नई दिल्ली: हरियाणा पुलिस ने पांच कथित ‘गो रक्षकों’ को एक ट्रक ड्राइवर और उनके सहयोगी (खलासी) का अपहरण करने के आरोप में गिरफ्तार किया है.
इन पर आरोप है कि इन्होंने पलवल में करीब एक हफ्ते पहले इन दोनों को गाय की तस्करी के शक में अगवा कर बेरहमी से पीटा, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई.
आरोपियों ने, यह सोचकर कि वे मर चुके हैं, दोनों को नहर में फेंक दिया था. लेकिन ड्राइवर बालकिशन किसी तरह तैरकर सुरक्षित निकल आया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. खलासी संदीप का शव घटना के आठ दिन बाद 2 मार्च को नहर से बरामद किया गया.
द हिंदू के मुताबिक, पलवल अपराध जांच शाखा (CIA) के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ये आरोपी एक गो रक्षा संगठन से जुड़े हुए हैं. इन्होंने पीड़ितों को लाठियों, तलवारों और हथौड़ों से मारा, जिससे उनके शरीर में कई जगह फ्रैक्चर और घाव हो गए.
अधिकारी के अनुसार, संदीप का शव उस स्थान से करीब 15 किलोमीटर दूर मिला, जहां उसे फेंका गया था. शव की तलाश के लिए एक हफ्ते तक सर्च ऑपरेशन चलाया गया. मृतक राजस्थान के गंगानगर का निवासी था.
क्राइम ब्रांच के डिप्टी एसपी मनोज वर्मा ने बताया कि बालकिशन और संदीप 22 फरवरी की रात को राजस्थान से दो मवेशी लेकर उत्तर प्रदेश के लखनऊ जा रहे थे, लेकिन रास्ता भटककर आरोपियों के पास पहुंच गए, जो मोटरसाइकिल पर थे. इन तथाकथित गो रक्षकों ने दोनों को गोतस्करी के शक में अगवा कर लिया, बुरी तरह पीटा और गुड़गांव के सोहना की एक नहर में फेंक दिया.
बालकिशन की शिकायत पर कैंप पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की गई. हरियाणा पुलिस के एसपी चंदर मोहन ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रत्येक पर 5,000 रुपये का इनाम घोषित किया था.
मामले में गिरफ्तार तीन आरोपी – पंकज, निखिल और देवराज – पलवल के रहने वाले हैं, जबकि पवन गुड़गांव और नरेश नूंह का निवासी है.
इससे पहले भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था. करीब छह महीने पहले फरीदाबाद में एक किशोर और उसके दोस्तों को पांच लोगों ने कई किलोमीटर तक पीछा किया था और उनमें से एक आर्यन मिश्रा को कथित तौर पर गोतस्कर समझकर गोली मार दी थी.