूक सामने आई है. उन्हें निलंबित कर दिया गया है.’

ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी की पहचान तनुजा कुमारी के रूप में हुई है. निलंबित पुलिसकर्मियों को ड्यूटी में लापरवाही बरतने का दोषी पाया गया.

एसएसपी ने कहा, ‘चूंकि यह हिरासत में मौत का मामला है, इसलिए हम एनएचआरसी और सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के तहत उचित प्रक्रिया का पालन कर रहे हैं और घटनास्थल पर फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला की टीम को भी बुलाया है.’

अधिकारी ने कहा, ‘मैंने डीएम को भी लिखा है कि पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों के बोर्ड द्वारा किया जाएगा, जिसकी वीडियोग्राफी की जाएगी. मैंने न्यायिक जांच के लिए जिला न्यायाधीश को लिखा है. जांच के निष्कर्षों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.’

अधिकारी ने बताया कि झा अक्टूबर 2024 में एक हत्या के मामले में भी संलिप्त पाए गए थे.

इस बीच, सूत्रों ने बताया कि उनके परिवार और गांव के अन्य निवासियों ने गुरुवार सुबह पुलिस थाने पर धावा बोल दिया.

द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, शिवम की मौत की सूचना मिलने के बाद उनके परिवार और गांव वाले पुलिस स्टेशन पहुंचे और थाने में तोड़फोड़ की. उन्होंने एसएचओ और वहां मौजूद कुछ पुलिसकर्मियों की पिटाई भी की.

परिवार ने पुलिस के दावों को खारिज करते हुए आरोप लगाया है कि हिरासत में झा की ‘पीट-पीटकर हत्या’ कर दी गई.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मृतक के भाई आशीष झा (24) ने बताया, ‘हमने अपने इलाके में सरस्वती पूजा का आयोजन किया था. 3 फरवरी की शाम को हम पूजा पंडाल के पास बैठे थे, तभी कुछ पुलिसकर्मी आए और मेरे भाई और दो अन्य लोगों को बाइक चोरी में शामिल होने का आरोप लगाते हुए पकड़ लिया.’

उन्होंने आगे आरोप लगाया कि जब वह और उनकी मां अगली रात अपने भाई को देखने पुलिस स्टेशन गए, तो शिवम ने उन्हें बताया कि ‘लॉकअप के पीछे स्थित एक कमरे में उसे बुरी तरह पीटा गया था.’

आशीष ने बताया, ‘जब हमने 5 फरवरी की सुबह फिर से उससे मिलने की कोशिश की, तो पुलिसवालों ने हमें जाने से मना कर दिया. उन्होंने हमें घर भेज दिया और दावा किया कि शिवम को कोर्ट में पेश होने से पहले मेडिकल जांच के लिए ले जाया जा रहा है. उसी दिन हम बाद में वापस लौटे, लेकिन फिर से हमें वापस भेज दिया गया. पुलिसवालों ने हमें आश्वासन दिया कि मेरे भाई को जल्द ही रिहा कर दिया जाएगा.’

उन्होंने आगे आरोप लगाया कि पुलिस ने उसी रात गिरफ़्तार किए गए दो अन्य लोगों को रिहा कर दिया था.

आशीष झा ने कहा, ‘गुरुवार को बाद में एक परिचित ने मुझे बताया कि शिवम की हिरासत में मौत हो गई है. जब मैं और मेरा परिवार पुलिस स्टेशन पहुंचे, तो हमें उसका शव मिला.’

आशीष ने बताया कि शिवम ने उनके साउंड सिस्टम सर्विस के कारोबार में उनकी मदद की. उन्होंने बताया कि उनके पिता कृष्ण देव झा पुजारी हैं और उनकी मां रिंकू देवी कुछ साल पहले तक प्राइवेट नर्स का काम करती थीं. आशीष और शिवम का एक छोटा भाई है, जो नाबालिग है.