पुलिस ने प्रबंधक को किया गिरफ़्तार, छात्राओं का आरोप है कि प्रबंधक उनका यौन उत्पीड़न व मारपीट करता था.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी के एक मदरसे में बंधक बनाकर रखी गयीं 51 लड़कियों को पुलिस ने मुक्त कराया है. साथ ही मदरसे के प्रबंधक को गिरफ्तार किया गया है.
उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय के एक प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि स्थानीय लोगों की शिकायत पर पुलिस दल ने सआदतगंज थाना क्षेत्र के यासीनगंज इलाके में मदरसा जामिया खदीजतुल कुबरा लिलबनात पर शुक्रवार रात छापा मारा.
#Lucknow: Girls rescued in raids at a Madrasa in #Shahadatganj, manager arrested for allegedly sexually exploiting girls
— ANI UP (@ANINewsUP) December 29, 2017
प्रवक्ता के अनुसार मदरसे के छात्रावास में 51 छात्राओं को बंधक बनाकर रखा गया था. सभी लड़कियों को मुक्त कराया गया और प्रबंधक मोहम्मद तैयब जिया को गिरफ्तार कर लिया गया.
मुक्त कराई गई छात्राओं का आरोप है कि प्रबंधक उनका उत्पीड़न एवं उनके साथ अमानवीय बर्ताव करता था. पुलिस ने छात्राओं को उनके परिजनों तक पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
प्रवक्ता ने बताया कि इस बात की जांच की जा रही है कि यह मदरसा पंजीकृत था अथवा अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था.
अमर उजाला की ख़बर के अनुसार मदरसा खदीजतुल कुबरा लिलबनात इंदिरानगर निवासी धार्मिक गुरु सैय्यद मोहम्मद जिलानी अशरफ का है, जिन्होंने लड़कियों की पढ़ाई के लिए करीब 15 साल पहले मदरसा बनवाकर यासीनगंज में रहने वाले कारी (प्रबंधक) तैयब जिया को उसकी देखरेख की जिम्मेदारी सौंपी थी. कारी ने मदरसे में लड़कियों का हॉस्टल शुरू कर दिया जहां 125 छात्राएं पढ़ती हैं.
शुक्रवार को मदरसे के संस्थापक के परिवारिक सदस्य सैय्यद बाबर अशरफ ने फोन कर वहां पढ़ने वाली छात्राओं से गलत हरकतें करने की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मदरसे की छात्राओं को बंधक बनाकर रखा गया है. छात्राओं ने कुछ पर्चियों पर अपनी व्यथा लिखकर फेंकी हैं जो राह चलते लोगों और पड़ोसियों के पास हैं.
पुलिस ने मदरसे में मिलीं छात्राओं को उनके परिजनों को सौंप दिया है. एसएसपी ने बताया कि मदरसे में हो रहे यौन शोषण, प्रताड़ना व मारपीट की जानकारी चाइल्ड वेलफेयर कमेटी और जिला प्रोबेशन अधिकारी को दे दी गई है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)