जय शाह बनकर भाजपा विधायकों को ठगने की कोशिश, मंत्री पद के लिए मांगी राशि

उत्तराखंड और मणिपुर के कई विधायकों को ख़ुद को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का बेटा जय शाह बताने वाले एक व्यक्ति ने फोन करके पैसे के बदले मंत्री पद की पेशकश की है. इसे लेकर अलग-अलग जगहों पर अज्ञात व्यक्ति के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया गया है.

जय शाह. (फोटो साभार: फेसबुक/@JayShah2209)

नई दिल्ली: उत्तराखंड के भाजपा विधायक आदेश चौहान को इस सप्ताह की शुरुआत में खुद को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बेटा जय शाह बताने वाले एक व्यक्ति ने ठगने की कोशिश की.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, उस व्यक्ति ने कथित तौर पर फोन करके पार्टी के लिए 5 लाख रुपये का चंदा मांगा, तो विधायक ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया. यानी तब तक जब तक उन्हें एहसास नहीं हुआ कि उनके साथ ठगी की जा रही है.

हरिद्वार के भेल, रानीपुर से विधायक आदेश चौहान की ओर से रविवार शाम दर्ज कराई गई एफआईआर में कहा गया है कि नेता को 14 फरवरी की रात 12.30 बजे जय शाह होने का दावा करने वाले एक व्यक्ति का फोन आया. कॉल करने वाले ने दावा किया कि भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह दिल्ली में व्यस्त हैं और उन्होंने उन्हें – भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बेटे हरीश नड्डा के साथ मिलकर उत्तराखंड के लिए निर्णय लेने का काम सौंपा है.

एफआईआर में कहा गया है, ‘फोन करने वाले ने दावा किया कि हरीश नड्डा ने उससे विधायक के बारे में बात की थी और कहा था कि उन्हें पार्टी कोष में वित्तीय योगदान की उम्मीद है, जिसकी व्यवस्था 14 फरवरी को शाम 5 बजे तक दिल्ली में करनी होगी. इसके बाद चौहान ने हरीश नड्डा को फोन किया, जिन्होंने इस तरह के किसी भी अनुरोध से इनकार किया. जब उस व्यक्ति ने अगले दिन फोन किया, तो विधायक चौहान ने जवाब दिया कि उन्होंने हरीश नड्डा से बात की है. यह सुनते ही व्यक्ति ने अचानक फोन काट दिया.’

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, एक अन्य घटना में पुलिस ने जय शाह बनकर मंत्री पद के बदले रुद्रपुर से भाजपा के विधायक शिव अरोड़ा से 3 करोड़ रुपये ऐंठने की कोशिश करने के आरोप में एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

विधायक के सहयोगी अभिषेक मिश्रा द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है कि आरोपी ने पिछले गुरुवार को अरोड़ा को फोन किया और खुद को जय शाह बताया और दावा किया कि वह लंदन में गौतम अडानी के बेटे की शादी में शामिल होकर लौटा है. उसने विधायक से कहा कि उत्तराखंड में तीन मंत्रियों को बदला जाना तय है और अरोड़ा का नाम प्रस्तावित है, बशर्ते वह पार्टी फंड में 3 करोड़ रुपये का योगदान दें.

संदेह होने पर विधायक ने अपने सहयोगी को बातचीत रिकॉर्ड करने का निर्देश दिया. कॉल करने वाले ने यह भी दावा किया कि उसने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से बात की है, जो कथित तौर पर यह रकम मिलने की उम्मीद कर रहे थे. जब अरोड़ा ने अमित शाह या नड्डा से सीधे बात करने पर जोर दिया, तो कॉल करने वाले ने यह कहते हुए अनुरोध टाल दिया कि वे व्यस्त हैं.

एक ही नंबर से कई कॉल आने के बाद विधायक ने पुलिस से संपर्क किया. रुद्रपुर सीओ निहारिका तोमर ने कहा, ‘मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच चल रही है. हम कॉल करने वाले की पहचान का पता लगा रहे हैं.’

अमर उजाला के मुताबिक, मामले में एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया है.

इसके अलावा नैनीताल से विधायक सरिता आर्य से भी ठगी कोशिश की गई. कथित तौर पर मंत्री पद के लिए पार्टी फंड की मांग की गई.

विधायक के जनसंपर्क अधिकारी द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में कहा है कि 13 फरवरी को एक अज्ञात नबंर से फोन आया. फोन करने वाले ने खुद को जय शाह बताया और उन्हें उत्तराखंड के राजनीतिक निर्णय लेने को अधिकृत किया गया है. उन्होंने विधायक को दिल्ली बुलाकर पार्टी फंड जमा करने के लिए कहा.

इस पर जब विधायक ने जेपी नड्डा से संपर्क किया तो उन्होंने इससे इनकार किया.

मणिपुर के विधायकों को मंत्री पद की पेशकश वाली फर्जी कॉल आईं

द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस अधिकारियों ने सोमवार (17 फरवरी) को बताया कि मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद राज्य के कई विधायकों को एक व्यक्ति ने फोन किया, जिसने कथित तौर पर खुद को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह बताया और उन्हें 4 करोड़ रुपये की राशि के लिए मंत्री पद की पेशकश की.

15 फरवरी की देर रात मणिपुर पुलिस ने एक्स पर पोस्ट किया कि उसे अज्ञात व्यक्तियों से धोखाधड़ी वाले कॉल के बारे में शिकायतें मिली हैं, जो राज्य में चल रहे राजनीतिक हालात का फायदा उठाकर विधायकों को प्रभावित करने और गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं.

पुलिस ने कहा, ‘इस संबंध में इंफाल पुलिस थाने में एक एफआईआर दर्ज की गई है और आवश्यक कानूनी कार्रवाई चल रही है. चेतावनी दी जाती है कि इस तरह की धोखाधड़ी गतिविधियों में शामिल लोगों को सख्त और कड़े कानूनी परिणामों का सामना करना पड़ेगा. जांच जोरों पर है.’

एक पुलिस अधिकारी ने सोमवार को बताया कि मणिपुर विधानसभा अध्यक्ष थोकचोम सत्यव्रत सिंह उन लोगों में शामिल थे जिन्हें यह कॉल आया था. सिंह ने अखबार को बताया कि उन्हें वॉट्सऐप पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आया.

उन्होंने कहा, ‘पिछले 3-4 दिनों से (15 फरवरी से पहले), मुझे एक अज्ञात नंबर से वॉट्सऐप पर बार-बार कॉल आ रहे थे. कोई डिस्प्ले पिक्चर नहीं थी. जब मैंने उस नंबर पर वापस कॉल किया, तो उस व्यक्ति ने कहा कि वह जय शाह है और सरकार बनाने के लिए 4 करोड़ रुपये की मांग की. मैंने मामले की शिकायत पुलिस से की है.’

पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 318 (4) और 319 (2) के तहत मामला दर्ज किया है. ये धाराएं धोखाधड़ी और फर्जी नाम से धोखाधड़ी से संबंधित हैं.

एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘हम कॉल की जांच कर रहे हैं और जय शाह बनकर कोई व्यक्ति विधायकों को ये कॉल कर रहा है. यह धोखाधड़ी प्रतीत होती है.’

9 फरवरी को गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक के बाद भाजपा नेता एन. बीरेन सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद पूर्वोत्तर राज्य में राजनीतिक संकट पैदा हो गया है. राज्य भाजपा नेतृत्व इस बात पर आम सहमति बनाने में विफल रहा कि सिंह की जगह कौन लेगा.