अमेरिका: ओवल ऑफिस में ट्रंप, वेंस के साथ तीखी बहस के बाद ज़ेलेंस्की ने ह्वाइट हाउस छोड़ा

ज़ेलेंस्की एक महत्वपूर्ण और विवादास्पद खनिज सौदे पर हस्ताक्षर करने के लिए वाशिंगटन दौरे पर थे, जिस दौरान ओवल कार्यालय में उनके, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के बीच तीखी बहस हुई. इसके बाद ज़ेलेंस्की को ओवल ऑफिस छोड़ने के लिए कहा गया.

डोनाल्ड ट्रम्प, जेडी वेंस और वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के बीच चर्चा की वीडियो स्क्रीनग्रैब.

नई दिल्ली: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की की ह्वाइट हाउस यात्रा के दौरान एक चर्चा में असाधारण दृश्य सामने आए, जहां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने ज़ेलेंस्की को ऐसी भाषा में जोर से डांटा, जो राजनयिक स्थितियों में शायद ही कभी देखी जाती है.

मालूम हो कि रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण शुरू करने के तीन साल बाद, 25 फरवरी को ट्रंप के नेतृत्व वाला अमेरिका युद्ध क्षेत्र में शांति के लिए यूरोपीय संघ और यूक्रेन समर्थित प्रस्ताव के खिलाफ मतदान में रूस, बेलारूस और उत्तर कोरिया के साथ शामिल हो गया था.

इस पृष्ठभूमि में ज़ेलेंस्की ने एक महत्वपूर्ण और विवादास्पद खनिज सौदे पर हस्ताक्षर करने के लिए वाशिंगटन की यात्रा की, जिस दौरान ओवल कार्यालय में तीखी बहस हुई और इसका सीधा प्रसारण किया गया.

अमेरिकी मीडिया ने बताया कि ट्रंप और अन्य अधिकारियों ने अपमानित महसूस किया और ज़ेलेंस्की को ओवल ऑफिस छोड़ने के लिए कहा गया. ज़ेलेंस्की अचानक ह्वाइट हाउस से चले गए, जिसके चलते उनके और ट्रंप के बीच एक नियोजित संयुक्त संवाददाता सम्मेलन रद्द कर दिया गया.

ह्वाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि इस बातचीत के बाद ट्रंप ने कहा है कि वह वर्तमान में इस सौदे पर दोबारा विचार करने या इसे फिर उठाने में दिलचस्पी नहीं रखते हैं.

इस संबंध में ट्रंप ने अपने सोशल प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर लिखा, ‘मैंने तय कर लिया है जब तक अमेरिका इसमें शामिल है, राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की शांति के लिए तैयार नहीं हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि हमारी भागीदारी से उन्हें बातचीत में बड़ा फायदा मिलेगा. मैं लाभ नहीं चाहता, मैं शांति चाहता हूं.’

बैठक में क्या हुआ?

न्यूयॉर्क टाइम्स का कहना है कि ये बैठक ओवल ऑफिस में सार्वजनिक रूप से अब तक के सबसे बड़े नाटकीय घटनाक्रमों में से एक थी, जिसमें ट्रंप के कार्यालय संभालने के बाद से संयुक्त राज्य अमेरिका और यूक्रेन के बीच आमूल-चूल अलगाव को रेखांकित किया गया.

अमेरिकी राष्ट्रपति ने सुरक्षा गारंटी पर ज़ोर देते हुए ज़ेलेंस्की से कहा, ‘आप बिल्कुल भी आभारी नहीं हैं. यह अच्छी बात नहीं है. इस तरह काम करना बहुत कठिन होगा.’

रूस को लेकर ट्रंप ने ज़ेलेंस्की से कहा, ‘या तो आप कोई डील करने जा रहे हैं, या हम इससे बाहर हैं, और यदि हम बाहर हैं, तो आप लड़ेंगे. मुझे नहीं लगता कि यह अच्छा होने वाला है.’

ट्रंप और वेंस ने ज़ेलेंस्की को ‘अपमानजनक’ भी कहा, क्योंकि यूक्रेनी नेता ने अमेरिकी सुरक्षा प्रतिबद्धता की बात कही.

ट्रंप ने कहा, ‘आप करोड़ों लोगों की जान से खेल रहे हैं. आप तीसरे विश्व युद्ध का जोखिम ले रहे हैं. और आप जो कर रहे हैं वो इस देश का बहुत बड़ा अपमान है. इस देश ने आपको बहुत से लोगों के कहने से कहीं अधिक समर्थन दिया है. ‘

जब ट्रंप और वेंस ने उन पर कृतघ्न होने का आरोप लगाया तो यूक्रेनी राष्ट्रपति ने अपना सिर हिलाया और अपनी हाथ मोड़ लिए.

हालांकि, इस दौरान वेंस के शब्द विशेष रूप से चुभने वाले थे. उन्होंने ज़ेलेंस्की से पूछा, ‘क्या आपने एक बार भी धन्यवाद कहा है?’

इसके जवाब में ज़ेलेंस्की उन सभी लोगों को धन्यवाद के संदेश पोस्ट कर रहे हैं, जिन्होंने एक्स पर उनके और यूक्रेन के प्रति समर्थन व्यक्त किया है.

वेंस ने यह भी दावा किया कि 2024 में राष्ट्रपति चुनाव से पहले ज़ेलेंस्की पेंसिल्वेनिया गए थे और उन्होंने अक्टूबर में विपक्ष के लिए प्रचार किया था, लेकिन न्यूयॉर्क टाइम्स ने नोट किया कि ये यात्रा अलग तरह से हुई थी और ज़ेलेंस्की ने स्क्रैंटन में एक गोला बारूद कारखाने का दौरा कर यूक्रेन का समर्थन करने के लिए तोपखाने में गोले बनाने वाले श्रमिकों को धन्यवाद दिया था.

ज़ेलेंस्की ने कहा कि वेंस को यूक्रेन आकर देखना चाहिए कि रूस ने कितना विनाश किया है.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रंप ने कहा, ‘यह बेहतरीन टेलीविजन (दृश्य) होने वाला है.’

यूरोपीय नेताओं ने ज़ेलेंस्की का समर्थन किया

इस बीच, यूरोपीय नेताओं ने बड़े पैमाने पर ज़ेलेंस्की का समर्थन किया है. डीडब्ल्यू ने उनकी प्रतिक्रियाओं का संकलन किया है.

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉ ने कहा कि एक हमलावर है: रूस. जिस पर हमला हो रहा है: यूक्रेन.

मैक्रॉ ने पुर्तगाल में संवाददाताओं से कहा, ‘हमें…उन लोगों का सम्मान करना चाहिए जो शुरू से ही लड़ रहे हैं.’

पोलिश प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने एक्स पर लिखा, ‘प्रिय राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की, प्रिय यूक्रेनी दोस्तों, आप अकेले नहीं हैं.’

स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज़ ने एक्स पर तीन भाषाओं, स्पेनिश, अंग्रेजी और यूक्रेनी में लिखा: ‘यूक्रेन, स्पेन आपके साथ खड़ा है.’

जर्मन, डेनमार्क, नीदरलैंड, पुर्तगाल, चेक गणराज्य, नॉर्वे, फिनलैंड, क्रोएशिया, एस्टोनिया, लातविया, स्लोवेनिया, बेल्जियम, लिथुआनिया, लक्ज़मबर्ग और आयरलैंड के नेताओं ने भी ज़ेलेंस्की के समर्थन में बात की है.

अमेरिकी डेमोक्रेट भी ज़ेलेंस्की के समर्थन में खड़े हैं.

रूस ने क्या कहा?

इस बीच, रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष के प्रमुख किरिल दिमित्रीव, जो 18 फरवरी को सऊदी अरब में रूस-अमेरिका वार्ता का हिस्सा थे, ने एक्स पर ओवल कार्यालय में इस टकराव को ‘ऐतिहासिक’ कहा.

रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने कहा कि यह एक ‘चमत्कार’ था कि ट्रंप और वेंस ज़ेलेंस्की पर हमला करने से खुद को रोकने में कामयाब रहे.

उन्होंने टेलीग्राम पर लिखा, ‘मुझे लगता है कि ज़ेलेंस्की के सभी झूठों में सबसे बड़ा झूठ ह्वाइट हाउस में उनका दावा था कि 2022 में कीव शासन अकेला था, बिना किसी समर्थन के.’

एनवाईटी की रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व रूसी राष्ट्रपति और रूस की सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने भी अपने टेलीग्राम चैनल पर ज़ेलेंस्की के चेहरे पर ‘सच्चाई बताने’ के लिए ट्रंप की प्रशंसा की और उनसे यूक्रेन के लिए सैन्य सहायता निलंबित करने का आग्रह किया.

निलंबित सौदा

कन्वर्सेशन ने एक विश्लेषण में बताया है कि इस डील के लिए यूक्रेनी उत्साह की कमी समझ में आती है.

इस डील के प्रस्ताव में एक ‘पुनर्निर्माण निवेश कोष‘ का निर्माण था, जिसे अमेरिका और यूक्रेन द्वारा संयुक्त रूप से स्वामित्व और प्रबंधित किया जाना था.

इस डील में सभी प्रासंगिक यूक्रेनी सरकार के स्वामित्व वाली प्राकृतिक संसाधन परिसंपत्तियों (चाहे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से यूक्रेनी सरकार के स्वामित्व में) और प्राकृतिक संसाधन परिसंपत्तियों से संबंधित अन्य बुनियादी ढांचे (जैसे तरलीकृत प्राकृतिक गैस टर्मिनल और बंदरगाह बुनियादी ढांचे) के दोहन से राजस्व का पचास प्रतिशत फंड में जाना था, जिसका मतलब है कि यूक्रेन के अमीर कुलीन वर्गों के स्वामित्व वाले अधिकांश निजी बुनियादी ढांचे इस सौदे का हिस्सा बनने वाले थे.

विश्लेषण में कहा गया है कि इस डील से ज़ेलेंस्की और कुछ बहुत शक्तिशाली यूक्रेनियन लोगों के बीच टकराव बढ़ने की संभावना है.

इसमें अमेरिकी योगदान कम स्पष्ट रूप से परिभाषित हैं, क्योंकि ट्रंप का मानना है कि सहायता समर्थन के कारण यूक्रेन पर पहले से ही अमेरिका का पैसा बकाया है.