छत्तीसगढ़: बीजापुर में जारी पुलिस मुठभेड़ में 31 ‘नक्सलियों’ की मौत, सुरक्षाबलों के दो जवान शहीद

पुलिस के सूत्रों ने बताया है कि बीजापुर के नेशनल पार्क इलाके में संदिग्ध माओवादियों की उपस्थिति की सूचना के बाद सुरक्षाबलों की एक संयुक्त टीम ऑपरेशन के लिए निकली थी. जहां संदिग्ध माओवादियों के साथ मुठभेड़ हुई, जिसमें अब तक 31 संदिग्ध माओवादियों के शव बरामद किए गए हैं. इसके अलावा मौके से भारी मात्रा में विस्फोटक और हथियार भी मिले हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर. (फोटो साभर: सोशल मीडिया)

नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ पुलिस ने रविवार (9 फरवरी) को राज्य के बीजापुर ज़िले में सुरक्षा बलों के साथ हुई एक मुठभेड़ के दौरान 31 कथित नक्सलियों के मारे जाने का दावा किया है. इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों के दो जवान भी मारे गए हैं.

पुलिस के सूत्रों ने बताया है कि बीजापुर के नेशनल पार्क इलाके में संदिग्ध माओवादियों की उपस्थिति की सूचना के बाद सुरक्षाबलों की एक संयुक्त टीम ऑपरेशन के लिए निकली थी. जहां रविवार को संदिग्ध माओवादियों के साथ मुठभेड़ हुई. मुठभेड़ अभी भी जारी है.

पुलिस के अनुसार, मुठभेड़ स्थल से अब तक 31 संदिग्ध माओवादियों के शव बरामद किए गए हैं. इसके अलावा मौके से भारी मात्रा में विस्फोटक और हथियार भी मिले हैं. इस मुठभेड़ में पुलिस ने दो जवानों के मारे जाने की बात भी कही है. इस मुठभेड़ में दो जवान घायल हुए हैं, जिनका इलाज जारी है.

इस घटना में दो जवानों के शहीद होने पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शोक जताया है.

उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, ‘बीजापुर जिले के नेशनल पार्क क्षेत्र में सुरक्षाबलों की नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में अब तक 12 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है. मुठभेड़ में 2 जवान बलिदान एवं 2 जवान के घायल होने की भी दुःखद खबर प्राप्त हुई है. जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी एवं माननीय केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी के नेतृत्व में मार्च 2026 तक हमारा प्रदेश नक्सलवाद मुक्त होकर रहेगा. इस दिशा में सुरक्षाबल के जवान निरंतर सफलता हासिल कर लक्ष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. देश-प्रदेश में कैंसर रूपी नक्सलवाद का अंत तय है. ईश्वर से बलिदान जवानों की आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों को संबल प्रदान करने व घायल जवानों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.’

लगातार जारी है पुलिस का अभियान

मालूम हो कि इससे पहले इस महीने की शुरुआत में बीजापुर में ही सुरक्षाबलों ने 8 माओवादियों को एक मुठभेड़ में मारने की बात सामने आई थी.

बीते महीने 20-21 जनवरी को सुरक्षाबलों ने गरियाबंद में लगभग 75 घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद 16 माओवादियों को मुठभेड़ में मारने का दावा किया था. इस मुठभेड़ में मारे जाने वालों में सीपीआई माओवादी की सेंट्रल कमेटी के सदस्य और 90 लाख के इनामी चलपति के अलावा नुआपड़ा-गरियाबंद-धमतरी डिवीज़न कमेटी प्रमुख सत्यम गावड़े जैसे माओवादी भी शामिल थे.

इससे पहले 16 जनवरी को छत्तीसगढ़-तेलंगाना की सीमा पर पुजारी कांकेर में पुलिस ने 18 संदिग्ध माओवादियों को मारने का दावा किया था.

इसके अलावा, 12 जनवरी को बीजापुर में 5 संदिग्ध माओवादी, 9 जनवरी को सुकमा-बीजापुर में 3 संदिग्ध माओवादी और 4 जनवरी को 5 संदिग्ध माओवादियों के मुठभेड़ में मारे जाने का दावा पुलिस ने किया है.

गौरतलब है कि पिछले साल भर से छत्तीसगढ़ में माओवादियों के ख़िलाफ़ सुरक्षाबलों का ऑपरेशन लगातार जारी है. अकेले 2024 में सुरक्षाबलों ने 223 माओवादियों को मुठभेड़ में मारने का दावा किया है.